पीरियड्स के दिनों में क्या आपको भी खुद पर से एक अजीब सी स्मेल का अहसास होता है? यकीनन तब पीरियड्स और उस दुर्गंध पर गुस्सा भी आता होगा? जिस तरह हर किसी को पीरियड्स अलग-अलग तरह से होते हैं, उसी तरह हर किसी की गंध भी अलग होती है। यह आम बात है। सीधे तौर पर इसका संबंध डेली हाइजीन प्रैक्टिस से है, खासकर पीरियड के दौरान। योनि को साफ रखना महत्वपूर्ण है, लेकिन ब्लीडिंग के दौरान तो इसकी सफाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है। यदि आप ऐसा नहीं करती हैं, तो आपको खुद पर से दुर्गंध (Period smell) महसूस हो सकती है।
आप चाहती हैं कि आपकी योनि सुगंधित फूलों की तरह महके, तो ऐसा नहीं हो सकता है। इस क्षेत्र में हमेशा एक अजीबोगरीब गंध उपस्थित रहती है। यह गंध पीरियड्स के दौरान तो और भी अजीब हो जाती है। ऐसी स्थिति में हमें क्या करना चाहिए, इसके लिए हेल्थ शॉट्स ने बात की मदरहुड हॉस्पिटल, बंगलुरु की कंसल्टेंट-ऑब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. मधुश्री विजयकुमार से।
डॉ. मधुश्री कहती हैं, “मासिक धर्म के दौरान जो ब्लीडिंग होती है, उसमें कई तरह के कारकों के आधार पर अलग-अलग गंध हो सकती है। यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि अलग-अलग गंध कैसी हो सकती है और उनके क्या कारण हो सकते हैं? तभी उन्हें कम करने के लिए उचित उपाय किए जा सकते हैं।’
कभी-कभी पीरियड्स के ब्लड से मेटल की गंध आ सकती है। आमतौर पर आयरन की मौजूदगी के कारण ऐसा होता है। यह आमतौर पर चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन यह पीरियड समाप्त होने के बावजूद लंबे समय तक नहीं रहना चाहिए।
यदि आपके पीरियड्स के ब्लड में सड़े हुए जैसी बदबू आ रही है, तो इसका कारण आमतौर पर बैक्टीरिया के साथ-साथ ब्लड और टिश्यू का बाहर निकलना होता है। जब हैवी फ्लो होता है, तो यह गंध अधिक तेज हो सकती है। योनि के आसपास सड़े हुए गंध की उपस्थिति सैनिटरी पैड या टैम्पोन को बहुत देर तक छोड़े जाने के कारण भी हो सकता है।
यदि आपकी योनि से फिशी गंध आ रही है, तो यह ठीक नहीं है। यह सामान्य गंध से बहुत तेज होती है। फिशी गंध आमतौर पर विशेष संक्रमण (Bacterial vaginosis) के कारण हो सकती है। यदि आपको पेशाब के दौरान जलन, जलन या खुजली, या रक्तस्राव के अलावा वेजाइनल डिस्चार्ज जैसे लक्षण दिखते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।
डॉ. विजयकुमार कहती हैं, “कुछ उपाय हैं, जिसे अपनाकर आप अपने पीरियड ऑडर को कम कर सकती हैं।’
अगर आपके पीरियड्स के ब्लड से मछली जैसी गंध आती है, तो इसका मतलब है कि आपको अपना पैड या टैम्पोन बदलने की जरूरत है। पीरियड्स के दौरान दुर्गंध से निपटने के लिए यह सबसे बुनियादी लेकिन महत्वपूर्ण कारक है। इसलिए, स्वच्छता बनाए रखें:
अपने पैड या टैम्पोन को हर 4 से 5 घंटे में बदल लें, भले ही फ्लो हल्का हो।
अधिक समय तक पेशाब रोकने से बचें।
हर बार जब आप वाशरूम जाती हैं, तो अपने जननांगों को धो लें।
एक बार में दो पैड पहनने से बचें। इससे बदबू और संक्रमण हो सकता है। एक बेहतर विकल्प यह है कि एक पैड लगाएं और कुछ देर बाद इसे बदल लें। इसके स्थान पर एक बड़े पैड का प्रयोग कर सकती हैं।
पसीने से तर कपड़ों में ज्यादा देर तक न रहें।
पीरियड के दौरान एक्सरसाइज न करें। पर्याप्त आराम करें।
डूशिंग को न कहें।
रेजर का प्रयोग न करें
योनि क्षेत्र को साफ और सूखा रखें।
पीरियड के दौरान स्वच्छता बनाए रखने और योनि की दुर्गंध से बचने के लिए दिन में दो बार स्नान करें। आप गर्म पानी का भी उपयोग कर सकती हैं, क्योंकि यह पीरियड्स में क्रैम्प और दर्द से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है।
इसके अलावा नहाते समय आगे से पीछे की ओर रिंज करें। योनि के बाहरी क्षेत्रों को केवल पानी से साफ करें। इसे अंदर से साफ करने से पीएच स्तर बाधित हो सकता है, जिससे संक्रमण और गंध का खतरा बढ़ सकता है।
टाइट पैंट या इसी तरह के कपड़े पहनने से ऑक्सीजन योनि तक नहीं पहुंच पाती है, जिसके परिणामस्वरूप मासिक धर्म के दौरान गंध आती है। पीरियड्स के दौरान हवा आने-जाने वाले सूती अंडरगारमेंट्स और स्किन के अनुकूल कपड़े पहनें।
पीरियड्स की दुर्गंध से बचने के लिए पैड और टैम्पोन की जगह मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करें। मेंस्ट्रुअल कप को लंबे समय तक (10-12 घंटे तक) पहना जा सकता है। यह आपकी योनि के पीएच संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करेगा, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड की गंध नहीं आएगी।
चूंकि योनि एक सेल्फ क्लीनिंग एरिया है, इस पर सुगंधित वाश या अन्य उत्पादों का उपयोग करने से जलन और एलर्जी हो सकती है। योनि को सादे पानी से साफ करना काफी है।
इन टिप्स के साथ अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहें और पौष्टिक आहार का सेवन करें।
बेहतर हाइजीन के साथ आपको इस दुर्गंध को कम करने से राहत मिल सकती है। यदि गंध कम नहीं होती है या बहुत तेज हो जाती है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है।
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