क्या आप जानती हैं आपका मासिक धर्म या मेंस्ट्रुअल साइकिल कितने दिन का होता है? अगर आपका जवाब 4-6 दिन है तो अफसोस आप बिल्कुल ग़लत हैं। अधिकांश महिलाओं में मेंस्ट्रुअल साइकिल 28 दिन की होती है।
दुर्भाग्यवश अधिकतर महिलाएं अपने मेंस्ट्रुअल हेल्थ के प्रति सजग नहीं होती। आपकी माहवारी कितने दिन की होती है, यह हिसाब लगाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसलिए हम आपकी इस मुश्किल को हल करने के लिए एक आसान तरीका लेकर आए हैं।
अगर मेंस्ट्रुअल साइकिल की सही जानकारी हो तो आप प्रजनन से जुड़ी कई समस्याओं से निजात पा सकती हैं। ऐसा हम नहीं, ऐसा कहती हैं नोवा IVF, पुणे की फर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ करिश्मा दाफ्ले।
मेंस्ट्रुअल साइकिल को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है।
आमतौर पर यह चक्र 25 से 35 दिन तक का होता है।
इस फेज को हम सब अच्छी तरह से जानते हैं। अक्सर यह 4 से 5 दिन दर्दनाक होते हैं। इस दौरान हमारी योनि से खून का बहाव होता है। डॉ दाफ्ले कहती हैं,”अपने पीरियड्स के पहले दिन के अनुसार आप अपनी पूरी साइकिल का अंदाजा लगा सकती हैं। हालांकि इसके सही हिसाब के लिए 2 से 3 महीने की डेट्स को इस्तेमाल करना चाहिए।
यह फेज आपके पीरियड्स खत्म होने के ठीक बाद शुरू होता है। इस फेज को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है- प्री-ओव्यूलेशन और ओव्यूलेशन।
प्री-ओव्यूलेशन के दौरान यूटेरस की एंडोमेट्रियल लाइनिंग तैयार होती है। ओव्यूलेशन के दौरान यह लाइनिंग पूरी तरह से तैयार होती है और हमारा गर्भ बच्चे के लिए खुद को तैयार कर चुका होता है। इस फेज में प्रेगनेंसी की संभावना ज्यादा होती है। हमारा ओवम (एग) इस फेज में स्पर्म का इंतजार करता है और ऐसा ना होने पर अगले फेज की ओर बढ़ता है
ओवम अब मेटिंग के काबिल नहीं रह जाता, इसलिए इस फेज में प्रेगनेंसी की उम्मीद बहुत कम होती है।
फर्टिलाइजेशन ना होने पर यूटेरस में बनी लाइनिंग टूटना शुरू होती है। इसके बाद यही लाइनिंग खून के रूप में शरीर से बाहर निकल जाती है।
क्यों आवश्यक है मेंस्ट्रुअल साइकिल को अच्छी तरह समझना
डॉ दाफ्ले के अनुसार अगर आप अपने पीरियड्स का हिसाब रखती हैं तो आपको कभी भी किसी भी प्रकार की असामान्यता तुरन्त पकड़ में आ सकती है। ऐसा होने पर आप डॉक्टर से मिलकर उसका सही इलाज समय पर शुरू करवा सकती हैं।
यदि आपकी मां का मेनोपॉज कम उम्र में हो गया था (38-40 के बीच), तो चांस है कि आपका मेनोपॉज भी उसी उम्र के आसपास हो जाएगा। इससे आप अपनी फैमिली प्लानिंग ठीक से कर सकेंगी।
अगर आपको पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक दर्द होता है, तो हो सकता है आपको एंडोमेट्रियोसिस की समस्या हो। अगर आपको पीरियड्स के दौरान ब्लड क्लॉट्स या खून के थक्के निकलते हैं, तो आप फायब्राइड की समस्या से जूझ रही हो सकती हैं। दोनों ही मामलों में डॉक्टर से जल्द से जल्द राय लेना ही सबसे बेहतर उपाय है।
डॉ. दाफ्ले कहती हैं, “आपके मेंस्ट्रुअल साइकिल के बारे में जानकारी होना बहुत आवश्यक है। इससे न सिर्फ आप अपने स्वास्थ्य को समझ सकती है, बल्कि कई गम्भीर बीमारियों से भी खुद को बचा सकती हैं।”