डियर लेडीज, थायरॉइड के साथ वेट लॉस करना है, तो इन 4 बातों का जरूर रखें ध्यान
थायरॉइड की समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपने चपेट में ले सकती है। इसमें अन्य लक्षणों के साथ आपको बढ़ते वजन की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। जो कई अन्य स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बनता है। थायरॉइड से ग्रस्त मरीज जानते हैं कि उनके लिए वजन कंट्रोल कर पाना कितना मुश्किल होता है! अगर आप भी इन थायरॉइड के कारण वेट लॉस नहीं कर पा रहीं हैं, तो यहां कुछ जरूरी पोषक तत्वों के बारे में बताया जा रहा है, जो वजन कंट्रोल करने (How to control weight in thyroid) में आपकी मदद कर सकते हैं।
हाइपोथायरायडिज्म में बार-बार भूख लगने की समस्या देखने को मिलती है, जो वजन बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण है। पर इसे कंट्रोल करने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज ही नहीं, अपने आहार पर भी ध्यान देना होता है। चलिए जानते हैं ऐसे कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के नाम, जिन्हें हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
थायराइड और हार्मोनल परिवर्तन
एक संतुलित और अच्छी डाइट हार्मोनल फंक्शन को अच्छे से रेगुलेट करने में मदद करती है। यह थायराइड को नियंत्रित रखने में मदद करती है। परंतु इस बात का ध्यान रहे कि केवल डाइट बदलने से थायराइड नियंत्रित नहीं होता, बल्कि इसके साथ नियमित एक्सरसाइज और मेडिटेशन जैसी शारीरिक गतिविधियों में भाग लेना भी जरूरी है। थायरॉइड डाइट आपके शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता, न्यूट्रिएंट्स, मेटाबोलाइजिंग और फूड सेंसिटिविटी पर निर्भर करती है।
थायराॅइड में वजन नियंत्रित करने के लिए इन पोषक तत्वों को करें अपनी डाइट में शामिल
1. नियमित डाइट में आयोडीन की मात्रा बढ़ाएं
थायराइड के मरीज में आयोडीन की कमी मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है। रिसर्चगेट द्वारा प्रसारित एक अध्ययन में थायरॉइड के दौरान वजन बढ़ने से रोकने के लिए नियमित डाइट में आयोडीन की मात्रा को बढ़ाने की सलाह दी गयी है। पर्याप्त मात्रा में आयोडीन का सेवन शरीर में टीएसएच (Thyroid stimulating hormone) प्रोडक्शन को बढ़ाता है।
2. एंटी इन्फ्लेमेटरी फूड्स को डाइट में शामिल करें
न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर पूनम दुनेजा के अनुसार थायराइड में एंटी इन्फ्लेमेटरी फूड्स का सेवन वजन कम करने में फायदेमंद साबित होगा। वहीं एंटी इन्फ्लेमेटरी फूड ऑटोइम्यून फंक्शन को संतुलित रखते हैं। जो थायराइड के प्रभाव को कम करता हैं और वेट लॉस में मदद कर सकता है।
3. पर्याप्त मात्रा में फाइबर लें
पाचन क्रिया और मेटाबॉलिक हेल्थ के लिए फाइबर सबसे जरूरी पोषक तत्व में से एक हैं। खाने में पर्याप्त मात्रा में फाइबर लेने से पाचन क्रिया संतुलित रहती है और बार-बार भूख लगने जैसी समस्या नहीं होती। वहीं फाइबर युक्त भोजन करने से आपके दो मील में एक उचित समय का अंतर होता है और आप ओवरईट नहीं करती हैं। इसके लिए फल, हरी पत्तेदार सब्जियां और दालों को अपने आहार में शामिल करें।
4. सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें
सेलेनियम शरीर में टीएसएच (Thyroid stimulating hormone) जनरेट करने के लिए एक आवश्यक मिनरल्स के रूप में जाना जाता है। पर्याप्त मात्रा में सेलेनियम का सेवन शरीर को रेडिकल्स फ्री रखता है और थायराइड के दौरान वजन कम करने में मदद करता है। वहीं सेलेनियम बॉडी इम्यून फंक्शन को भी मजबूत बनाए रखता है।
इन फूड्स को अपने आहार में शामिल करना होगा फायदेमंद
एग के योल्क में पर्याप्त मात्रा में आयोडीन और सेलेनियम पाए जाते हैं वही यह व्हाइट प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। चिकन में भी पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है। सीफूड्स जैसे कि फिश, सैल्मन और प्रॉन्स के साथ हरी पत्तेदार सब्जियां और फल जैसे बेरीज, केला, संतरा, टमाटर, इत्यादि भी थायराइड में आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
ग्लूटेन फ्री ब्रेड और सीड्स जैसे की राइस, बकव्हीट, क्विनोआ, चिया सीड्स और फ्लेक्स सीड्स को अपने नियमित आहार में शामिल करें। वहीं दूध, योगर्ट, चीज इत्यादि जैसे डेरी प्रोडक्टस का इस्तेमाल करना उचित रहेगा। पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखें, कैफ़ीन से जितना हो सके उतना परहेज रखें।
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