बालों के कालेपन को बनाए रखने के लिए तरह तरह के नुस्खे और प्रोडक्टस का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोग मेंहदी का प्रयोग करते है, तो कुछ डाई या फिर कलरिंग की मदद लेते हैं। मगर इन्हें बालों पर लंबे वक्त तक और बार बार लगाने से नुकसान का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बालों के प्राकृतिक रंग और चमक को बनाए रखने के लिए कच्ची हल्दी कई प्रकार से मदद कर सकती है। जानते हैं बालों के कालेपन को बनाए रखने के लिए किस प्रकार से करें हल्दी का प्रयोग।
आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर हल्दी (turmeric) में करक्यूमिन तत्व पाया जाता है, जिससे समय से पहले ग्रे हेयर (grey hair) की समस्या से बचा जा सकता है। इससे बाल मुलायम बनते हैं और हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है। हल्दी को बालों में लगाने से स्कैल्प के रूखेपन, हेयरलॉस और रूसी की समस्या से बचा जा सकता है। इसमें मौजूद एंटीफंगल और एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज़ बालों की ग्रोथ (hair growth) में मदद करती है, जिससे हेयर थिनिंग (hair thinning) की समस्या से बचा जा सकता है। कच्ची हल्दी को बालों में लगाने से जड़ों को मज़ूबती मिलने लगती है।
इस बारे में आयुर्वेद एक्सपर्ट अनिल बंसल बताते हैं कि कच्ची हल्दी को पीसकर या पेस्ट की फॉर्म में बालों में लगाने से फायदा मिलता है। इससे बालों का टूटना, झड़ना कम होने लगता है। साथ ही बालों के कालेपन को बनाए रखने में मदद मिलती है। हल्दी को भूनकर बालों में लगाने से बालों की जड़ां को मज़बूती मिलने लगती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुण बालों को मानसून में बढ़ने वाले संक्रमण से प्रोटेक्ट करने में मदद करता है।
बालों के कालेपन को बनाए रखने के लिए 2 चम्मच कच्ची हल्दी को तवे पर धीमी आंच पर रोस्ट कर लें। जब इसका रंग काला पड़ने लगे, तो इसे ठंडा होने के लिए रखें। उसके बाद ऑलिव ऑयल (olive oil) में आवश्यकतानुसार हल्दी को मिलाकर बालों के बीचों बीच अप्लाई करे। इससे बालों का कालापन बढ़ने लगता है। सप्ताह में एक बार बालों में अप्लाई करने से बाल मुलायम और काले नज़र आते हैं।
रीठा और शिकाकाई की कलियों को एक लोहे के बर्तन में ओवरनाइ्रट सोक करके रख दे। अगले दिन उसे निचोड़कर उसका पानी अलग कर लें। उसमें 1/2 चम्मच कच्ची हल्दी और नीम का अर्क मिलाकर कुछ देर मिलाएं और कफर इससे बालों को धोएं। इससे बालों का कालापन बरकरार है।
बालों की कंडिशनिंग (hair conditioning) के लिए आंवला पाउडर (amla powder) और हल्दी को रोस्ट करके ठंडा कर लें। हेयरवॉश के बाद इसे बालों में अप्लाई करने से बालों का नुचेरल कलर मेंटेन रहता है। इसके अलावा बालों की स्मूदनेस बढ़ जाती है और हेयरफॉल भी कम होने लगता है।
बालों की मसाज के लिए नारियल के तेल (coconut oil) को गर्म करके उसमें चुटकी भर कच्ची हल्दी का पाउडर या पेस्ट मिलाएं। अब इसे बालों की जड़ों में लगाएं और 30 मिनट के बाद हेयरवॉश कर लें। इससे स्कैल्प की नमी बरकरार रहती है और ब्लड सर्कुलेशन नियमित होने लगता है। सप्ताह में 2 से 3 बार इसका प्रयोग करने से मासनूस में हेयरफॉल (hair fall in monsoon) और सफेद बालो से बचा जा सकता है।
बालों को फंगल इंफेक्शन (fungal infection) से बचाने और रूसी की समस्या को हल करने के लिए आधा कटोरी दही में 1/2 चम्म्च हल्दी को मिलाकर मिक्स करें। इस घोल में टी ट्री ऑयल (tea tree oil) मिला लें। बालों को धोने से पहले इसे बालों पर अप्लाई करने से कमज़ोर जड़ों को मज़बूती मिलती है और बालों का नेचुरल कलर मेंटेन रहता है।
फ्रिज़ी बालों (frizzy hair) की समस्या को दूर करने के लिए एक बॉटल पानी में 1 से 2 चम्मच हल्दी को मिलाएं और उससे बालों पर स्प्रे करे। इससे सफेद बालों की समस्या हल होने लगती है और मानसून के मौसम में बालों में होने वाले संक्रमण को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा इची स्कैल्प की समस्या से भी बचा जा सकता है। इसे स्कैल्प पर स्प्रे करने से पहले पैच टेस्ट अवश्य करके देखें।
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