गले में दर्द, सुजान, खराश और खाना निगलने में परेशानी होना सामान्य नहीं है। यदि आपके साथ ऐसा होता है और आप इसे नजरअंदाज कर देती हैं, तो यह आपकी एक बड़ी भूल साबित हो सकती है। अक्सर हम इन लक्षणों को गले की खराश समझ कर छोड़ देते हैं, परंतु यह खराश से कहीं गंभीर गले के संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। इसके प्रति समय रहते ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है, अन्यथा बरती गई लापरवाही की वजह से संक्रमण बढ़ सकता है और किसी बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। हालांकि, शुरुआत में कुछ जरूरी बातों का ध्यान रख कर इस समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है।
गले के संक्रमण के ट्रीटमेंट संबंधी जरूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्थ शॉट्स ने मैरिंगी एशिया हॉस्पिटल गुरुग्राम के ई एन टी (ENT) के सीनियर कंसलटेंट डॉ. मनीष कुमार, से बात की। तो चलिए डॉक्टर से जानते हैं, इस बारे में क्या है उनकी राय (throat infection home remedies)।
गले में खराश होना
खाना निगलने में दर्द महसूस होना
गले की त्वचा का लाल पड़ना
आवाज में बदलाव आना
बुखार आना
सूजी हुई लिम्फ नोड्स
बदबूदार सांस
लगातार खांसी होना
तेज सिरदर्द
सामान्य अस्वस्थता
मतली या उल्टी महसूस होना
बहती नाक या कंजेशन
भूख में कमी आना
टॉन्सिल में सूजन आना, कभी-कभी सफेद धब्बे या मवाद की धारियों के साथ नजर आ सकते हैं।
डॉ मनीष कुमार कहते हैं “गले के संक्रमण से बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, अपने हाथ को अच्छी तरह साफ रखें, अन्यथा खाने के साथ हानिकारक बैक्टीरिया आपके मुंह में प्रवेश करते हैं और गले को संक्रमित कर सकते हैं। इसके अलावा अपनी व्यक्तिगत चीजों को दूसरों के साथ शेयर करने से बचें। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं सभी के लिए खांसने से पहले अपने मुंह पर रूमाल रखना जरूरी है।”
इसके अलावा गले के संक्रमण की स्थिति में कुछ साधारण से उपाय अपना कर आप इसे बढ़ने से रोक सकती हैं।
गले के संक्रमण से परेशान हैं और खाना निकालने में परेशानी हो रही हैं, तो ऐसे में नमक के पानी से गरारा करने से राहत मिलेगी। गले के संक्रमण को ट्रीट करने के लिए सालों से इसका इस्तेमाल होता चला आ रहा है। दिन में इसे 2 से 3 बार दोहराएं,।इससे गले का सूजन कम होता है और गले में मौजूद हानिकारक माइक्रोब्स को मारने में मदद मिलती है। एक कप गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक डालें और सभी को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। अब इसकी मदद से गरारे करें।
शहद में एंटी इंफ्लेमेट्री, एंटीऑक्सीडेंट, और एंटी माइक्रोबायल इफेक्ट्स होते हैं, जो गले में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं। आप इसे अन्य सामग्रियों के साथ मिलाकर गले के संक्रमण को ट्रीट करने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं। शहद को गुनगुने पानी, एप्पल साइडर विनेगर और हर्ब के साथ लें, यह फौरन राहत प्रदान करेगा।
गले की ड्राइनेस भी कई बार संक्रमण को बढ़ावा देती हैं। ऐसे में मॉइश्चर ऐड करने से आपको मदद मिल सकती है। इसमें स्टीम इनहेलेशन आपकी मदद करेगी। किसी बॉउल में गर्म पानी निकालें, अब अपने सिर को इसके सामने रखें और ऊपर से तौलिए से सिर ढक लें। 10 से 15 मिनट तक मुंह और नाक से स्टीम को अंदर इन्हेल करें। आप चाहे तो इसमें तुरंत उबला हुआ पानी ऐड कर सकती हैं, ताकि स्टीम बना रहे। यह आपके गले को नमी प्रदान करता है, साथ ही साथ हानिकारक जर्म और बैक्टीरिया को खत्म करने में भी मदद करता है।
यदि आप गले के संक्रमण से परेशान हैं, तो ट्रीटमेंट के लिए दवाइयां और घरेलू नुस्खे से ज्यादा महत्वपूर्ण है, इसके इरिटेंट को अवॉइड करना। यदि आप दवाइयां ले रही हैं और सभी नुस्खे भी आजमा रहे हैं, परंतु संक्रमण के ट्रिगर्स को अवॉयड नहीं कर रहीं, तो स्थिति दिन पर दिन बत्तर होती जाएगी। इस पर दवाइयां का कोई असर नजर नहीं आएगा। स्मोकिंग एक सबसे बड़ा इरिटेंट है, इससे पूरी तरह परहेज रखें। इसके अलावा सेकंड हैंड स्मोक के एक्सपोजर में जाने से बचें, साथ ही साथ शराब, एसिटिक फूड ओर ड्रिंक के साथ ही मसालेदार खाद्य पदार्थों से पूरी तरह परहेज करें। इन्हे अवॉइड करने से आप अपने संक्रमण को जल्दी ट्रीट कर पाएंगी।
पेपरमिंट में एंटी इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं, जो गले के संक्रमण और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसे घर पर तैयार करने के लिए ताजे पेपरमिंट के पत्तों को 3 से 5 मिनट तक पानी में अच्छी तरह उबालें, फिर उन्हें छान कर धीरे धीरे पिएं। इतने दिन में 2 से 3 बार पिएं, आपको अपनी स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।
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