हम में से ज्यादातर लोगों को रात को सोते वक्त पैरों में दर्द और ऐंठन का अनुभव होता है। यह समस्या अक्सर हमारी नींद में खलल डालती है और हमारी नींद पूरी नहीं हो पाती। क्या आपने कभी इस समस्या पर गौर किया है? यदि नहीं तो इस पर ध्यान देना शुरू कर दें। इसका कोई खास मेडिकल कारण नहीं होता। दिन भर की थकान और कुछ सामान्य शारीरिक स्थितियां इसके लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। पैरों की ऐंठन को कम करना बहुत आसान है। आपको केवल थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता है।
लोगों द्वारा पैरों की ऐंठन को लेकर पूछे गए सवालों को ध्यान में रखते हुए आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है, इस समस्या से जुड़ी कुछ अहम जानकारी। जानेंगे आखिर किन कारणों से रात को पैरों में ऐंठन महसूस होता है साथ ही समझेंगे इससे निपटने के कुछ प्रभावी टिप्स (how to avoid leg cramps)।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर डी वाई पाटिल प्राइवेट सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पिंपरी, पुणे के आंतरिक चिकित्सा, सलाहकार चिकित्सक, डॉ प्रसाद कुवलेकर से सलाह ली। तो चलिए जानते हैं इस समस्या का कारन और इसे कैसे कम करना है।
मांसपेशियों को एक्टिव रखने के लिए नियमित रूप से स्ट्रेच करने की जरूरत होती है। लंबे समय तक एक ही मुद्रा बैठे रहने से मांसपेशियां जकड जाती हैं और जब आप रात को बेड पर लेटती हैं और शरीर रिलैक्स पॉजिशन में आता है तो आपको पैरों में ऐठन का अनुभव होता है।
शरीर में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम की कमी ऐंठन को बढ़ावा देती हैं। यह सभी इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर एवं मांसपेशियों में फ्लूइड बैलेंस बनाए रखने में मदद करते हैं। इनका असंतुलित स्तर ऐंठन का कारण बनता है।
निर्जलीकरण यानी की डिहाइड्रेशन खून में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन को बढ़ावा देते हैं, जिसकी वजह से ऐंठन ट्रिगर हो सकती है।
फ्रांसिस ऑनलाइन द्वारा लंबे समय तक खड़े रहने और पैरों में होने वाले ऐंठन को लेकर प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार जो लोग लंबे समय तक खड़े रहते हैं, उन्हें रात में पैर में ऐंठन होने की संभावना अधिक होती है।
इलेक्ट्रोमोग्राफिक अध्ययनों के अनुसार, नर्व की असामान्य गतिविधियां पैर की ऐंठन का एक मुख्य कारण हो सकती हैं।
टेंडन मांसपेशियों और हड्डियों को जोड़ते हैं, समय के साथ स्वाभाविक रूप से यह छोटे होने लगते हैं। इससे मांसपेशियों में ऐंठन का अनुभव होता है।
जरुरत से जयदा व्यायाम करने से मांसपेशियों पर अधिक भार पड़ता है साथ ही मांसपेशियां टूटती हैं, जिसकी वजह से भी दर्द का अनुभव हो सकता है। इसलिए हमेशा समय की पाबंदियों को ध्यान में रखते हुए ही व्यायाम करें।
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अपने पैरों को क्रॉस करके या अपने पैर की उंगलियों को लंबे समय तक इंगित करके बैठने से कॉफ की मांसपेशियां छोटी हो जाती हैं, जिससे ऐंठन हो सकती है।
पर यदि यह दिन प्रति दिन बढ़ रही है और आपका कोई भी नुस्खा काम नहीं आ रहा तो डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है।
1. स्ट्रेचिंग से मिलेगी मदद – एक्सपर्ट के अनुसार यदि आपको रात को सोने से पहले पैरों में ऐंठन का अनुभव होता है, तो अपने पैरों को स्ट्रेच करें। अपने पैर की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करने से आपको आराम महसूस होगा।
2. खुद को हाइड्रेटेड रखें – डॉक्टर के अनुसार यह समस्या इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस के कारण होती है। ऐसे में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और खुद को हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें। खासकर गर्मी के मौसम में इसका विशेष ध्यान रखें। सोडियम एवं पोटेशियम युक्त फ्लूइड का सेवन करें।
3. मसाज करें – रात को पैरों में ऐंठन महसूस हो तो खुदके हाथ से पैरों की मसाज कर सकती हैं। यदि आपके पास रोलर है तो उसकी मदद से अपनी मांसपेशियों को अच्छी तरह से मसाज करें इससे आपको आराम मिलेगा।
4. हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें – दर्द से राहत पाने के लिए एक्सपर्ट हीटिंग पैड का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही गर्म पानी में कुछ देर पैरों को डुबोकर छोड़ने से भी राहत मिलेगी। इतना ही नहीं आप चाहें तो गुनगुने पानी से शॉवर ले सकती हैं।
5. कोल्ड कंप्रेस की मदद लें – कुछ आइस क्यूब्स को टॉवल में लपेट लें और जिस भी जगह पर दर्द महसूस हो रहा है वहां पर इस से सिकाई करें। ऐसा करने से आपको कुछ देर में राहत महसूस होगा।
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।