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जानिए क्या होता है, जब आप पीरियड्स के दौरान पर्याप्त पानी नहीं पीतीं

पीरियड्स के दौरान डिहाइड्रेटेड होने से आप सुस्त महसूस करने लगती हैं, जिससे आपका दर्द बढ़ सकता है।
ज़्यादा सोना पीरियड्स क्रैम्प्स को भी कम करता है। चित्र: शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 17 Oct 2023, 15:44 pm IST
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हाइड्रेटेड रहना शायद सबसे आसान और सबसे महत्वपूर्ण चीज है, जो आप अपने स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कर सकती हैं। आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है, चाहे वह शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए हो, कचरे को हटाने के लिए और जॉइंट्स को चिकनाई देने के लिए।

पूरे दिन पर्याप्त पानी पीना महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से पीरियड्स के दौरान। क्योंकि माहवारी में आपके शरीर में तरल पदार्थ की कमी होने लगती है और आप डिहाइड्रेटेड हो जाती हैं। डिहाइड्रेटेशन आपको थका हुआ महसूस करवा सकता है। जिससे मांसपेशियों में दर्द और बढ़ जाता है। जिससे आपकी लाल रक्त कोशिकाओं तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।

जब आप अपने पीरियड्स पर हों तो हाइड्रेशन आवश्यक है क्योंकि यह पीठ दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करता है। पानी की कमी के कारण आपका समग्र ऊर्जा स्तर भी प्रभावित हो सकता है।

जानिए क्या होता है जब आप पीरियड्स के दौरान डिहाइड्रेटेड होती हैं

जब आप अपने पीरियड्स पर हों, तो एक दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें, अन्यथा, आपको निम्न परेशानियों का अनुभव हो सकता है:

1. सूजन और ऐंठन

चूंकि पीरियड के दौरान आपके एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर कम होता है, इससे आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे आप फूला हुआ महसूस करती हैं और ऐंठन का अनुभव करती हैं। आपके पीरियड्स के दौरान एक दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीने से सूजन और ऐंठन से लड़ने में मदद मिलती है क्योंकि यह आपके सिस्टम को साफ कर देता है।

पानी की कमी से बढ़ सकते हैं आपके क्रेम्प्स। चित्र: शटरस्‍टॉक

2. माइग्रेन और सिरदर्द

डिहाइड्रेटेड सिरदर्द और माइग्रेन का कारण बनता है क्योंकि आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचती है। पर्याप्त पानी नहीं होने से मस्तिष्क अस्थायी रूप से तरल पदार्थ के नुकसान से कॉन्ट्रैक्ट कर सकता है, जिससे मस्तिष्क खोपड़ी से दूर हो जाता है, जिससे सिरदर्द और माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। पानी पीने से मस्तिष्क वापस अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएगा, जिससे सिरदर्द और माइग्रेन से राहत मिलेगी।

3. पेशाब और दर्द कम होना

डिहाइड्रेटेड से मूत्र उत्पादन कम हो सकता है और साथ ही आपके मूत्र का रंग गहरा हो सकता है। यह तब होता है जब आपके गुर्दे डीहाइड्रेटे हो जाते हैं। यदि आप अधिक बार पेशाब नहीं कर रही हैं, तो इससे पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है जिससे असुविधा हो सकती है। पानी पीने से दर्द कम होगा और आपका मूत्र मार्ग भी सक्रिय हो जाएगा।

4. थकान महसूस होना

मासिक धर्म के दौरान कमजोरी और थकान महसूस होना डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है। डिहाइड्रेटेड रक्तचाप को कम करता है, जिससे ऊर्जा का स्तर कम होता है। यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पी रहे हैं, तो आपका द्रव संतुलन बदल सकता है, जिससे आप कमजोर महसूस कर सकती हैं क्योंकि त्वचा और मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करने के लिए हृदय को अधिक पंप करना पड़ता है।

तो लेडीज, अपने शरीर को सुनें और अपने पीरियड्स को आराम से मैनेज करने के लिए दिन भर पानी पिएं।

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टीम हेल्‍थ शॉट्स

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

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