जब नींद में सांस लेते समय आपके गले (throat) से एयर फ्लो करने लगती है, तो सोने पर खर्राटे (snoring) आने लगते हैं। खर्राटे लेने वाले व्यक्ति के गले में रिलैक्स्ड टिश्यू वाइब्रेट करने लगता है। इसकी वजह से ही खर्राटे की परेशान करने वाली आवाजें आने लगती हैं। यदि आपके पार्टनर खर्राटे लेते हैं, तो इससे आपकी नींद बाधित हो सकती है। कई बार तो यह आवाज इतनी भयानक होती है कि बगल में साेना मुश्किल हो जाता है। खर्राटे की आवाज को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, क्योंकि ये कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत और कारण हो सकता है। तो अगर आप इस पर लगाम लगाना चाहती हैं, तो आजमाएं ये 7 DIY हैक्स (How to stop snoring)।
यदि पार्टनर को खर्राटे आते हैं, तो सिर रखे जाने की तरफ से बिस्तर को कुछ इंच ऊपर उठा दें। इससे पार्टनर के एयरवेज ओपन हो जाएंगे और उनके खर्राटे या तो कम हो जाएंगे या पूरी तरह बंद हो जाएंगे। बेड राइजर या तकिए से भी एक्स्ट्रा हाइट मिल सकती है।
नेजल पैसेज में स्पेस बढ़ाने के लिए नेजल स्ट्रिप्स को नाक के ब्रिज पर रखा जा सकता है। इससे सांस अच्छे तरीके से ली जा सकेगी और खर्राटों को कम या समाप्त किया जा सकता है। नेजल डाइलेटर को नाक के ऊपर नॉस्ट्रिल्स के पास चिपकाया जा सकता है।
यदि आपके पार्टनर सीडेटिव्स लेते हैं, तो डॉक्टर से बात कर उसके विकल्प पूछें। सोने से पहले सीडेटिव्स का प्रयोग बंद करने से खर्राटे कम हो जाते हैं। शराब की तरह सीडेटिव्स भी थ्रॉट मसल्स के रिलैक्स करने के कारण बन सकते हैं। यदि शराब का सेवन करने की आदत है, तो वह भी छोड़ दें।
स्मोकिंग के कारण भी खर्राटे आते हैं। यदि आपके पार्टनर को स्माकिंग या वाइन पीने की आदत है, तो इसे तुरंत बंद करें। यह खर्राटे को और भी बढ़ा देता है। स्मोकिंग की आदत छुड़ाने के लिए आप डॉक्टर से बात कर सकती हैं।
यदि आपके पार्टनर का वजन ज्यादा है, तो वेट लॉस कराने का प्रयास करें। इससे थ्राॅट में टिश्यू की मात्रा को कम करने में मदद मिलेगी। एक्स्ट्रा टिश्यूज भी खर्राटे यानी स्नोरिंग को बढ़ाने वाले कारक हो सकते हैं।
यदि आपके पार्टनर को एलर्जी है, तो इससे नाक के अंदर एयर फ्लो कम हो सकती है। इसके कारण व्यक्ति मुंह से सांस लेने के लिए मजबूर हो जाता है। इससे खर्राटे आने की संभावना बढ़ जाती है। डॉक्टर से बात करने पर एलर्जी के लिए दी गई दवाइयों से खर्राटे में सुधार हो सकता है। ये नोज स्प्रे, लिक्विड या पिल्स के रूप में भी हो सकती हैं।
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कस्टमाइज़ करें7 डॉक्टर से लें मदद
यदि इन सभी रेमेडीज से कुछ सुधार नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से जरूर मदद लें। कई बार शरीर की अंदरूनी गड़बड़ियों के कारण भी खर्राटे आते हैं। पार्टनर का होल बॉडी चेक अप कराएं। उन्हें जो भी स्वास्थ्य समस्याएं होंगी, उनका उपचार होने पर संभव है कि खर्राटे भी कम हो जाएं।
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