पर्सनलाइज्ड कंटेंट, डेली न्यूजलैटरससाइन अप

First Time Sex Myths : पहली बार सेक्स करने पर सभी को नहीं होती ब्लीडिंग, जानिए ऐसे ही 6 मिथ की सच्चाई

पहली बार सेक्स करने के बारे में सभी के मन में बहुत सारे सवाल, उत्सुकता, फैंटेसी और संकोच भी होता है। पोर्न साइट, वीडियो और फिल्मों ने इस डर और उत्सुकता को और ज्यादा बढ़ाया है। हेल्थ शॉट्स पर हम हम सेक्स एजुकेशन का समर्थन करते हैं इसलिए दूर कर रहे हैं फर्स्ट टाइम सेक्स से जुड़े मिथ्स।
Updated On: 10 Nov 2024, 10:30 pm IST
सेक्स करने पर हर महिला के शरीर की प्रतिक्रिया अलग-अलग हो सकती है। चित्र : अडॉबीस्टॉक

पहली बार सेक्स करने को लेकर कई ऐसी अवधारणा है, जो सालों से बनी हुई है। कई बार जब कोई महिला पहली बार सेक्स करती हैं और उनमें चली आ रही अवधारणाओं जैसे संकेत नजर नहीं आते हैं, तो उन पर सवाल उठाया जाता है। लोगों में समझ और जानकारी की कमी होने की वजह से आज तक ऐसे मिथ को सच माना जा रहा है। इन अवधारणाओं के कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं हैं, ये हमारे जैसे लोगों द्वारा बनाई गई हैं (First Time Sex Myths)। पहली बार सेक्स करने पर हर महिला के शरीर की प्रतिक्रिया अलग-अलग हो सकती है। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, फर्स्ट टाइम सेक्स से जुड़े कुछ मिथ और उनकी सच्चाई (First Time Sex Myths )।

फर्स्ट टाइम सेक्स करने से जुड़े कुछ आम मिथ और उनकी सच्चाई (First Time Sex myths)

मिथ: पहली बार सेक्स करने पर ब्लीडिंग होती है

फैक्ट: अन्य सेक्स मिथ में से लोग इसपर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं। सच्चाई यह है कि हर महिला को पहली बार में ब्लीडिंग नहीं होती। हाइमन टूटने पर ब्लीडिंग होता है, परंतु ऐसा भी हो सकता की सेक्स करने से पहले उनकी हाइमन ब्रेक हो गई हो।

यह साइकिल चलाते समय, व्यायाम करते समय, टैम्पोन का उपयोग करते समय या अन्य समय पर भी ब्रेक हो सकती है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, 63% महिलाओं को पहली बार सेक्स करने पर ब्लीडिंग नहीं होती।

जरुरी नहीं की पहली बार सेक्स करने पर सभी को ब्लीडिंग होती है। चित्र : अडोबी स्टॉक

मिथ: फर्स्ट टाइम सेक्स महिलाओं के लिए बेहद पेनफुल होता है

फैक्ट: ज़्यादातर महिलाओं को पहली बार सेक्स करते समय थोड़ी असुविधा होती है, लेकिन यह दर्दनाक नहीं होता है। अगर सही तरीके से फोरप्ले किया जाए, तो दर्द कम हो सकता है। इंडियाना यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार, जिन महिलाओं ने सेक्स करते समय ल्यूब का इस्तेमाल किया, उन्हें बहुत कम दर्द हुआ और वे उन्हें अधिक सेटिस्फेक्शन भी मिला।

3. मिथ: फिल्मों में दिखाई जाने वाली वीडियो की तरह बहुत एक्साइटेड होता है सेक्स 

फैक्ट: फिल्मों में दिखाए गए दृश्यों से अपनी उम्मीदें न बढ़ाएं। यह हर किसी के लिए एक अलग अनुभव हो सकता है। यह बिल्कुल वैसा नहीं होता जैसा पोर्न और फिल्मों में दिखाया जाता है।

मिथ 4: पहली बार सेक्स करने पर प्रेग्नेंसी नहीं होती

फैक्ट: नहीं! भले ही आप पहली बार सेक्स कर रही हो अनसेफ सेक्स आपको प्रेग्नेंट कर सकता है। अनसेफ सेक्स प्रेग्नेंसी के अलावा कई अन्य सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इनफेक्शन जैसे कि सिफलिस, गोनोरिया, क्लैमाइडिया और कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए शुरुआत से ही सेफ सेक्स प्रैक्टिस करें।

हाइमन के बारे में प्रचलिए ये 5 धारणाएं बिल्कुल आधार हीन हैं। चित्र: शटरस्टॉक

मिथ 5: फर्स्ट टाइम सेक्स के दौरान हाइमन टूट जाता है

फैक्ट: ऐसा नहीं है, पहली बार सेक्स करने से हाइमन नहीं टूटता, बल्कि, यह खिंच जाता है। ऐसा हमेशा पहली बार सेक्स करने से नहीं होता, साइकिल चलाते समय, जिम के दौरान या किसी अन्य शारीरिक गतिविधि के दौरान हाइमन खिंच सकता है। वहीं कई बार बिना पेनिट्रेशन के मेकआउट के दौरान भी ऐसा हो सकता है।

मिथ 6: फर्स्ट टाइम सेक्स करने से STI नहीं होता

फैक्ट: कोई भी व्यक्ति इससे सुरक्षित नहीं है। अगर आप प्रोटेक्शन का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं, तो पहली बार सेक्स करने पर भी एसटीआई हो सकता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार अमेरिका में हर साल लगभग 20 मिलियन नए एसटीडी को डायग्नोज किया जाता है। पिछले साल अमेरिका में यह संख्या अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी, देश में क्लैमाइडिया, गोनोरिया और सिफलिस के दो मिलियन से अधिक मामले सामने आए थे।

यह भी पढ़ें : पीरियड से पहले नजर आ रहे हैं डार्क ब्लड क्लॉट्स, तो जानिए इसका कारण और समाधान

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

अगला लेख