ब्रा खरीदते समय विशेष सतर्कता की जरूरत पड़ती है। अलग-अलग ब्रांड की ब्रा का कप साइज, ब्रा बैंड साइज या ब्रा स्ट्रेप की लंबाई अलग-अलग हो सकती है। इसलिए कभी-कभी ब्रा साइज अनुकूल नहीं होने के कारण टाइट होने लगती है। टाइट ब्रा न केवल आपके स्तनों के आकार को बिगाड़ सकती है, बल्कि यह आपके कंधों में दर्द का भी कारण बन सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने लिए हमेशा सही सही साइज की ब्रा ही चुनें। जानना चाहती हैं कैसे, तो आपकी मदद करने के लिए हम यहां हैं। जानिए कैसे करना है सही साइज की ब्रा (how to choose the right size bra) का चुनाव।
यदि किसी महिला की ब्रेस्ट साइज अधिक है और वह अपनी साइज से छोटी ब्रा पहनती हैं या गलत साइज की ब्रा पहनती हैं, तो उन्हें कंधे, गर्दन और पीठ में दर्द हो सकता है। उन्हें स्ट्रैप्स का भी ध्यान रखना होगा। उन्हें पतले स्ट्रैप्स की बजाय वाइडर स्ट्रैप्स वाली ब्रा पहननी चाहिए। इससे उनके ब्रेस्ट को सपोर्ट मिलता है और उन्हें किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है।
बिना ब्रा पहने हुए सीधी खड़ी हो जाएं। एक मापने वाले टेप से पीठ के चारों ओर और बस्ट के नीचे मापें, जहां ब्रा का बैंड आमतौर पर फिट होता है। सुनिश्चित करें कि टेप स्थिर रूप में प्लेन लाइन में घूम रहा है। टेप को बहुत ज्यादा टाइट न पकड़ें। इसे इंच में मापा जाता है। यदि आप एक इवन नंबर पर पहुंचती हैं, तो यह बैंड साइज होगा।
2 बैंड या स्ट्रैप का सही चुनाव (Choose right Band or Strap)
ब्रा कप्स स्तनों को सही स्थान पर फिट करते हैं। यदि ब्रा को ध्यान से देखेंगी, तो पाएंगी 90 प्रतिशत स्थिति के लिए बैंड जिम्मेदार होता है। हां स्ट्रैपलेस ब्रा में बैंड का कोई काम नहीं होता। स्ट्रैप कप्स के साथ जुड़ी होती हैं, इसलिए ब्रेस्ट के सही तरह से टिकने और उसे सही शेप देने के लिए भी स्ट्रैप और बैंड दोनों ही जिम्मेदार होते हैं।
बैंड हमेशा आरामदायक और सीधे होने चाहिए। वह न ही ढीला हो और न ही टाइट। यदि बैंड से ब्रेस्ट स्किन या बैक स्किन पर दबाव पड़ता है, तो इसका मतलब है कि आपका बैंड छोटा है। यदि आपकी बस्ट साइज 37 है, तो बैंड साइज 34 होना चाहिए। यानी बस्ट साइज और बैंड साइज में 3 का फर्क होना चाहिए।
3 छोटा न रखें कप साइज (No to small Cup Size)
यदि ब्रा के कप छोटे हैं, तो स्तन कप से बाहर निकल जाते हैं और किनारों की तरफ फैल जाते हैं। इससे स्ट्रैप्स पर अतिरिक्त भार पड़ने लगता है। स्ट्रैप पर खिंचाव होने पर वे कंधों पर दबाव बनाने लगते हैं और कंधों में दर्द होने लगता है। ध्यान रखें कि बड़े कप साइज की ब्रा आपके ब्रेस्ट शेप को बिगाड़ सकती है, तो छोटे कप साइज आपके कंधों में दर्द दे सकते हैं।
4 अपने बड़े ब्रेस्ट के अनुरूप चुनें साइज (Choose according to Big Breast Size)
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कस्टमाइज़ करेंएक ब्रेस्ट का साइज दूसरे से बड़ा या छोटा हो सकता है। यह बहुत आम बात है। यदि आप ब्रा की खरीदारी कर रही हैं, तो हमेशा बड़े वाले ब्रेस्ट के हिसाब से ब्रा खरीदें। छोटे ब्रेस्ट साइज के हिसाब से ब्रा खरीदने पर एक तरफ ब्रा टाइट लगती है और स्ट्रैप के दबाव के कारण कंधे दर्द करने लगते हैं।
छोटे ब्रेस्ट में ब्रा कट या रिमूवेबल पैड वाली ब्रा से इस समस्या का निदान पा सकती हैं। लेकिन छोटे साइज की ब्रा लेने पर समस्या ज्यादा हो सकती है।
5 चुनाव करते समय ब्रा की टाइप का भी ख्याल रखें (Choose right Bra Type)
ट्रेडिशनल ब्रा, स्पोर्ट ब्रा, अंडरवायर ब्रा या ब्रालेट सभी अलग-अलग कप या बैंड साइज में हो सकते हैं। अलग-अलग कंपनी की ब्रा साइज भी अलग हो सकता है। ब्रा को तैयार करने में फैब्रिक और टेक्नोलॉजी का भी ध्यान रखा जाता है। स्पोर्ट ब्रा बाउंस को मिनिमाइज करने के लिए बनाई जाती है। वहीं ट्रेडिशनल ब्रा कवर अप एरिया को ध्यान में रखकर तैयार की जाती है। कॉटन या दूसरे किसी फैब्रिक वाले ब्रा का चुनाव भी इसी तरह अलग-अलग समय के लिए किया जाता है। इसलिए ब्रा की खरीदारी करते समय यह ध्यान में रखें कि आप उनका चुनाव किन अवसरों के लिए कर रही हैं।
6 सफाई पर भी दें ध्यान (Pay Attention to Cleanliness)
यदि ब्रा को बार-बार वाशिंग मशीन में धोया जाता है, तो स्ट्रैप और बैंड ढीले हो जाते हैं। इसकी वजह से ब्रा कप्स भी प्रभावित हो जाते हैं। ब्रा को हल्के हाथों से धोयें। उसे लगातार कड़ी धूप में न सुखाएं। ढीले ब्रा को यदि हम अपने तरीके से ठीक करने की कोशिश करते हैं, तो कभी वे ज्यादा टाइट हो जाते हैं, तो कभी ढीले।