खानपान में बदलाव और गलत लाइफस्टाइल के चलते दिनों दिन ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ती जा रही है। हमारी डाइट और एक्टिविटीज़ का शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसके चलते ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है, जो हमारी हार्ट हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है। नेशनल हार्ट इंस्टीटयूट के मुताबिक हमारी उम्र, जेनेटिक्स और कई प्रकार की दवाएं भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को शरीर में बढ़ाने का काम करती है। दिनचर्या में कुछ सामान्य बदलाव इस समस्या के जोखिम को कम कर सकते हैं। वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे (World Hypertension Day) के मौके पर जानते हैं कि वो कौन से कारण है, जो इस समस्या को शरीर में बढ़ाने के लिए सहायक हैं ।
लोगों में बढ़ रही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या की रोकथाम और नियंत्रण के लिए हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस यानि वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे मनाया जाता है। दुनिया भर में एक अरब से ज्यादा लोगों को प्रभावित करने वाली ये समस्या हृदय रोगों, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक दुनिया भर में 30 से लेकर 79 वर्ष तक की आयु के करीबन 1.28 बिलियन लोगों में हाई ब्लड प्रेशर है। इसमें से दो तिहाई आंकड़ा निम्न और मध्यम आय वाले देशों का हैं। इसके अलावा तकरीबन 46 फीसदी लोग इस बात से अनभिज्ञ है कि वे इस समस्या से जूझ रहे हैं।
ब्लडप्रेशर एक ऐसा प्रेशर है, जो आपकी आर्टरीज़ की वाल्स के अगेंसट ब्लड को पुश करने का काम करता है। आर्टरीज़ उस ब्लड को हार्ट से शरीर के अन्य हिस्सों में ले जाती हैं। दिनभर में ब्लड प्रेशर बढ़ता और घटता रहता है।
नमक हमारे खाने में टेस्ट को एड करता है। मगर अत्यधिक नमक शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हार्ट के मुताबिक अपने आहार में ज्यादा सोडियम शामिल करने से बल्ड प्रेशर बढ़ने लगता है। खाने में देर तक नमक रहने से सोडियम की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।
एनआईएच के मुताबिक हमारी किडनी रोज़ाना 120 क्वार्ट्स से ज्यादा ब्लड को फ़िल्टर करती हैं। वे पूरे शरीर में कोशिकाओं से विषाक्त पदार्थों और को बाहर खींचती हैं, जो यूरिन के ज़रिए शरीर के बाहर आ जाते हैं। ज्याद नमक खाने से किडनी के लिए तरल पदार्थ निकालना कठिन हो जाता है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है।
हेल्थ हार्वर्ड के मुताबिक कॉफी हमारे शरीर में एलर्टनेस बढ़ाने का काम करती है। एक एनर्जी ड्रिंक के तौर पर लोग इसका सेवन करते हैं। जब कॉफी के साथ चीनी की मात्रा मिल जाती है, तो ये शरीर में जाकर ब्लड प्रेशर को बढ़ाते हैं। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक कैफीन एक वैसोकॉन्स्ट्रिक्टर है। जो ब्लड वेसल्स के साइज़ को कम करके ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है।
वे लोग जो दिन में बार बार स्मोक करते हैं, उनमें ब्लड प्रेशर की शिकायत अक्सर बनी रहती है। ऐसे में धूम्रपान आपके हार्ट पर प्रेशर बढ़ाने का काम करता है। दरअसल, स्मोकिंग करने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं। इसके चलते ब्लड प्रेश का लेवल हाई होने लगता है।
ज्यादा शराब का सेवन आपके कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को प्रभावित करता है। इससे ब्लड प्रेशर के साथ साथ डायबिटीज़ और कैंसर का जोखिम शरीर में बढ़ने लगता है।
शारीरिक तौर पर सक्रिय न होने से भी आप हाइपरटेंशन के शिकार हो सकते हैं। 30 मिनट की रेगुलर एक्सरसाइज़ आपके शरीर में बल्ड फ्लो को बनाए रखने में मदद करती है। एक्सरसाइज़ के अलावा ब्रिस्क वॉकिंग, स्विमिंग, साइकलिंग और एरोबिक्स भी कर सकते हैं।
अपनी डाईट में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और लो फैट डेयरी प्रोड्क्टस का प्रयोग करें। सेचुरेटिड फैट और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में करने से हाई ब्लड प्रेश को कम किया जा सकता है। शुगर और सॉल्ट के ज्यादा इनटेक से भी बचना चाहिए।
अगर आपका वज़न दिनों दिन बढ़ रहा है, तो शरीर में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा रहता है। वेटलॉस से आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल कम होने लगेगा जिससे स्ट्रोक का जोखिम अपने आप कम होने लगता है।
अत्यधिक चिंता करने से ब्लड प्रेशर की समस्या पनपने लगती है। इससे बचने के लिए ज्यादातर समय पसंदीदा कामों को करने में बिताएं। खुद को रिलैक्स रखें और पूरी नींद लें, ताकि शरीर में मौजूद तनाव रिलीज़ होने लगे।
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