यंग एज में तो हम सभी वेजाइनल हाइजीन पर काफी ज्यादा ध्यान देते हैं, परंतु जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है महिलाएं जैसे की हमारी मां और चाची इसके प्रति लापरवाही बरतना शुरू कर देती हैं। वहीं एक उम्र के बाद महिलाएं वेजाइनल केयर के बारे में बात तक नहीं करती। ऐसा करना पूरी तरह से अनहेल्दी है। जिस प्रकार यंग महिलाओं को अपनी वेजाइना के प्रति सचेत रहना चाहिए, ठीक उसी प्रकार बढ़ती उम्र के साथ सभी को वेजाइना की देखभाल करना जरूरी है।
आप इसका उदाहरण अपने घर में देख सकती हैं, मां, दादी, मदर इन लॉ, क्या ये अपनी वेजाइना का ध्यान रखती हैं? क्या आपने कभी वेजाइनल हाइजीन को लेकर इनसे बात की है? यदि नहीं तो इस मदर्स डे उन्हे दें हाइजीन का तौफा और उन्हे वेजाइनल केयर से जुड़ी जरूरी बातें समझाएं (Vaginal care after menopause)।
बढ़ती उम्र के साथ वेजाइनल केयर से जुड़ी जरूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्थ शॉर्ट्स ने सीके बिरला हॉस्पिटल, गुरुग्राम की ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट की डायरेक्टर, दीपिका अग्रवाल से बात की। तो चलिए डॉक्टर से जानते हैं, वे क्या सुझाव दे रही हैं।
डॉ. दीपिका अग्रवाल कहती है “सामान्य आराम और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ योनि की देखभाल अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। मेनोपॉज से संबंधित हार्मोनल परिवर्तन के कारण योनि के टिशु सिकुड़ सकते हैं और ड्राई हो सकते हैं, जिससे दर्द, खुजली और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में वेजाइना की प्रति अधिक सचेत रहें और इसकी हाइजीन का पूरा ध्यान रखें।”
बढ़ती उम्र के साथ महिलाएं अपने पार्टनर के साथ लोग फिजिकल रिलेशन कम बनाते हैं, साथ ही साथ आलस के कारण भी महिलाएं अपनी योनि को नजरअंदाज करना शुरू कर देती है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि बुजुर्ग महिलाएं अपनी योनि को हल्के, बिना खुशबू वाले साबुन और सामान्य पानी से नियमित रूप से धोकर उचित स्वच्छता बनाए रखें। इससे पसीना आदि से जमा हुए बैक्टीरिया निकल आते हैं और इससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
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एक्सपर्ट के अनुसार महिलाओं को टाइट कपड़ों से परहेज करना चाहिए और सांस लेने योग्य सूती पेट पहनने चाहिए। इससे एयर सर्कुलेशन बना रहता है और आने वाली परेशानियों के खतरे को कम किया जा सकता है। एयर पास होने की वजह से वेजाइना का पसीना सूखता रहता है, ऐसे में नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया ग्रो नहीं करते।
महिलाएं जब मेनोपॉज क्रॉस कर चुकी होती हैं, तो उन्हें सेक्सुअल गतिविधियों के दौरान पर्याप्त मात्रा में लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ वेजाइना नेचुरल लुब्रिकेंट प्रोड्यूस करना कम कर देती है। साथ ही वेजाइना की स्किन भी ड्राई हो जाती है, ऐसे में बिना लुब्रिकेंट के सेक्स करने से वेजाइनल कट की संभावना बढ़ जाती है। जिससे कि संक्रमण फैलने वाले कीटाणु आकर्षित होते हैं।
किसी भी योनि स्वास्थ्य समस्या, जैसे संक्रमण या पेल्विक फ्लोर कठिनाइयों की जांच और इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क कर नियमित जांच करवाती रहें। केगेल एक्सरसाइज ब्लैडर पर नियंत्रण बढ़ा सकता है, और पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत कर सकता है।
वेजाइनल हेल्थ को बनाए रखने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करें। धूम्रपान से पूरी तरह परहेज करें, फलों और सब्जियों से भरपूर संतुलित आहार लें और हाइड्रेटेड रहें। उम्र बढ़ने के साथ-साथ योनि की देखभाल को प्राथमिकता देकर महिलाएं अपने आराम और खुशहाली को बरकरार रख सकती हैं, साथ ही अपने जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार कर सकती हैं।