गर्मी के मौसम में सेहत संबंधी कई तरह की परेशानियों का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान आपकी योनि भी अधिक संवेदनशील होती है। इंटिमेट एरिया में अत्यधिक पसीना आने की वजह से बैक्टिरियल ग्रोथ हो सकता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं इस मौसम पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, और इसके लिए खाद्य पदार्थों को पचाना बेहद मुश्किल होता है। आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है, की ये सभी फैक्टर्स वेजाइनल बर्निंग का कारण बन सकते हैं। आपमें से कई महिलाएं ऐसी होंगी जिन्हें गर्मी में योनि में जलन की समस्या रहती होगी। हालांकि, हाइजीन के प्रति लापरवाही, खानपान की गलत आदत सहित प्रयाप्त मात्रा में पानी न पीना, आपको इसका शिकार बना सकता है।
यदि आप चाहे तो इस परेशानी को आसानी से अवॉयड कर सकती हैं। कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो योनि के जलन को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र ने वेजाइनल बर्निंग को अवॉइड करने और इसकी सेहत को बनाये रखने के लिए कुछ खास खाद्य स्रोत के नाम सुझाए हैं (foods to deal with vaginal burning)। तो चलिए जानते हैं इनके नाम, साथ ही जानेंगे ये किस तरह से काम करते हैं।
संक्रमण, खराब पाचन, के साथ ही अन्य कई ऐसी गलत आदतें हैं जो योनि में जलन का कारण बनती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ खाने की सलाह देते हैं, विशेष रूप से वे जिनमें एसिडोफिलस और लैक्टोबैसिलस जैसे अच्छे बैक्टीरिया होते हैं। यह कैंडिडा संक्रमण सहित सभी विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में मदद कर सकता है। वहीं ये पाचन स्वास्थ्य को बेहतर रखता है, जिससे की बर्निंग सेंसेशन का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों में दही, किमची, केफिर और अचार शामिल हैं।
क्रैनबेरी में प्रोएन्थोसाइनिडिन नामक एक विशेष कंपाउंड पाया जाता है, जो एक प्रकार का प्लांट बेस्ड कंपाउंड है। यह संक्रमण का कारण बनने वाले सभी हानिकारक बैक्टीरिया के ग्रोथ को कम कर देता है। क्रैनबेरी जूस पीने से वेजाइना संबंधी विभिन्न प्रकार की समस्याओं का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है। वहीं यदि आपको वेजाइना में जलन होती है, तो इससे आपको फौरन राहत मिलेगा।
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एवोकाडो योनि को कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ और पोषक तत्व प्रदान करता है। वहीं एवोकाडो में मौजूद पोटेशियम, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, विटामिन बी6 आदि जैसे पोषक तत्व सूजन को कम करने में मदद करते हैं, और संक्रमण के खतरे को सीमित कर देते हैं। एवोकाडो में हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड फैट की मात्रा पाई जाती है, जो हार्मोनल बैलेंस को बरकरार रखते हुए, वेजाइना संबंधी समस्याओं में कारगर होते हैं। एवोकाडो योनि में जलन का कारण बनने वाले सभी फैक्टर में सुधार करता है, जिससे की आपकी योनि सामान्य महसूस कर पाती है।
वेजाइनल पीएच में गड़बड़ी के कारण भी योनि में जलन हो सकता है। एक कप पानी में दो बड़ा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं। लक्षणों में सुधार होने तक इसे दिन में एक से दो बार जरूर पिएं। यह आपके वेजाइनल pH संतुलन को बनाए रखता है, साथ ही साथ इससे वेजाइनल माइक्रोबायोम भी संतुलित रहते हैं। इस प्रकार यह योनि के जलन से राहत प्रदान करता है।
आपकी योनि में बैक्टीरिया और पीएच स्तर का संतुलन संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित होता है। विटामिन सी से भरपूर स्वस्थ आहार को योनि स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में प्रभावी पाया गया है। जर्नल ऑफ क्लिनिकल मेडिसिन रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, संतरे और नींबू जैसे खट्टे खाद्य पदार्थ जो विटामिन सी से भरपूर होते हैं, उनमें एस्कॉर्बिक एसिड की मात्रा पाई जाती है। इनके नियमित सेवन से योनि संबंधी समस्याएं जैसे कि संक्रमण, जलन आदि का खतरा कम हो जाता है।
यह तो आप सभी को पता है, कि पानी हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। ये सभी समस्याओं का एक अकेला उपचार साबित हो सकता है। ठीक उसी प्रकार पानी योनि के लिए भी बेहद जरूरी है। वेजाइना एक सेल्फ क्लींजिंग ऑर्गन है, परंतु हाइड्रेशन इसके इस फंक्शन को बूस्ट कर सकता है।
जब वेजाइना में जलन हो रही हो, तो पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, जिससे कि आपको बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा होगी। ऐसे में वेजाइना में जलन का कारण बनने वाले बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक जीवाणु पेशाब के माध्यम से बाहर निकल आएंगे और जलन से राहत मिलेगी। वहीं हाइड्रेशन वेजाइना के पीएच लेवल को सामान्य रखता है, जिससे कि वेजाइनल माइक्रोबायोम संतुलित रहते हैं।
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