दुनिया भर में, 60 मिलियन से अधिक लोग, जिनमें लाखों बच्चे शामिल हैं, 1980 के दशक की से एचआईवी संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें एड्स से अब तक 25 मिलियन लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, 2019 में हुये सरकारी सर्वे के अनुसार भारत में, लगभग 23.49 लाख लोग एचआईवी/एड्स से पीड़ित हैं। यह आंकड़ें हैरान और परेशान कर देने वाले हैं, क्योंकि इस समय जब कोविड – 19 पैनडेमिक का प्रकोप खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एड्स जैसी समस्या व्यक्ति का पूरा जीवन प्रभावित कर सकती है। इसलिए आज वर्ल्ड एड्स डे (World Aids Day 2022) के उपलक्ष्य पर इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप एचआईवी से खुद को कैसे बचा सकती हैं (how to protect yourself from HIV)।
एचआईवी (Human immunodeficiency virus infection) एक वायरस है जो किसी भी व्यक्ति की इम्यूनिटी पर हमला करता है और इसे कमजोर कर देता है। इम्यूनिटी कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों के एक नेटवर्क से बनी होती है जो शरीर की रक्षा करने और कीटाणुओं और बीमारियों से लड़ने के लिए मिलकर काम करती हैं। एक बार यदि किसी को एचआईवी हो जाए तो यह कभी नहीं जाता है।
यदि एचआईवी पॉजिटिव (HIV) व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली इतनी कमजोर हो जाती है कि यह स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में भी सक्षम नहीं है, तो यह एड्स की शुरुआत मानी जाती है। जो कि एचआईवी की लास्ट स्टेज होती है।
एचआईवी ब्लड स्पर्म, वेजाइनल फ्लुइड, स्तन के दूध और शरीर के अन्य तरल पदार्थों के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। जैसे
जब कोई व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाए है जिसे एचआईवी है और वह कंडोम का उपयोग नहीं करता।
जब लोग इनफेक्टेड सुइयों या सीरिंज का प्रयोग करते हैं।
गर्भावस्था, बच्चे के जन्म या स्तनपान के दौरान, एक एचआईवी पॉजिटिव मां अपने बच्चे को वायरस दे सकती है।
एचआईवी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन ऐसी दवाएं हैं जो वायरस को नियंत्रण में रख सकती हैं और शरीर की इम्युनिटी को हेल्दी बनाए रखने में मदद कर सकती हैं।
1. एचआईवी का टेस्ट करवाना ज़रूरी है, खासकर यदि आप सेक्सुअली एक्टिव हैं तो। यह एचआईवी की स्थिति जानने और आपके साथी को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है।
2. यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने की योजना बना रही हैं, तो जल्द से जल्द एचआईवी टेस्ट करवाएं।
3. एचआईवी को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका यौन गतिविधि और इंजेक्शन के उपयोग से दूर रहना है।
4. यदि आप यौन रूप से सक्रिय हैं कंडोम का इस्तेमाल करें। मेल कंडोम या फीमेल कंडोम का उपयोग करने का सही तरीका जानें।
5. इस तरह की सेक्सुअली एक्टिविटी में इनवॉल्व हों जिनमें बहुत कम जोखिम है जैसे अपने सेक्सुअल पार्टनर को सीमित करना।
6. किसी भी बीमारी में इंजेक्शन की सीरिंज को एक बार के बाद दोबारा प्रयोग न करें।
7. सेक्सुअल टॉयज का इस्तेमाल एक पार्टनर से दूसरे में न करें और इन्हें अच्छे साफ करके इस्तेमाल करें।
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