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दूसरों से पहले आपको खुद को माफ करना आना चाहिए, ये 5 टिप्स होंगे इसमें आपके लिए मददगार 

अपराध-बोध, शर्मिंदगी, पछतावा ये वे नकारात्मक भाव हैं जो आपके मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपको जीवन में आगे बढ़ने से रोक सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि औरों के साथ-साथ आप खुद को भी माफ करना सीखें। 
अपराध बोध और शर्मिंदगी को भुलाकर आगे बढ़ने से आप स्वयं को क्षमा कर सकती हैं। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 20 Oct 2023, 09:31 am IST
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कभी-कभी कोई एक छोटी सी गलती आपके लिए जीवन भर का बोझ बन जाती है। अपने जीवन के हर बुरे फैसले में आपको उसी गलती का अहसास होता है। इतना ज्यादा कि आप अपने फैसलों पर संदेह करने लगती हैं। जो आगे चलकर आपको तनाव और अवसाद दे सकता है। हम सब गलती करते हैं। पर इसका यह अर्थ नहीं कि आप अपनी गलतियों को जीवन भर के लिए ढोती रहें। जैसे अच्छे संंबंधों के लिए दूसरों को माफ करना जरूरी है, उसी तरह अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए आपको खुद को माफ करना भी आना चाहिए। अगर नहीं आता, तो आपकी मदद करने के लिए हम यहां हैं। ये जरूरी टिप्स आपको खुद को माफ करने (how to forgive yourself) में मददगार साबित हो सकते हैं। 

खुद को क्षमा करना क्यों है जरूरी?

गलतियां इंसान से ही होती हैं। पर इन गलतियों से जो सीख लेता है, वही जीवन में आगे बढ़ता है। वह मानसिक रूप से स्वस्थ भी रहता है। यदि आप सोच रही हैं कि यह कमजोरी की निशानी है, तो यह गलत है। खुद को स्वस्थ रखने और लक्ष्य की सफलता के लिए स्वयं को क्षमा करना जरूरी है। आइए जानते हैं कि खुद को क्षमा कैसे करें (how to forgive yourself) ?

यहां हैं खुद को क्षमा करने के 5 टिप्स

1 न हों अधिक शर्मिंदा

यदि हम कुछ गलत करते हैं, तो यह स्वाभाविक है कि हमारे मन को बहुत बुरा लगता है। पर अपने किये पर शर्मिंदा न हों। इससे आप खुद को क्षमा करने में असमर्थ पाएंगी। अपराधबोध होना चाहिए। अपने-आपको बदलने की प्रेरणा मिलेगी। लेकिन शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। बहुत अधिक शर्मिंदा होने से आपका कॉन्फिडेंस प्रभावित हो जाता है।

2 गलतियों को स्वीकार कर आगे बढ़ें

यदि आपने अपने-आप को क्षमा कर दिया, तो इसका मतलब हुआ कि आपने अतीत को पीछे छोड़ दिया। अब आप आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। जो गलती आपने की, उसे स्वीकार किया। अब आगे बढ़ने की बारी है। इसलिए खुद को क्षमा करना पहला कदम है। यह आपके लिए कठिन हो सकता है। गलतियों को स्वीकार करें और आगे गलती न करने की जिम्मेदारी लें। इससे अत्यधिक खेद और अपराधबोध जैसी नकारात्मक भावनाओं से बच सकती हैं।

3 बहुत अधिक पछतावा न करें

अपराधबोध, गलतियों को स्वीकार करने के बाद आप आगे बढ़ने की जिम्मेदारी लेती हैं। संभव है कि पिछली घटनाओं पर अब भी पछतावा कर रही हैं। पर पछतावा करने में स्वयं को डुबाे देना गलत है।

पछतावा में डूबे रहने की बजाय अपनी गलतियों से सीख लेने की कोशिश करनी चाहिए।चित्र: शटरस्टॉक

इससे आपमें निगेटिविटी भरती चली जाती है। यह निगेटिविटी आपकी परफॉर्मेंस को प्रभावित करने लगती है। इससे संभव है कि आप किसी नशे की आदी हो जाएं। आपमें स्ट्रेस और एंग्जाइटी पनपने लगे। बहुत अधिक पछतावा न करें। सभी निगेटिविटी को खुद से दूर रखें और आगे बढ़ें।

4 गलतियों को सुधार कर करें खुद को क्षमा

आपमें यदि यह बार-बार प्रश्न उठता है कि खुद को क्षमा कैसे करें। इसका एक ही जवाब होगा-अपनी गलतियों को सुधारने की कोशिश करके आप खुद को क्षमा कर सकती हैं। अपराध बोध, शर्म महसूस करना, खुद को दोषी समझना, ये सभी निगेटिव एनर्जी आपको अवसाद में ले जाएगी। इसकी बजाय गलतियों को सुधारने की कोशिश करें। जिस दिन यह काम आप शुरू कर देंगी, उसी दिन आप खुद को क्षमा कर लेंगी।

बीती बातों पर सोचने की बजाय मूव ऑन सोच से कर सकती हैं खुद को क्षमा। चित्र: शटरस्टॉक

5 खुद को नए विचारों से लैस करें

हर कोई गलती करता है। गलती के लिए खेद या पछतावा करना भी सामान्य बात है। लेकिन इस भाव में लगातार बने रहना हानिकारक हो सकता है। इससे आत्मसम्मान पर प्रभाव पड़ता है। खुद को नए विचारों से लैस करें। मन को समझाएं कि आपने जो गलती की है, उससे आपको सीख मिल गई है। अब आप भविष्य में गलतियां नहीं करेंगी।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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