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वेजाइनल इंफेक्शन से बचना है तो आहार में शामिल करें प्रोटीन युक्त आहार, जानिए ये कैसे काम करते हैं

जिस तरह शरीर को संक्रमण से बचाव के लिए सभी पोषक तत्व जरूरी हैं, ठीक उसी तरह योनि के संक्रमण से बचाव के लिए प्रोटीन भी जरूरी है। योनि स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन को अपने आहार में जरूर करें शामिल।
यहां जानिए वेजाइनल कट को कैसे अवॉयड करना है। चित्र : शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 22 Nov 2022, 22:20 pm IST
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इम्यून सिस्टम कमजोर होने से शरीर का कोई भी अंग इन्फेक्शन का शिकार हो सकता है। अन्य अंग की तरह योनि में भी संक्रमण हो सकता है। इम्यून सिस्टम पूरी तरह खान-पान से जुड़ा हुआ है। यदि हम अपने भोजन में प्रोटीन से भरपूर डेयरी प्रोडक्ट, अंडे या प्लांट बेस्ड फ़ूड जैसे कि दालें, सोया फ़ूड आदि लेना कम कर देते हैं, तो योनि संक्रमण (bacterial Vaginosis) की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। योनि को संक्रमण से बचाने के लिए आहार में प्रोटीन फूड शामिल करना जरूरी है। असल में सही मात्रा में प्रोटीन का सेवन आपके योनि स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में जानें, आपके अंतरंग स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है प्रोटीन युक्त आहार।

क्या है प्रोटीन और योनि स्वास्थ्य का कनेक्शन ( protein and vaginal health are interconnected)

जर्नल न्यूट्रीशन के वर्ष 2007 में कम प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से महिलाओं की योनि में होने वाले संक्रमण (bacterial Vaginosis) पर यास्मीन एच. नेगर्स, विलियम डब्ल्यू. एंड्रयूज, रॉबर्ट एल. गोल्डनबर्ग आदि शोधकर्ताओं का शोध आलेख प्रकाशित हुआ। बैक्टीरियल वेजिनोसिस(bacterial Vaginosis) के कारकों की जांच के लिए 1521 महिलाओं को स्टडी में शामिल किया गया। इस स्टडी में 15-45 वर्ष की महिलाएं शामिल हुईं। इस स्टडी में पाया गया कि जिन महिलाओं के आहार में प्रोटीन खाद्य पदार्थों की कमी थी, उनमें योनि संक्रमण का प्रभाव अधिक देखा गया।

प्रोटीन करता है इम्यून सिस्टम प्रभावित (protein and immune system) 

यदि आहार में पोषक तत्वों की कमी हो, तो निश्चित तौर पर इम्यून सिस्टम कमजोर होगा। और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ेगी। प्रोटीन सीधे तौर पर एनर्जी सिंथेसिस से जुड़ा होता है। एनर्जी की कमी से प्रतिभागियों के शरीर में इन्फ्लेमेशन भी अधिक पाया गया और इन्फेक्शन भी।

प्रोटीन-ऊर्जा कुपोषण, विटामिन ए और विटामिन सी, आयरन, जिंक जैसे कई पोषक तत्वों के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और योनि भी संक्रमण से दूर रहती है। शोध के निष्कर्ष में इस बात का भी उल्लेख मिलता है कि जिन महिलाओं को लंबे समय से तनाव होता है, उनमें योनि संक्रमण (Bacterial Vaginosis) की संभावना अधिक रहती है। इस अध्ययन के अनुसार अब तक बहुत कम अध्ययनों ने गर्भवती या गैर-गर्भवती महिलाओं में योनि संक्रमण के जोखिम कारक के रूप में पोषण की भूमिका का मूल्यांकन किया है।

डाइट में प्रोटीन फ़ूड को शामिल करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और योनि भी संक्रमण से दूर रहती है। चित्र:शटरस्टॉक

दही है योनि स्वास्थ्य के लिए जरूरी ( yogurt for vaginal health)

न्यूट्रीशन जर्नल में ही प्रकाशित शोध बताते हैं कि महिलाओं के वेजाइनल इन्फेक्शन से बचाव का सबसे बढ़िया उपाय आहार में दही (yogurt) को शामिल करना है। दही प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B12, विटामिन B6 और जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। इसमें मौजूद लैक्टोबैसिलस योनि स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकता है। यह योनि में माइक्रोफ्लोरा को रेगुलेट करता है। योनि के पीएच बैलेंस के स्तर में सुधार करता है। यह योनि के टिश्यू को हानिकारक रोगाणुओं से बचाता है।

इंडियन जर्नल ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के एक अध्ययन में यह संकेत दिया गया है कि लैक्टोबैसिलस से बैक्टीरियल वेजिनोसिस बैक्टीरिया के विकास में बाधा उत्पन्न करता है। इससे योनि का पीएच भी बैलेंस होता है।

सोया फूड भी हैं योनि के लिए फायदेमंद (soya food for Vaginal health)

योनि को स्वस्थ रखने के लिए सोया फ़ूड भी जरूरी हैं। इसमें मौजूद प्रोटीन इम्युनिटी स्ट्रोंग करता है और किसी भी प्रकार से इन्फेक्शन से बचाव करने में भी मदद करता है। सोया में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन कंपाउंड शरीर में एस्ट्रोजन की बराबरी करते हैं।

योनि को स्वस्थ रखने के लिए सोया फ़ूड भी जरूरी हैं। चित्र: शटरस्टॉक

यदि आप मेनोपॉज की ओर बढ़ रही हैं या किसी दवा की वजह से आपके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में भी सोया फ़ूड लेना योनि स्वास्थ्य के लिए सही होता है।यह योनि में सूखापन के साथ-साथ योनि संक्रमण से भी बचाव करता है।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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