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Vaginal itching : गीले अंडरवियर से लेकर सूखी योनि तक, एक्सपर्ट बता रहीं हैं वेजाइनल इचिंग के तमाम कारण

वेजाइनल इचिंग का सामना कई बार महिलाएं करती है, लेकिन अपने इंटीमेट एरिया के बारे बात करते हुए वे अब भी बहुत झिझकती हैं। जबकि बहुत सामान्य गलतियां इसका कारण बन सकती हैं।
Updated On: 26 Oct 2023, 04:09 pm IST
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Dr. Surbhi Siddhartha
इनपुट फ्राॅम
yoni mei khujali ke karan
योनि में खुजली यीस्ट इंफेक्शन का वजह से हो सकती है। चित्र अडोबी स्टॉक

वेजाइनल इचिंग को आम भाषा में कहें तो योनि में खुजली होना इसके कई कारण हो सकते है। योनि में खुजली का मतलब है कि आपकी योनि स्वस्थ नही है लेकिन स्वस्थ योनि कैसी होती है? ये अधिकतर महिलाओं को नहीं पता होता है क्योंकि उन्हे कभी इस बारे में बताया ही नही जाता है। कई बार महिलाएं शर्मिंदगी के कारण भी अपनी योनि की समस्या के बारे में खुलकर नही बता पाती है। प्राइवेट पार्ट में खुजली के घरेलू उपाय भी अपनाए जाते हैं। तो चलिए आज जानते है वेजाइनल इचिंग के क्या कारण है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने बात की स्त्री रोग विशेषज्ञ और सच्ची सहेली की अध्यक्ष डॉ सुरभि सिंह से

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वेजाइना में खुजली के कारण 

यीस्ट इंफेक्शन

योनि में खुजली यीस्ट इंफेक्शन का वजह से हो सकती है। यीस्ट इंफेक्शन केवल खुजली नही देता है बल्कि सफेद, मोटा, दही के जैसा डिस्चार्ज का भी आपको सामना करना पड़ सकता है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस

यह तब होता है जब एक निश्चित प्रकार के बैक्टीरिया योनि में पनपते है। सबसे अधिक वेजाइना में होने वाला बैक्टीरिया गार्डनेरेला होता है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस अक्सर मछली के जैसी बदबू आती है, पेशाब के दौरान जलन होती है, और हरे, ग्रे या सफेद रंग का डिस्चार्ज होता है।

वेजाइनल ड्राइनेस

वेजाइनल ड्राइनेस योनि के अंदर खुजली का कारण बन सकते है। योनि में ड्राइनेस के कारण आपको सेक्स के दौरान दर्द और असुविधा हो सकती है। इसके लिए आप किसी भी ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल कर सकती है।

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पीरियड के समय यदि आप पैड या टैंपोन का इस्तेमाल करती है तो ये जरूरी है कि आप इसे हर 6 घंटे में बदलें चित्र : शटरस्टॉक

यहां जानिए प्राइवेट पार्ट में खुजली के उपाय

1 पीरियड के दौरान पैड बदलें

डॉ. सुरभि के अनुसार पीरियड के समय यदि आप पैड या टैंपोन का इस्तेमाल करती है तो ये जरूरी है कि आप इसे हर 6 घंटे में बदलें क्योंकि ये जरूरी है नही तो आपको कई तरह के इंफेक्शन हो सकते है और खुजली का कारण बन सकते है। कई बार आलस में महिलाएं ऐसा नही करती है जिससे उन्हे वेजाइना में कई तरह की समस्या हो जाती है।

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2 फैशन छोड़ कॉटन के अंडरवियर चुनें

महिलाएं सिंथेटिक अंडर वियर पहनती है जिसमें बाहर की हवा नही जा पाती है। बाहर की हवा नही जा पाने के कारण स्किन ठीक से सांस नही ले पाती है। कॉटन या सूती के अंडरवियर पहनना एक बेस्ट तरीका है कि आप अपने वेजाइना को स्वस्थ रख पाएंगी क्योंकि कॉटन अंडर वियर स्किन को सामस लेने की पूरी आजादी देते है।

3 गीले अंडरवियर से रहें दूर

गीले अंडर वियर से हमेशा दूर रहें क्योंकि ये आपके योनि में कई तरह के बैक्टिरिया के पनपने का कारण बन सकते है। बारिश के मौसम में कई बार अंडरवियर ठीक से सुख नहीं पाते है जिसकी वजह से महिलाएं हल्के सीले हुए अंडर वियर पहन लेती है जो की बिल्कुल सही नहीं है। कोशिश करेंं की आपके पास कुछ अतिरिक्त अंडरवियर हो जिन्हे आप एमरजेंसी के समय इस्तेमाल कर सकें।

jaane vaginal itching ke karan
योनि या इसके आसपास रेशेज होने का सबसे बड़ा कारण हाइजिन मेंटेन न करना होता है।। चित्र : शटरस्टॉक

4 स्वच्छता का रखें ख्याल

जब भी वेजाइना को साप करने की बात आती है तो इतना जरूर याद रखें की आपका वेजाइना खुद को अपने आप ही साफ करता है इसलिए इसे ज्यादा साफ करने की जरूरत नही होती है। आपको सिर्फ योनि को वल्वा को धोने की जरूरत होती है। सुगंधित साबुन, जैल या क्लीन्ज़र जैसे उत्पादों से बचें जो की वेजाइना को साफ करने का दावा करते है। यदि आप डोचिंग या योनि और वल्वा को ज्यादा धोती हैं तो ये भी खुजली का कारण बन सकता है।

5 प्रोबॉयोटिक लें

प्रोबॉयोटिक आपकी गट हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद माने जाते है। प्रोबॉयोटिक अच्छे बैक्टिरिया को बढ़ाने का काम करते है। वेजाइना के लिए बैक्टिरिया बहुत जरूरी है और प्रोबॉयोटिक से गुड बैक्टिरिया के पैदा होने में मदद मिलती है। प्रोबॉयोटिक के लिए आप दही, कोम्बुचा, किमची, खट्टी गोभी, मीसो लो सकती है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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