दिवाली से पहले ही हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने लगी है। धूल, धुआं और प्रदूषक कणों के कारण कभी-कभी हमें बोलने या सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है। बोलने से पहले थूकने या सांस लेने में नाक में कुछ फंसा होने का एहसास होता है। यह दिक्कत शरीर में मौजूद बलगम के कारण हो सकती है। हम बार-बार अपना गला साफ़ करते हैं। बार-बार वॉश बेसिन की तरफ भागते और थूकते हैं। कई बार इससे बहुत झुंझलाहट भी होने लगती है। पर क्या आप जानती हैं कि बलगम और कफ स्वाभाविक रूप से हमारे शरीर में तैयार होते रहते हैं। यह हमारे शरीर द्वारा हर दिन बनाया जाता है। यदि बलगम की समस्या हो रही है, तो इसे घर पर कैसे ठीक किया जा (How to stop mucus build up) सकता है। पर इससे पहले जानते हैं कि बलगम क्या है?
हमारे शरीर में बलगम की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह मुंह, गले, नाक और साइनस में कोशिकाओं द्वारा तैयार किया जाता है। यह स्लिपरी नेचर का होता है। इससे विभिन्न अंगों की सुरक्षा और मॉइस्चराइज़ करने में मदद मिलती है। वहीं श्वसन तंत्र सूजन से निपटने के लिए कफ (phlegm) बनाता है। इसे मयूकस मेम्ब्रेन द्वारा तैयार किया जाता है।
ठंड लगने पर
साइनस (साइनसाइटिस) की समस्या होने पर
फ़ूड एलर्जी या एनवारनमेंट एलर्जी होने पर
धुएं या प्रदूषण के कारण
यदि आप स्वस्थ हैं, तो आपका बलगम पतला होगा। वहीं यदि आप बीमार हैं, तो आपका बलगम गाढ़ा और पतली परतों वाला होगा।
यह सबसे पहले और जरूरी नियम है कि आप उन चीजों से बचें, जो बलगम या कफ को ट्रिगर कर सकते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि धूल और धुएं के कारण म्यूकस ज्यादा बनने लगता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप धूल में जाने से बचें। खासतौर से जहां कंस्ट्रक्शन वर्क चल रहा है या सफेदी हो रही है, उन जगहों से दूर रहें। यदि धूल उड़ रही है और आपको बाहर जाना है, तो मास्क लगाकर जाएं।
घर में धूल और उससे संबंधित समस्याओं को बाहर रखने के लिए होम फिल्टर का प्रयोग करें। उसे नियमित तौर पर साफ़ करें। वह अच्छी तरह से काम कर रहा हो।
सबसे पहले उन सभी चीज़ों को छोड़ दें, जिनसे आपका यूरिनेशन अधिक होता है, जिससे आप डिहाईड्रेट हो जाती हैं। खूब पानी पीयें। यदि आप लगातार प्यास दबाकर ऑफिस वर्क कर रही हैं, तो बलगम दूर करने के लिए उठकर पानी पीयें।
गले और नाक के रास्ते को मॉइस्चराइज़ करने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे इन अंगों को मॉइस्चराइज़ होने में मदद मिलेगी। इससे बलगम कम बनेगा और कफ प्रोडक्शन भी कम होने में मदद मिलेगी। ह्यूमिडिफायर अच्छी तरह काम करे, इसके लिए सुनिश्चित करें कि इसकी नियमित रूप से सफाई होती रहती हो।
नमक के पानी से गरारे करना म्यूकस बिल्डअप को कंट्रोल कर सकता है। इसलिए इस मौसम में जब प्रदूषण बढ़ने लगा है तब आपको नमक के पानी से सुबह और शाम गरारे करना शुरू कर देना चाहिए।
इसके लिए 1 गिलास गुनगुना पानी लें। उसमें 1 टी स्पून नमक मिलाएं। इस पानी से गरारे करें। इससे गला साफ़ होगा और गले की जलन भी कम होगी।
यह नाक और साइनस के ऊतकों को अच्छी तरह साफ़ करता है। यह हाइड्रेट करने में भी मदद करता है।
नेज़ल सेलाइन स्प्रे का प्रयोग करें। ध्यान रखें कि उसमें सोडियम क्लोराइड मौजूद हो।
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