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Sugar cravings : वजन कम नहीं होने दे रही मीठा खाने की आदत, तो जानिए इसे कंट्रोल करने के उपाय

क्या आपको पुरे दिन मीठा खाने की लालसा होती रहती है, कहीं ये मोटापा या डायबिटीज के लक्षण तो नहीं? कुछ खास खाद्य पदार्थ हैं जिनकी मदद से आप अपनी शुगर क्रेविंग्स को कंट्रोल कर सकती हैं।
Published On: 17 May 2023, 09:30 am IST
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added sugar khatarnak ho skti hai
ज्यादा चीनी खाने से हाई ब्ल्ड प्रेशर, मोटापा और डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है। चित्र : शटरस्टॉक

लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम समस्याएं जैसे कि डायबिटीज, बढ़ता वजन, डिहाइड्रेशन, पोषक तत्वों की कमी, स्ट्रेस, हार्मोनल बदलाव और अन्य कई स्थितियां शुगर क्रेविंग्स को बढ़ा देती हैं। यह हमारी सेहत के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इस स्थिति में स्वास्थ्य संबंधी तमाम परेशानियों का खतरा बढ़ जाता है। तो आखिर इन्हें किस तरह कंट्रोल किया जाए। हालांकि, इन्हें नियंत्रित करना इतना भी मुश्किल नहीं है।

चलिए आज हेल्थशॉट्स के साथ जानते हैं कुछ खास फूड्स के नाम जो शुगर क्रेविंग्स को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेंगे (How to control sugar craving)।

इस 5 फूड्स की मदद से कंट्रोल करें मीठे की लालसा

1 योगर्ट

पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेने से चीनी की लालसा को कम किया जा सकता है। प्रोटीन और फैट आपके अगले भोजन तक आपको संतुष्ट रखता है। एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन शुगर क्रेविंग्स को कंट्रोल कर सकता है।

एक अन्य अध्ययन की माने तो मोटापे से ग्रसित व्यक्ति जिन्होंने रोजाना एक उचित मात्रा में प्रोटीन ली उनके वजन में गिरवाट आने के साथ ही उनकी मीठे की लालसा में भी कम देखने को मिली। यूएसडीए के अनुसार, आधा कप ग्रीक योगर्ट का नियमित सेवन शुगर क्रेविंग्स से निपटने में आपकी मदद कर सकता है।

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नाश्‍ते में चिया के बीज का सेवन करने से आपकी क्रेविंग्स संतुलित रहती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

2. चिया सीड्स

चिया सीड्स कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत हैं, जिनमें फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड और कुछ हेल्दी प्लांट कंपाउंड मौजूद होते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार इसमें लगभग 40 प्रतिशत फाइबर पाया जाता है, जो आसानी से पानी को अवशोषित कर आपकी आंत में जेली जैसा पदार्थ बना देता है। जिससे आप लंबे समय तक संतुष्ट रहती हैं और यह शुगर क्रेविंग्स को कण्ट्रोल करने में भी आपकी मदद करता है।

3. बेरी

ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी और रसबेरी कुछ ऐसे बेहतरीन खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आप शुगर क्रेविंग्स को कंट्रोल करने के लिए बेफिक्र होकर अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार बेरी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, ऐसे में इनका सेवन ब्लड शुगर को बढ़ाए बिना आपको भरपूर मिठास प्रदान करती हैं और आपके शुगर क्रेविंग्स को भी नियंत्रित रखती हैं।

इसके अलावा यह पानी और फाइबर से भरपूर होती हैं इनका सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और आपके इंसुल सेंसिटिविटी को इम्प्रूव करता है। यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (यूएसडीए) के अनुसार एक कप कच्ची रसबेरी लगभग 8 ग्राम फाइबर प्रदान करती हैं। यह उन्हें पोषक तत्व का एक उत्कृष्ट स्रोत बनाता है।

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4. पिस्ता

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार पिस्ता प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स से युक्त होता है। सभी प्रकार के नट्स शुगर क्रेविंग्स को कम करने में प्रभावी रूप से काम करते हैं, लेकिन पिस्ता इनमें श्रेष्ट है।

न्यूट्रिएंट्स द्वारा 2020 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार पिस्ता का नियमित सेवन करने वाले व्यक्ति की चीनी की खपत काफी काम थी और मोटापे से ग्रस्त वयस्कों के वजन में भी कमी देखने को मिली।

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डार्क चॉकलेट और कोको पाउडर में फ्लेवोनोइड्स, कैफीन और एंटीऑक्सीडेंट होता है। चित्र : शटरस्टॉक

5. डार्क चॉकलेट

यदि आपको मीठे की क्रेविंग्स होती रहती है तो चॉकलेट का एक टुकड़ा आपके टेस्ट बड्स को शांत करने के साथ ही मीठे की क्रेविंग्स को कम करने में आपकी मदद करेगा। खासकर यह महिलाओं के लिए विशेष रूप से काम करता है। यदि आप शुगर क्रेविंग्स कंट्रोल करने के लिए चॉकलेट ले रही हैं, तो डार्क चॉकलेट एक स्वस्थ विकल्प रहेगा।

डार्क चॉकलेट में लगभग 70% तक कोको पाया जाता है। इसमें स्वस्थ पौधों के यौगिक भी पाए जाते हैं जिन्हें पॉलीफेनोल्स के रूप में जाना जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार पॉलीफेनोल्स के एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव हृदय स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

हालांकि, नियमित चॉकलेट की तरह डार्क चॉकलेट में भी कुछ प्रतिशत चीनी की मात्रा और फैट मौजूद होते हैं, इसलिए इन्हे खाते वक़्त इनकी मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरुरी है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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