यदि आप भी एनल सेक्स करती हैं या इसे ट्राई करने का सोच रही हैं, तो आप अकेली नहीं हैं। कई लोग वेजाइनल सेक्स के अलावा एनल सेक्स करना पसंद करते हैं। हालांकि, इसे अभी तक एक टैबू के रूप में देखा जाता है, परंतु यह किसी प्रकार से भी टैबू नहीं है। यह एक व्यक्तिगत पसंद है। यदि कोई एनल सेक्स में दिलचस्पी रखता है और उनके पार्टनर इसके लिए सहमत हैं, तो इसे इंजॉय करना कहीं से भी गलत नहीं है। एनल सेक्स (anal sex) से जुड़ी जानकारी के बगैर इसमें भाग लेना आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है।
यह वेजाइनल सेक्स (vagina sex) की तुलना में ज्यादा पेनफुल होता है। इसलिए सेफ एनल सेक्स (anal sex) से जुड़ी सही जानकारी होना बहुत जरूरी है। तो आज हम आपको बताएंगे सेफ एनल सेक्स इंटरकोर्स (how to make anal sex safe) से जुड़ी कुछ जरूरी टिप्स।
डॉक्टर क्यूटर्स की फाउंडर और गायनेकोलॉजिस्ट तान्या नरेंद्र ने एनल सेक्स को सुरक्षित और आसान बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। तो एनल सेक्स करने से पहले इन बातों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज।
एनल सेक्स को करने के लिए सबसे जरूरी है प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करना। कई बार लोग यह सोचकर प्रोटेक्शन को स्किप करने की कोशिश करते हैं कि एनल सेक्स से प्रेगनेंसी नहीं होती। हालांकि, यह सच है कि एनल सेक्स से आप प्रेग्नेंट नहीं हो सकती। परंतु एसटीआई (STI) यानी कि सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्शन की शिकार जरूर हो सकती हैं। वेजाइनल सेक्स की तुलना में एनल सेक्स में एसटीआई का खतरा ज्यादा होता है।
एनस में कई हार्मफुल बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। यदि ये डायरेक्ट पेनिस के स्किन के संपर्क में आते हैं तो आपको इंफेक्शन का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही एनस की स्किन लाइनिंग काफी पतली होती है और यह आसानी से संक्रमित हो सकती है।
एनल सेक्स की तुलना कभी भी वेजाइनल सेक्स से न करें। इसे करते वक्त अपनी स्पीड को जितना हो सके उतना धीमा रखने का प्रयास करें। साथ ही बीच-बीच में कुछ सेकंड का गैप लेना भी जरूरी है। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है अपने पार्टनर से बातचीत करते रहना। ताकि यदि उन्हें अनकंफरटेबल महसूस हो या दर्द हो तो वह आपको बता सकें। डॉक्टर के अनुसार यदि आप एनल सेक्स में फ्रिकवेंसी को काफी तेज रखती हैं, तो ऐसे में आपके एनस और पेनिस दोनों में इंजरी आ सकती है।
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यदि आप एनल सेक्स कर रही हैं, तो आपको इस बात का पता होना चाहिए कि वेजाइना की तरह एनस किसी प्रकार का नेचुरल लुब्रिकेंट प्रोड्यूस नहीं करता है। ऐसे में यदि आप बिना ल्यूब के इंटरकोर्स कर रहे हैं, तो पेनिस और एनस दोनों में चोट आ सकती है। यदि एनस की बाहरी या अंदरूनी स्किन छिल जाती है, तो यह गंभीर इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इसलिए हमेशा एनल सेक्स के पहले भरपूर मात्रा में नेचुरल लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना जरूरी है। यह एनल इंटरकोर्स को स्मूथ और पेन फ्री बनाने में मदद करेगा।
कई बार लोग एक ही समय में वही कंडोम लगाकर एनल सेक्स करते हुए वेजाइनल इंटरकोर्स भी शुरू कर देते हैं। परंतु आपको बताएं कि यह काफी खतरनाक हो सकता है। यह आपकी वेजाइनल हेल्थ के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। रेक्टम में प्राकृतिक रूप से स्टूल (मल) मौजूद होता है। ऐसे में एनल सेक्स करते वक्त कंडोम पर कई सारे बैक्टीरिया और जर्म्स आ जाते हैं और जब ऐसी स्थिति में वेजाइनल इंटरकोर्स होता है, तो बैक्टीरिया वेजाइना में प्रवेश कर जाते हैं। यह आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है। यूटीआई की समस्या, ब्लैडर इनफेक्शन, इचिंग इत्यादि होना आम है। इसलिए कभी भी एक्साइटमेंट में एनल और वेजाइनल सेक्स को मिक्स न करें।
वजाइना की तरह एनस की स्किन ज्यादा फ्लैक्सिबल नहीं होती। द अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार यदि कोई महिला अमूमन एनल सेक्स में भाग लेती है, तो वह कुछ समय बाद मल असंयम (fecal incontinence) का शिकार हो सकती हैं। इस समस्या में उनके लिए बॉवेल मूवमेंट को कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो जाता है। इसकी वजह से काफी सारी परेशानियां उठानी पड़ती है। इस बात का ध्यान रखें और यदि एनल से इंजॉय करना चाहती हैं, तो 1 या 2 महीने में एक बार इसे इंजॉय कर सकती हैं।
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