कोई भी त्योहार हो या पार्टी मीठे के बिना अधूरी लगती है। आइसक्रीम(ice cream) से लेकर चॉकलेट(chocolate) तक, केक से लेकर घर बनने वाली मिठाइयों तक हर चीज़ में शुगर का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप भी अपनी सेहत को लेकर सतर्क हैं, तो इन आसान उपायों को अपनाकर आप अपनी डाइट में से मीठे को बड़ी आसानी से बाहर निकाल सकते हैं। टाइप 2 शुगर (type 2 sugar) से लेकर हार्ट संबधी बीमारियों(heart disease) के लिए खतरा साबित होने वाली शुगर का अत्यधिक सेवन हर किसी के लिए नुकसानदायक है(how to control sugar intake) । आइए जानते हैं इससे बचने के आसान उपाय।
इस बारे में हमारी एक्सपर्ट टोनऑप से डॉ रूचि सोनी बता रही है कि शुगर कई प्रोर के केमिकल से कोटिड होती है। इसमें बहुत ज्यादा ग्लूकोज़(glucose) होता है, जो धीरे धीरे शरीर में इफ्लामेशन को बढ़ाने लगता है। इससे सबसे ज्यादा हार्ट डिसीज रिस्क(heart disease risk) बढ़ने लगता है। साथ ही बैलीफैट(belly fat) बढ़ने का भी खतरा रहता है। ब्लड में ज्यादा शुगर पहुंचने से वो पैनक्रियाज पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। ऐसे में व्हाइट शूगर की जगह ब्राउन शुगर(brown sugar) का इस्तेमाल करें।
शुगर को नियंत्रित(sugar control) करने के लिए लॉकी(bottle gourd), पेठे और करेले के रस को पिएं। इससे हमारे शरीर में शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
वहीं मेथी के दानों(fenugreek seed) को ओवरनाईट(overnight) भिगोकर उसके पानी को पीने से भी फायदा मिलता है।
रोटी बनाने के लिए चोकर सहित मिक्स ग्रेन आटे का प्रयोग करें। इससे रोटी से हमें सभी पोषक तत्व प्राप्त होंगे।
साथ ही इससे हमारी डाइट फाइबर रिच(fiber rich diet) हो जाएगी।
आप आटे को गूंथने के लिए बीटरूट का पानी या फटे दूध के पानी को इस्तेमाल कर सकते हैं।
कहते हैं कि कोई भी चीज़ अगर नियम के अनुसार खाई जाए, तो वो शरीर को फायदा पहुंचाने का काम करती है। वहीं रोजाना़ और लिमिट से ज्यादा बेकरी आइटम्स का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। हांलाकि बाज़ार में बिकने वाली बिस्किट, केक और पुंडिंग बच्चे बहुत चाव से खाते हैं। मगर इनमें शुगर और कार्ब्स बहुत ज्यादा मात्रा में पाए जाते है। मीठे की क्रेविंग होने पर खजूर या फिग को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।
घर में बनने वाली मां के हाथ की इमली की चटनी खुद में ढ़ेरों फायदों को समेटे हुए है। वहीं बाज़ार में बिकने वाले टोमेटो केचअप में बहुत अधिक मात्रा में शुगर कंटेट पाया जाता है। जो खाने का स्वाद तो दोगुना कर सकता है। मगर इसमें मौजूद शुगर हमें कई रोगों से ग्रस्त करने कमें कारगर है। आप केचअप की जगह स्नैकस या परांठों को इमली की चटनी के साथ भी खा सकते हैं।
अगर आप स्वीट्स खाने के शौकीन हैं, तो अपनी डाइट को हेल्दी बनाने के लिए फलों को मिठाइयों से रिप्लेस करें। फलों की नेचुरल मिठास आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। वहीं स्वीटस में इस्तेमाल होने वाली रिफाइंड शुगर शरीर को नुकसान पहुंचाती है। आप डाइट में केले, सेब और तरबूज समेत कई फलों को शामिल कर सकते है।
अक्सर दलिया, ओट्स और कॉर्न फ्लेक्स में मिठास लाने के लिए थोड़ी सी चीनी एड करते हैं। मगर इस बार इन ब्रेकफास्ट मील्स में चीनी की जगह किशमिश या अज़ीर को मिलाएं। इन सूखे मेवों में अपनी नेचुरल मिठास होती है। जो आपको पोषण के साथ साथ मीठा खाने से बचाने में भी सहायक है। वहीं दूध में भी चीनी की जगह छुआरों को उबालकर पी सकते हैं। इसके अलावा दूध के साथ आप डेटस खा सकते हैं।
कोल्ड ड्रिंकस को पीने से परहेज़ करें। इसमें इस्तेमाल होने वाली कार्बानेटिड शुगर शरीर में एक समय में भारी मात्रा में शुगर डिलीवर करने का काम करते है। कोल्ड ड्रिंकस की जगह नारियल पानी, नींबू पानी और लस्सी को आप पी सकते हैं। जो शरीर को पोषण प्रदान करने का काम करते हैं।
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