दिन प्रतिदिन बढ़ते तनाव के कारण माइग्रेन और सिरदर्द जैसी समस्याएं भी बढ़ती जा रही हैं। लेकिन चाय के प्याले या दर्द निवारक दवाओं के बजाय भी कुछ महत्वपूर्ण प्राकृतिक और सुगंधित विकल्प हैं, जो इसमें हमारी मदद कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं उन एसेंशियल ऑयल्स के बारे में जो सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या से निजात दिलाने में (how to use essential oils for migraine) मददगार होते हैं।
आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉक्टर चैताली देशमुख के अनुसार, एसेंशियल ऑयल पौधों के कंसंट्रेटेड एक्सट्रैक्ट होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं और मूल रूप से इन पौधों के “एसेंस” इन्हें और भी ज्यादा कारगर बनाते हैं। आपके अन्य कारणों में प्रयोग होने के साथ ही एसेंशियल ऑयल सिर दर्द से राहत पाने का भी एक प्रभावी उपाय होता है। यदि आपको गंभीर माइग्रेन या तेज़ सिरदर्द है, तो एसेंशियल ऑयल से साँस लेना आपके लिए आवश्यक समाधान हो सकता है।
कुछ अध्ययनों के अनुसार, पुदीना और लैवेंडर एसेंशियल ऑयल को त्वचा पर लगाने से सिरदर्द कम होता है। वहीं एक अध्ययन में दर्द से राहत के लिए एसिटामिनोफेन का उपयोग करने और पेपरमिंट ऑयल के उपयोग के बीच कोई स्पष्ट अंतर नहीं पाया गया।
डॉ देशमुख बताती हैं, की “आवश्यक तेल तुरंत लिम्बिक सिस्टम में प्रवेश करके, सेंट रिसेप्टर्स के माध्यम से हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर, बरीथिंग और स्ट्रेस को नियंत्रित रखता है। कुछ तेल शरीर के साथ रिएक्ट करके तनाव और चिंता को कम करते हैं। साथ ही रेस्ट को प्रोत्साहित करते हैं। ये सभी चीजे सिरदर्द और माइग्रेन को कम कर सकती हैं।”
डॉ. देशमुख कहती हैं की सभी तेलों की जननी, लैवेंडर का तेल, अपने एंटीसेप्टिक और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद हो सकता है। “यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि अध्ययन इसके स्मेल की प्रभावशीलता को प्रभावी रूप से प्रदर्शित करता है। तनाव को कम करने के साथ ही पीठ और गर्दन की मांसपेशियों में मजबूती के लिए हल्के दबाव के साथ इससे मालिश कर सकती हैं। वहीं किये गए एक अध्ययन के अनुसार, लैवेंडर माइग्रेन के उपचार में भी उपयोगी हो सकता है,”।
पेपरमिंट ऑयल को पेपरमिंट के पौधे से प्राप्त किया जाता है। जो आमतौर पर यूरोप और उत्तरी अमेरिका में पाए जाते हैं। डॉ देशमुख सुझाव देती हैं, की ” पिपरमेंट ऑयल में मेन्थॉल सिरदर्द से संबंधित तनाव और परेशानी को कम करने में मदद करता है और साथ ही आप शांत और हल्का महसूस कर सकती हैं।
यदि आपको एलर्जी या कंजेशन के कारण सिरदर्द का अनुभव होता है तो ऐसे में पेपरमिंट आपकी मदद कर सकता है। यह ऑयल साइनस के लक्षणों को कम करने में प्रभावी माना जाता है।
नींबू के छिलकों से निकाला गया ऑयल आपकी माइग्रेन की समस्या के लिए चमत्कार कर सकता है। डॉ देशमुख कहती हैं, “जब किसी को किसी प्रकार का तनाव या सिरदर्द होता है, फिर भी वह जागना चाहता है, तो नींबू के तेल का उपयोग उनके मन को शांत करने और उन्हें चीजों पर ध्यान केंद्रित रखने में मदद करेगा।”
आपने कैमोमाइल टी और रिलैक्सेशन के बीच के रिलेशनशिप के बारे में सुना होगा। परंतु क्या इसका प्रयोग सिर दर्द की समस्या में किया जा सकता है? डॉ देशमुख हेल्थ शॉट्स को बताया कि, “मांसपेशियों को आराम देने की अपनी क्षमता के परिणामस्वरूप, कैमोमाइल सिरदर्द से संबंधित तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। रोमन कैमोमाइल में भी एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता हैं।”
रोजमैरी का तेल सिर्फ आपके बालों के लिए ही नहीं बल्कि यह आपके सिर दर्द और तनाव की समस्या में भी फायदेमंद हो सकता है। इसके गुण इसे और भी खास बनाते हैं, और इसका नियमित इस्तेमाल आपके तनाव को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
आप इन एसेंशियल ऑयल्स को अपनी त्वचा पर लगा सकती हैं। इन्हें नियमित रूप से अपने दिनचर्या में शामिल करें और इसके फायदों का लुफ्त उठाये।
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