वूमेन हेल्थ कंसर्न के अनुसार 50 से 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को वेजाइनल ड्रायनेस की परेशानी का अधिक सामना करना पड़ता है, परन्तु यह जरूरी नहीं कि सिर्फ उनमें ही यह समस्या देखी जाए। असल में यह समस्या 17% महिलाएं जो 18 से 50 की उम्र के बीच की है उनमें भी देखी जा सकती है बस जरूरी यह है कि आप इसके संकेतों को समझे।
वेजाइनल ड्रायनेस महिलाओं में एक आम समस्या है, जो अधिकतर 10 में से 8 महिलाओं में देखने को मिल जाती है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण वजह लुब्रिकेशन की कमी होती है।
आपके एस्ट्रोजेन में भी कमी होती है यह स्तनपान, मेनोपॉज, स्मोकिंग, इम्यून डिसऑर्डर या एंटी एस्ट्रोजेन दवाईयो के कारण हो सकती है।
वेजाइनल ड्रायनेस के दौरान अगर आप अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने है तो, योनि में आपको दर्द महसूस होता है, क्योंकि आपकी योनि में मौजूद नमी खत्म हो जाती है, जिसका असर आपकी सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है।
कई मामलों में योनि का सूखापन न केवल सेक्स के दौरान दर्द का कारण बनता है, बल्कि यह बैठने, खड़े होने, व्यायाम, पेशाब करने या यहां तक कि काम करने में भी असहजता के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
वेजाइनल ड्रायनेस रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है, चाहे महिलाएं यौन सक्रिय हों या नहीं। इससे जीवन की गुणवत्ता पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
वेजाइनल ड्रायनेस के कारण योनि और योनि के आस पास की जगह में बदलाव दिखने लगते हैं। वल्वा के आकार में परिवर्तन आने लगते है और यह पतले दिखने लगते हैं।
कुछ महिलाओं को यह भी अनुभव होता है कि उनके वेजाइनल डिस्चार्ज में परिवर्तन हो रहा है, जो अधिक वॉटरी, डिस कलर्ड और थोड़ा बदबूदार हैं और उनमे इरीटेशन और जलन का अनुभव हो सकता है।
ये लक्षण चिंताजनक हो सकते हैं। कई बार ये बदलाव हार्मोनल परिवर्तन के कारण भी हो सकते हैं।
योनि का सूखापन महिलाओं को अलग तरह से भावनात्मक दबाव में ला देता है। शरीर में परिवर्तन को स्वीकार करना मुश्किल हो सकता है और स्थिति के कारण होने वाले दर्द और परेशानी से आत्मविश्वास और यौन आत्मविश्वास में कमी हो सकती है।
वेजाइनल ड्रायनेस के यह संकेत अगर आप में दिख रहे तो सबसे पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी तरह का उपचार स्वयं न करें। तब तक सुगंधित साबुन से बचें।
जलन से बचने के लिए जरूरी है वेजाइनल एरिया को साफ और सूखा रखें।
सेक्स के दौरान वेजाइनल ड्रायनेस से होने वाली परेशानी से बचने के लिए आप ल्युब का इस्तेमाल कर सकती हैं।
तेज मसालों और प्रोसेस्ड फूड से बचें, ये आपकी योनि के पीएच लेवल को डिस्टर्ब करते हैं।
डियल लेडीज़, आपकी इंटीमेट समस्याएं आपके आपकी डेली लाइफ और आत्मविश्वास दोनों को प्रभावित करती हैं। इन पर झिझकने और इन्हें छुपाने की बजाए इन पर बात करना और समाधान तलाशना ज्यादा जरूरी है।
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