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अजवाइन है पेट की समस्याओं का रामबाण इलाज, इन 7 तरीकों से करें खाने में शामिल

अजवाइन में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर में बैक्टीरिया के प्रभाव को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसके अलावा अजवाइन का सेवन करने से शरीर से पाचन संबधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
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अजवाइन में एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेटिव गुण पाए जाते हैं। चित्र शटर स्टॉक
Published On: 15 Feb 2025, 06:00 pm IST

अजवाइन के बारीक दानें की तेज़ महक और तीखा स्वाद आहार में टेस्ट और पोषण दोनों को बढ़ाने में मदद करते हैं। भारतीय घरों में अक्सर सब्जी से लेकर परांठों तक हर जगह इस सुपरफूड का इस्तेमाल किया जाता है। और हो भी क्यों न रसोई घर में मौजूद इस सुपरफूड से न केवल पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है बल्कि वेटलॉस से लेकर सांस संबधी समस्याओं को भी हल किया जा सकता है। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर अजवाइन को अक्सर पानी में उबालकर या चाय में डालकर पिया जाता है। अगर आप भी अजवाइन का आहार में शामिल करना चाहती हैं, तो इन 8 तरीकों को अपनाएं (ajwain recipes )।

आहार में अजवाइन (ajwain recipes) को शामिल करने से शरीर को फाइबर, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स की प्राप्ति होती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अजवाइन में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर में बैक्टीरिया के प्रभाव को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसके अलावा अजवाइन का सेवन करने से शरीर को थाइमोल और कार्वाक्रोल कंपाउंड की प्राप्ति होती है जिससे पाचन संबधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। जानते हैं डायटीशियन मनीषा गोयल से अजवाइन के फायदे और इसे आहार में शामिल करने का तरीका भी

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अजवाइन का सेवन करने से शरीर को थाइमोल और कार्वाक्रोल कंपाउंड की प्राप्ति होती है जिससे पाचन संबधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है चित्र: शटरस्टॉक।

अजवाइन के फायदे (Ajwain benefits)

1. डाइजेशन को करे बूस्ट

अजवाइन का सेवन करने से पेट में अल्सर की समस्या को कम किया जा सकता है। इससे अलावा स्मॉल इंटेस्टाइन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है और ब्लोटिंग व अपच के खतरे से बचा जा सकता है। एसिडिटी की समस्या को हल करने के लिए इसे पानी में उबालकर या आहार में शामिल करने से फायदा मिलता है।

2. खांसी जुकाम से राहत

इसमें एंटी कफिंग गुण पाए जाते है, जो गले में खराश और खांसी से राहत दिलाते हैं। इसे चबाकर खाने से लंग्स में एयरफ्लो बढ़ने लगता है और रेस्पीरेटरी हेल्थ बूस्ट होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लामेटरी गुण बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर देते हैं। इसकी मदद से रेस्पिरेटरी ट्रैक से बढ़ने वाली बलगम को कम करके खांसी से राहत मिलने लगती है।

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इसमें एंटी कफिंग गुण पाए जाते है, जो गले में खराश और खांसी से राहत दिलाते हैं।। चित्र : अडॉबीस्टॉक

3. कब्ज की समस्या होगी हल

अजवाइन से शरीर को लैक्सेटिव गुणों की प्राप्ति होती है, जिससे बॉवल मूवमेंट नियमित बना रहता है। इस सुपरफूड का सेवन करने से अपच, ब्लोटिंग और कब्ज से राहत मिलती है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है, जिससे एपिटाइट को भी बूस्ट किया जा सकता है।

4. फैट बर्निंग गुण

रोज़ाना आहार में अजवाइन को शामिल करने से पेट के आसपास जमा कैलोरीज़ को बर्न करने में मदद मिलती है, जिससे हेल्दी वेट को मेंटेन किया जा सकता है। इसमें मौजूद गैस्ट्रिक जूस से पाचनतंत्र को बढ़ावा मिलता है, जिससे वेटलॉस में मदद मिलती है।

5. ओरल हेल्थ में लाए सुधार

इससे मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को दूर कि जा सकता है। इसके अलावा सांसों की ताज़गी को बनाए रखने में भी मददगार साबित होती है। साथ ही स्लाइवा का भी प्रोडक्शन बढ़ने लगता है और मुंह सूखने की समस्या से बचा जा सकता है।

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इससे मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को दूर कि जा सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

जानें अजवाइन को इस तरह से करें अपने आहार में शामिल (Tips to add ajwain in meal)

1. अजवाइन की रोटी

पाचनतंत्र को मज़बूत बनाने के लिए अजवाइन की रोटी का सेवन फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए अजवाइन को आटे में गूंथकर या रोटी पकाने के दौरान नमक के साथ आटे में मिलाकर पकाया जा सकता है। इससे रोटी के स्वाद और पोषण दोनो में ही बदलाव दिखने लगता है।

2. अजवाइन के लड्डू

आटे को घी में भूनकर उसमें गुड़, मिलाए। अब उसमें पिसी हुई अलसी, अजवाइन और सोंठ को मिलाएं। सभी चीजों को हिलाकर हल्का ठंडा होने पर उसे लड्डू का आकार दें और तैयार कर लें। इससे शरीर में एनर्जी का स्तर बढ़ने लगता है।

3.अजवाइन की चाय

एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति के लिए अजवाइन की चाय का सेवन करें। इसके लिए एक कप पानी में आधा चम्मच अजवाइन को रातभर भिगोकर रखें। अगले दिन पानी का उबाल लें और उसे एक कप में छानकर अलग कर लें। अब उसमें स्वादानुसार दालचीनी मिलाएं। चाय तैयार होने के बाद उसे कप में छान लें और उसमें शहद को मिलाएं।

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एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति के लिए अजवाइन की चाय का सेवन करें।

4. नींबू अजवाइन का खट्टा मीठा अचार

पेट दर्द व मतली से बचने के लिए नींबू अजवाइन का अचार फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए नींबू को बीच में से काटकर रख दें अब उसमें नमक लगाएं। एक मिट्टी का बर्तन लें और उसमें नींबू रखें साथ में काला नमक, अजवाइन, काली मिर्च, हींग और जीरा डाल दें। 8 से 10 दिन तक इसे ढ़ककर धूप में रखें और फिर इसका सेवन कर लें।

5. अजवाइन आलू की सब्जी

इसे बनाने के लिए पैन में सूखी लाल मिर्च, अजवाइन, जीरा और काली मिर्च डालकर हिलाएं। अब इसमें अदरक और प्याज डालकर पकाएं। भुनने के बाद उबले हुए आलू काटकर डाल दें। अब इसे पूरी, चपाती व डोसे में स्टफ करके इस्तेमाल किया जा सकता है।

6. अदरक के रस में अजवाइन और शहद मिलाएं

एंटी इंफ्मेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर अजवाइन का खांसी जुकाम से राहत पाने के लिए अदरक के रस और शहद के साथ मिलाकर चबाने से फायदा मिलता है। इससे बैक्टीरिया की रोकथाम में मदद मिलती है और गले में बढ़ने वाली जलन को कम किया जा सकता है।

7. गुनगुने पानी के साथ करें सेवन

ब्लोटिंग और अपच की समस्या से बचने के लिए एक चौथाई चम्मच अजवाइन में नमक को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ खाएं। इससे पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है और गैस व एसिडिटी से भी बचा जा सकता है।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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