यह हमारी पुरानी आदत कह लें या जीने का तरीका कि हम अपने दौर के सेलिब्रिटीज को फॉलो करना चाहते हैं। इस फॉलोइंग की राह में एक स्टाइल आता है। ऐसा स्टाइल जिसे हम टैटू नाम से जानते हैं। हम किसी बड़े खिलाड़ी, किसी फिल्मी सितारे को देखकर अपने शरीर पर भी टैटू चाहते हैं। लेकिन इस टैटू के नुकसान भी हो सकते हैं। खासकर तब जब टैटू बनवाते वक्त जरूरी सावधानियां (safety tips for tattoo) ना बरतें। टैटू बनवाना हमें स्किन या ब्लड कैंसर तक भी ले जा सकता है। इसके अलावा टैटू के और भी नुकसान है जिसे हम थोड़ी देर में समझने जा रहे हैं।
टैटू बनाने के दौरान सुइयों का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपकी स्किन की एक परत नीचे स्याही को इंजेक्ट करती हैं। अब यहाँ अगर सावधानी नहीं बरती जाती तो आपको नुकसान हो सकता है। अगर टैटू पार्लर सुइयों को ठीक तरीके से साफ नहीं रखता या इस्तेमाल के लिए सुइयों या और चीजों का स्टेबिलाइजेशन सही से नहीं किया गया तो आपको इससे इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है।
ऐसे इन्स्ट्रूमेंट्स जो इंफेकटेड या गंदे हैं उनके जरिए आपके शरीर में वायरस या बैक्टीरिया जा सकते हैं और फिर न सिर्फ स्किन को बल्कि पूरे शरीर को इससे अलग-अलग समस्याएं हो सकती हैं। एचआईवी और हेपेटाइटीस जैसी बीमारियों का भी ये कारण बन सकता है।
हम जिस इंक से अपने टैटू बनवाते हैं, उसमें केमिकल्स पाए जाते हैं। अमेरिकन एकडेमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार ये केमिकल्स कुछ लोगों की स्किन में में एलर्जी रिएक्शन का कारण बन सकते हैं। यह एलर्जी खुजली, जलन, सूजन, लालिमा या चकत्ते के रूप में दिख सकती है।
कुछ लोगों को रंगीन स्याही, खासकर लाल और हरे रंग की स्याही से एलर्जी होती है, जो त्वचा पर लंबे समय तक समस्या पैदा कर सकती है। इसके अलावा, टैटू बनवाने के बाद कुछ लोगों को त्वचा पर सेंसिटिविटी या सूजन भी हो सकती है।
टैटू शरीर पर परमानेंट निशान छोड़ते हैं। इसलिए इसमें ग़लतियों की गुंजाइश नहीं है। अगर टैटू की डिजाइन या स्थान आपके लिए बाद में मुसीबत बन जाए तो फिर उसे हटाना लगभग नामुमकिन या बहुत मुश्किल होगा। इसके लिए लेजर थेरेपी की जरूरत पड़ सकती है। कई बार टैटूज हटाने में लेजर थेरेपी भी काम नहीं आती और स्किन पर निशान बाकी ही रह जाते हैं।
टैटू (safety tips for tattoo) बनवाने के बाद कुछ और समस्याएं जन्म ले सकती हैं। जैसे – आपने जिस हिस्से पर टैटू बनवाया है, सूरज की रौशनी उस पर नुकसानदायक असर डाल सकती है। इस वजह से स्किन में जलन, लालिमा और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती है। खासकर गर्मी के मौसम में, अगर टैटू पर सूर्य की सीधी किरणें पड़ती हैं, तो इससे त्वचा को नुकसान हो सकता है।
रिपोर्ट्स कहती हैं कि इसके कम चांस हैं कि टैटू आपको स्किन कैंसर दे। लेकिन टैटू की इंक के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता। मसलन, कैंसर ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक टैटू की इंक न सिर्फ स्किन कैंसर का कारण बन सकती है, बल्कि इसमें पाया जाने वाला एक एक पदार्थ जिसका नाम कार्सिनोजेन है, वो कैंसर का कारण बन सकता है और आपके लीवर को कैंसर दे सकता है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कई बार टैटू अपने उस हिस्से को इस तरह से कवर कर लेता है जहां स्किन कैंसर है या होने की संभावना है और फिर डायग्नोसिस में भी मुश्किलें आती हैं। इसलिए अगर आप इस तरह की दुविधा या डर से जूझ रहे हैं तो टैटू न बनवाने का ही फैसला ठीक है।
लैंसेट की एक रिपोर्ट सीधा इसी ओर इशारा करती है। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे लोग जिन्होंने दो साल के अंदर अपना पहला टैटू बनवाया है, उनके अंदर ब्लड कैंसर के खतरे किसी भी व्यक्ति से 21 प्रतिशत अधिक होते हैं। कई बार इसकी शुरुआत इंफेक्टेड सुई के इस्तेमाल की वजह से हुए इन्फेक्शन से होती है। यही इन्फेक्शन आगे चल कर बड़ी बीमारियों का खतरा दे देता है। हालांकि इस रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि सही सावधानी लेकर हम इन सारे खतरों से बच सकते हैं।
इसे आप ऐसे सोच सकते हैं कि आप अपने शरीर पर कोई एक परमानेंट आकृति बनवाने जा रहे हैं। इसकी प्रक्रिया में आपके शरीर के अंदर सुई जाएगी। ऐसे में अगर टैटू बनाने वाला भरोसेमंद न हो, साफ-सफाई का ख्याल न रखे तो मामला बिगड़ सकता है। सुई समेत सारे इन्स्ट्रूमेंट साफ हों ये तो आपको देखना ही है, लेकिन इसके साथ ही अगर संभव तो तो पार्लर की हिस्ट्री भी जांच लें और तब टैटू बनवाने का फैसला लें।
यह बहुत छोटी बात है जो बड़े नुकसान पहुंचा सकती है। आम तौर पर लोग इस बात को इग्नोर कर देते हैं। लेकिन टैटू बनवाने के पहले पार्लर से उस इंक की सारी जानकारी लें। खुद क्रॉस चेक कर के देख लें कि इससे किसी बड़ी समस्या का खतरा तो नहीं। आज कल इंटरनेट पर लगभग हर जानकारी है, तो उस जानकारी का इस्तेमाल (safety tips for tattoo) अपने भले के लिए करें।
टैटू (safety tips for tattoo) बनवाने के बाद, त्वचा को अच्छे से साफ और सूखा रखें। अगर आपके टैटू पर किसी इन्फेक्शन की वजह से घाव बन जा रहा है तो इस घाव को खुजलाने या फोड़ने की कोशिश मत करें।
इससे इन्फेक्शन और बढ़ सकता है। और हां, बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी मलहम या क्रीम टैटू या टैटू के घाव पर मत लगाएं।
टैटू बनने के बाद, अगर आप बाहर जा रहे हैं, तो कम से कम कुछ दिन तक टैटू पर सनस्क्रीम का इस्तेमाल करें। खासकर सूरज की सीधी किरणों से बचने के लिए। इससे टैटू की स्किन में जलन और इन्फेक्शन के खतरे से आप बचे रहेंगे।
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