वैलेंटाइन वीक के इस रोमांटिक माहौल में सभी अपने पार्टनर के प्रति प्यार जताने की कोशिश करते हैं। कभी उनकी तारीफ करके, तो कभी कुछ खास उपहार देकर। वहीं कभी इंटिमेसी बढ़ाकर। आमतौर पर वैलेंटाइन के इस पूरे हफ्ते लोग नियमित दिनों से ज्यादा रोमांटिक होते हैं। आखिर ऐसा हो भी क्यों न यह हफ्ता प्यार जताने और इंटिमेसी बढ़ाने का ही तो है। पर अगर आप अपने पार्टनर को चूमने जा रहे हैं, तो कम से कम सांसों की बदबू को बीच में न आने दें। तो फ्रेश किसेबल ब्रीथ के लिए ट्राई करें ये 6 हैक्स।
हालांकि किस डे 6 जुलाई (Kiss day 6 july 2023) को मनाया जाता है और वैलेंटाइन वीक (valentine week kiss day) में चुंबन के लिए 13 फरवरी का दिन निश्चित किया गया है। पर कौन सा ऐसा जोड़ा होगा, जो एक-दूसरे को चूमने के लिए दिन का इंतजार करता होगा। यानी प्यार और चुंबन तारीख देखकर नहीं किए जाते। पर चूमने से पहले आपकी सांसों में सिर्फ मुहब्बत की खुशबू होनी चाहिए। लहसुन-प्याज, कॉफी या कोल्ड ड्रिंक की नहीं। इसलिए कुछ लोग अपने पार्टनर को किस करने से पहले च्युइंगम चबा लेते हैं। जबकि इसकी स्मैल और सेहत पर इसका प्रभाव दोनों ही खराब हैं।
मुंह से आने वाली बदबू को अवॉइड करने के लिए सबसे जरूरी है ओरल हाइजीन को मेंटेन करना। इसके साथ ही कई अन्य तरीके भी हैं, जो आपके ओरल स्मेल को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं ऐसेही कुछ जरूरी टिप्स।
सेक्सुअल हेल्थ एडुकेटर एवं स्टोरीटेलर सीमा आनंद ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए किस करने के लिए अपने ओरल हेल्थ को तैयार रखने की सलाह देते हुए कुछ जरूरी टिप्स सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं, किस तरह अपनी ओरल हेल्थ का ध्यान रखें और सांसों की बदबू से कैसे बचना है।
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कई लोग मानते हैं कि च्युइंग गम को फेशियल एक्सरसाइज के तौर पर इस्तेमाल करने से चेहरे का फैट कम होता है। वहीं दूसरी ओर एक्सपर्ट का मानना है की ये आदत सेहत के लिए कई रूप में नुकसानदेह हो सकती है। एक्सपर्ट के अनुसार जब हम च्युइंग गम को चबाते हैं, तो खाने की आस में हमारे पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम एक्टिवेट हो जाते हैं। वहीं जब पेट को खाना नहीं मिलता, तो यह एंजाइम आपके ब्लोटिंग और गैस का कारण बनते हैं। इसलिए इससे परहेज रखना ज्यादा उचित रहेगा।
एक्सपर्ट के अनुसार सांसों की बदबू से छुटकारा पाने के लिए ओरल हाइजीन पर ध्यान देना सबसे जरूरी है। इसके लिए नियमित रूप से दिन में दो बार ब्रश जरूर करें। वहीं दिन में 2 से 3 बार माउथ वॉश का इस्तेमाल भी फायदेमंद रहेगा। यदि आप चाहें तो होममेड माउथ वॉश का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके साथ ही समय-समय पर पानी पीती रहें। यह सभी तरीकें ओरल हाइजीन के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही सांसों की बदबू को पनपने से रोकते हैं।
हरी सब्जियों का सेवन न केवल आपकी सेहत को बल्कि आपके ओरल हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। वहीं इसके सेवन से मुंह में ज्यादा से ज्यादा सलाइवा उत्पन्न होता है। इसके साथ ही यह सांस एवं मुहं में बदबू पैदा करने वाले एसिड को संतुलित रखता है।
डेयरी प्रोडक्ट और फर्मेंटेड फूड में विटामिन डी की मात्रा मौजूद होती है। जो शरीर में होने वाले हानिकारक बैक्टीरियल ग्रोथ को कम कर देता है। इसके साथ ही इन खाद्य पदार्थों में मौजूद प्रोबायोटिक एक प्रकार के हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारी आंतों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। इसके सेवन से पेट पूरी तरह स्वस्थ रहता है और सांसे तरोताजा रहती हैं।
पुदीने की पत्तियां सांसों की बदबू को कम करने का एक बेहतरीन तरीका हो सकती हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि इसे माउथ वॉश, माउथ फ्रेशनर से लेकर टूथ पेस्ट तक को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में पोषक तत्वों से भरपूर पुदीने की कुछ पत्तियों को दिन में कम से कम 1 से 2 बार जरूर चबाएं। यह आपके मुंह की बदबू के साथ-साथ पेट के लिए भी फायदेमंद रहेगा।
अक्सर लोग ब्रश करते हुए दांतो को तो साफ कर लेते हैं, परंतु कहीं न कहीं जीभ को नजरअंदाज कर देते हैं। वहीं कई लोग ऐसे होते हैं, जो दो और तीन दिन में एक बार जीव को साफ करते हैं। हालांकि, ऐसा नहीं करना चाहिए। ठीक अपने दांतो की तरह नियमित रूप से जीभ को भी साफ करना जरूरी है। क्योंकि इस पर जमे बैक्टीरिया आपके ओरल हेल्थ को प्रभावित कर सकते हैं। साथ ही साथ यह आपके बैड ब्रेथ का भी कारण बनता है।
त्वचा, बाल, किडनी से लेकर ब्लैडर तक की सेहत को बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। वहीं मुंह की बदबू को दूर रखने के लिए भी पानी पीना उतना ही जरूरी है। यह बदबू फैलाने वाले बैक्टीरिया और अन्य सेल्स को फ्लश करने में मदद करता है। इसके साथ ही समय-समय पर मुंह को लुब्रिकेट करते रहने से बदबू को दूर रखने में मदद मिलती है। खाना खाने के बाद साधारण पानी से कुल्ला करना बहुत जरूरी है।
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