आपका पेशाब आपकी जीवनशैली और आपकी आदतों के बारे में बहुत कुछ कहता है। सुनकर अजीब लगा? जी हां! लेकिन, क्या आप जानती हैं कि पेशाब के रंग और महक से पता लगाया जा सकता है कि आपका स्वास्थ्य कैसा है।
इस पर इतनी ज्यादा हैरान न हों, पेशाब की दो ड्रॉप्स से जब आप ये पता लगा सकती हैं कि आप प्रेगनेंट हैं या नहीं, तो फिर इसके बारे में और सुबूत की क्या जरूरत। इसलिए जब आपका पेशाब ठीक नहीं आता, तो यह संकेत है कि आपकी सेहत के साथ अंदर कुछ गड़बड़ है। अगर हम इन संकेतों को समझ लें तो किसी भी गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है।
डॉ वीणा औरंगाबादवाला जेन हॉस्पिटल मुंबई में गाइनीकोलॉजिस्ट हैं। वह कहती हैं, “पेशाब की अपनी एक स्मैल होती है, लेकिन यदि आप हाइड्रेटेड हैं तो यह उतनी खराब नहीं होती। इसके विपरीत यदि आप डिहाइड्रेटेड हैं, तो इसकी बदबू हर घंटे के बाद ज्यादा तीखी हो जाती है। लेकिन शायद यह अब भी नुकसान देह नहीं होती क्योंकि कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जो समस्याओं को जन्म दें। पर आपको इनका ख्याल रखना चाहिए।”
तो यहां आपको बता रहे हैं वे 9 कारण जिनसे पेशाब में दुर्गंध आने लगती है:
औरंगाबादवाला कहती हैं, “विटामिन विशेष रूप से विटामिन बी जैसे सप्लीमेंट्स पेशाब की गंध को और भी ज्यादा तेज बना देते हैं। बल्कि यह सप्लीमेंट्स तो उसके रंग को भी बदल सकते हैं।”
पेशाब में महक आने का बहुत बड़ा कारण डायबिटीज भी हो सकता है। यदि आप डायबिटिक हैं तो यह आपकी शुगर लेवल को बढ़ा देगा और आपके पेशाब में एक मीठी सी महक आएगी। इस महक को डायबिटीज होने के शुरुआती लक्षणों के रूप में भी देखा जा सकता है।
डॉक्टर औरंगाबादवाला कहती हैं, “गंदी और सड़े हुए अंडे की सी महक यदि आपको अपने पेशाब में मिलती है, तो संभावना है कि आपको यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) हो। जब वहां बैक्टीरियल और फंगल ग्रोथ होती है तो यह आपकी योनि के बायोम पर असर डालता है।
क्लैमाइडिया और गोनोरिया यौन संचरित बीमारियां हैं। जो आपके यूरिनरी सिस्टम को प्रभावित करती हैं। सिर्फ यह दोनों बीमारियां ही पेशाब की गंध को प्रभावित करती हैं वरना यौन संक्रामक बीमारियों का यह प्रभाव नहीं होता। इसलिए यह दोबारा एक वैलिड इंडिकेटर साबित हो सकता है।
डॉक्टर औरंगाबादवाला सुझाव देती हैं, कि यह एक सर्व विदित सच है कि कॉफी पीने से भी डिहाइड्रेशन होता है। बहुत ज्यादा कॉफी का सेवन करने से पेशाब में फ़िशी महक आने लगती है। इस समस्या से बचने की एक तरकीब डॉ. औरंगबादवाला सुझाती है, “आप कॉफी पीने से पहले और बाद में एक-एक गिलास पानी पी सकती हैं। ताकि आप इसके असर को कम किया जा सके।”
वर्ष 2016 में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में एक शोध प्रकाशित हुआ। इस शोध में बताया गया कि ज्यादातर लोग अपने पेशाब की महक में अंतर महसूस कर सकते हैं, यदि वह कुछ ऐसा खाते हैं जो वास्तव में तेज़ महक वाला हो जैसे लहसुन या शतावरी।
डॉक्टर औरंगाबादवाला कहती हैं, जब आप गर्भवती होती हैं, तो आपके शरीर में हॉर्मोन्स काफी तेजी से बदल रहे होते हैं। यह भी आपके पेशाब में आने वाली महक का कारण हैं। यहां एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन होते हैं जो पेशाब में महक का कारण बनते हैं। ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है।
खासकर पहली तिमाही में, प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की सूंघने की शक्ति ज्यादा स्ट्रांग हो जाती है। इसलिए उनके लिए और भी आसान होता है कि वह इस बात का पता लगा सकें कि उनके पेशाब में महक आ रही है या नहीं।
डॉक्टर औरंगाबादवाला कहती हैं, मूत्राशय को प्रभावित करने वाली कोई भी समस्या आपकी पेशाब की गंध को प्रभावित कर सकती है। किडनी में स्टोन होने पर भी आपके पेशाब से दुर्गंध आने लगती है।
डॉक्टर औरंगाबादवाला कहती हैं, मेपल सिरप और पैनल केटोन्यूरिया अर्थात PKU दो ऐसे जेनेटिक डिसऑर्डर है जो बचपन में ही डिटेक्ट हो जाते हैं और जिंदगी भर रहते हैं। इन दोनों ही स्थितियों में लोगों को अक्सर पेशाब में दुर्गंध की शिकायत करते देखा गया है।
यदि आपको भी ऐसा महसूस हो रहा है कि आजकल पेशाब में तेज दुर्गंध या कुछ अलग तरह की गंध आ रही है तो आपको इसे बिल्कुल भी नजरंदाज नहीं करना चाहिए। पेशाब में आने वाली गंध के बदलावों को देखते हुए आपको फौरन किसी डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। यह आपके लिवर में गड़बड़ होने की भी संभावना हो सकती है।
डॉक्टर औरंगाबादवाला चेतावनी देते हुए कहती है, “यही कारण है कि मैं कभी भी इस समस्या को नजरंदाज करने की सलाह नहीं दूंगी।”
तो आप अगली बार जब भी पेशाब करें और किसी फिशी स्मैल का अनुभव करें, तो इसे हल्के से मत लीजिए और अपने डॉक्टर से जरूर बात कीजिए।