इम्यून सिस्टम कमजोर होने से शरीर का कोई भी अंग इन्फेक्शन का शिकार हो सकता है। अन्य अंग की तरह योनि में भी संक्रमण हो सकता है। इम्यून सिस्टम पूरी तरह खान-पान से जुड़ा हुआ है। यदि हम अपने भोजन में प्रोटीन से भरपूर डेयरी प्रोडक्ट, अंडे या प्लांट बेस्ड फ़ूड जैसे कि दालें, सोया फ़ूड आदि लेना कम कर देते हैं, तो योनि संक्रमण (bacterial Vaginosis) की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। योनि को संक्रमण से बचाने के लिए आहार में प्रोटीन फूड शामिल करना जरूरी है। असल में सही मात्रा में प्रोटीन का सेवन आपके योनि स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में जानें, आपके अंतरंग स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है प्रोटीन युक्त आहार।
जर्नल न्यूट्रीशन के वर्ष 2007 में कम प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से महिलाओं की योनि में होने वाले संक्रमण (bacterial Vaginosis) पर यास्मीन एच. नेगर्स, विलियम डब्ल्यू. एंड्रयूज, रॉबर्ट एल. गोल्डनबर्ग आदि शोधकर्ताओं का शोध आलेख प्रकाशित हुआ। बैक्टीरियल वेजिनोसिस(bacterial Vaginosis) के कारकों की जांच के लिए 1521 महिलाओं को स्टडी में शामिल किया गया। इस स्टडी में 15-45 वर्ष की महिलाएं शामिल हुईं। इस स्टडी में पाया गया कि जिन महिलाओं के आहार में प्रोटीन खाद्य पदार्थों की कमी थी, उनमें योनि संक्रमण का प्रभाव अधिक देखा गया।
यदि आहार में पोषक तत्वों की कमी हो, तो निश्चित तौर पर इम्यून सिस्टम कमजोर होगा। और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ेगी। प्रोटीन सीधे तौर पर एनर्जी सिंथेसिस से जुड़ा होता है। एनर्जी की कमी से प्रतिभागियों के शरीर में इन्फ्लेमेशन भी अधिक पाया गया और इन्फेक्शन भी।
प्रोटीन-ऊर्जा कुपोषण, विटामिन ए और विटामिन सी, आयरन, जिंक जैसे कई पोषक तत्वों के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और योनि भी संक्रमण से दूर रहती है। शोध के निष्कर्ष में इस बात का भी उल्लेख मिलता है कि जिन महिलाओं को लंबे समय से तनाव होता है, उनमें योनि संक्रमण (Bacterial Vaginosis) की संभावना अधिक रहती है। इस अध्ययन के अनुसार अब तक बहुत कम अध्ययनों ने गर्भवती या गैर-गर्भवती महिलाओं में योनि संक्रमण के जोखिम कारक के रूप में पोषण की भूमिका का मूल्यांकन किया है।
न्यूट्रीशन जर्नल में ही प्रकाशित शोध बताते हैं कि महिलाओं के वेजाइनल इन्फेक्शन से बचाव का सबसे बढ़िया उपाय आहार में दही (yogurt) को शामिल करना है। दही प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B12, विटामिन B6 और जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। इसमें मौजूद लैक्टोबैसिलस योनि स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकता है। यह योनि में माइक्रोफ्लोरा को रेगुलेट करता है। योनि के पीएच बैलेंस के स्तर में सुधार करता है। यह योनि के टिश्यू को हानिकारक रोगाणुओं से बचाता है।
इंडियन जर्नल ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के एक अध्ययन में यह संकेत दिया गया है कि लैक्टोबैसिलस से बैक्टीरियल वेजिनोसिस बैक्टीरिया के विकास में बाधा उत्पन्न करता है। इससे योनि का पीएच भी बैलेंस होता है।
योनि को स्वस्थ रखने के लिए सोया फ़ूड भी जरूरी हैं। इसमें मौजूद प्रोटीन इम्युनिटी स्ट्रोंग करता है और किसी भी प्रकार से इन्फेक्शन से बचाव करने में भी मदद करता है। सोया में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन कंपाउंड शरीर में एस्ट्रोजन की बराबरी करते हैं।
यदि आप मेनोपॉज की ओर बढ़ रही हैं या किसी दवा की वजह से आपके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में भी सोया फ़ूड लेना योनि स्वास्थ्य के लिए सही होता है।यह योनि में सूखापन के साथ-साथ योनि संक्रमण से भी बचाव करता है।
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