माहवारी महिलाओं के जीवन का एक अनिवार्य सत्य है। प्रजनन आयु में आप इससे बच नहीं सकतीं। वो हीट पैक, मूड स्विंग और क्रेविंग के बावजूद हम पीरियड्स का इंतजार करते हैं, क्योंकि यह किसी भी स्त्री के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ मसला है। अनियमित पीरियड्स की तरह ही एक और समस्या है जो आपको परेशान कर सकती है। वह है हल्के या लाइट पीरियड आना। जानिए क्या हो सकते हैं पीरियड्स के समय हल्की या औसत से कम ब्लीडिंग के कारण।
हर महीने आपकी मेंस्ट्रुअल साइकिल का फ्लो अलग-अलग हो सकता है। यह कोई चिंता की बात नहीं है। इसके पीछे आपके वजन में बदलाव, आपकी लाइफस्टाइल में होने वाले कुछ बदलाव हो सकते है। यह हार्मोन से जुड़ी एक स्थिति भी हो सकती है।
इसमें ब्लड फ्लाे कम हो सकता है, कभी बढ़ भी सकता है। कभी-कभी आपके पीरियड्स चार दिन की बजाए दो या तीन में भी खत्म हो सकते हैं। पर यह केवल कभी-कभार की बात है। अगर लगातार ऐसा होता है, तो यकीनन ये चिंता करने वाली बात है। आइए जानते हैं क्या हो सकते हैं इसके कारण।
अलग-अलग उम्र में महिलाओं को अलग-अलग पीरियड्स का फ्लो देखने को मिल सकता है। पीरियड अधिक नियमित 20 से 30 साल के बीच ही होते हैं। इसके बाद कुछ महिलाओं को पीरियड्स या तो बहुत हैवी या बहुत लाइट देखने को मिलते हैं। इनके पीछे का कारण बढ़ती हुई उम्र ही होती है। इस दौरान पहले से अधिक अनियमित पीरियड्स भी हो सकते हैं और कुछ महीनों में यह स्किप भी हो सकते हैं।
अनियमित पीरियड्स या लाइट पीरियड की वजह कई बार एग का रिलीज न होना भी हो सकता है। इसे ओवुलेशन न होना या अनओवुलेशन (anovulation) कहा जाता है। इसके बाद जब पीरियड्स आते हैं तो वह सामान्य से कम होते हैं।
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कई बार जब महिलाओं का वजन बहुत ही कम होता है या वे अंडर वेट होती हैं, तो उन्हें बहुत लाइट पीरियड्स देखने को मिल सकते हैं। लेकिन ऐसा कभी-कभार ही होता है। इसका कारण यह होता है कि कम फैट के कारण आपके शरीर में फैट लेवल इतने लो हो जाते हैं कि वह ओवुलेशन नहीं कर पाते हैं।
अगर आप बहुत अधिक एक्सरसाइज कर लेती हैं, तो भी आपके पीरियड्स लाइट हो सकते हैं। कई महिलाओं में ब्रेस्ट फीड करवाने के कारण भी ऐसा हो सकता है इसलिए अधिक चिंता न करें।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के पीरियड्स आने बिल्कुल बंद हो जाते हैं। कभी कभार कुछ डिस्चार्ज होता है या कोई स्पॉटिंग दिखती है, तो उन्हें लगता है कि यह लाइट पीरियड है। जबकि ऐसा नहीं होता है। यह अर्ली प्रेगनेंसी का एक लक्षण हो सकता है। इसलिए आपको प्रेगनेंसी टेस्ट कर लेना चाहिए।
अगर आप अधिक स्ट्रेस लेती हैं, तो इससे आपके शरीर का हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है। जो पीरियड्स को अनियमित करने या हल्का करने का एक बहुत बड़ा कारण होता है। तनाव आपके शरीर को बहुत तरह से प्रभावित कर सकता है, जिसमें से एक है लाइट पीरियड का आना है।
अगर आप नियमित रूप से गर्भ निरोधक दवाइयां खाती हैं, तो भी आपको लाइट पीरियड्स देखने को मिल सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन दवाइयों में हार्मोन डोज कम होती है और यूटरस एक थिक लाइनिंग नहीं बना पता है। इस कारण वह शेड भी नहीं हो पाती है। यह भी लाइट पीरियड्स की एक वजह होती है।
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अगर आप यूआईडी या अन्य प्रकार के गर्भ निरोधक तरीकों का प्रयोग करती हैं, तो भी आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर कभी कभार यह लाइट पीरियड दिखते हैं तो कोई बात नहीं यह बहुत सी महिलाओं में सामान्य होता है, लेकिन अगर लगातार ऐसा होता है तो आप को अपने डॉक्टर के पास जाने में देर नहीं करनी चाहिए।