पर्सनलाइज्ड कंटेंट, डेली न्यूजलैटरससाइन अप

कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वालों को प्रदुषण में रखना चाहिए खास ध्यान, जानिए क्या करना है और क्या नहीं

धूल भरी परिस्थितियों, केमिकल रूप से चार्ज की गई सेटिंग और जहरीली हवा के प्रचलन को देखते हुए, यह जरूरी है कि कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले संभावित जोखिमों और उन्हें कम करने के तरीकों के बारे में जानकारी रखें (tips to wear contact lenses)।
कॉन्‍टैक्‍ट लेंस के साथ आपको एक्‍स्‍ट्रा सावधानी बरतने की जरूरत है। चित्र: शटरस्‍टाॅॅॅक
Published On: 3 Nov 2024, 12:00 pm IST

गिरते तापमान और फेस्टिव सीजन में शहर में बढ़ता वायु प्रदूषण लोगों के लिए बेहद चुनौती पूर्ण हो सकता है। इस दौरान रेस्पिरेटरी संबंधी समस्या, संक्रमण तथा अन्य कई तरह की समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। वहीं यह मौसम कॉन्टैक्ट लेंस लगाने वालों के लिए परेशानी भरा हो सकता है। दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण से कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग चुनौतीपूर्ण हो सकता है। धूल भरी परिस्थितियों, केमिकल रूप से चार्ज की गई सेटिंग और जहरीली हवा के प्रचलन को देखते हुए, यह जरूरी है कि कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले संभावित जोखिमों और उन्हें कम करने के तरीकों के बारे में जानकारी रखें (tips to wear contact lenses)।

डॉ. स्मित एम बावरिया, मोतियाबिंद सर्जन, डॉ. अग्रवाल आई हॉस्पिटल, वडाला ने प्रदूषित वातावरण में कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से जुड़े कुछ सुझाव दिए हैं। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार से (tips to wear contact lenses)।

कॉन्टैक्ट लेंस पहनती हैं, तो इस प्रदूषित वातावरण में बचाव के लिए इन टिप्स को फॉलो करें (tips to wear contact lenses)

1. सुरक्षात्मक चश्मा पहनें

बाहर जाते समय, सुरक्षात्मक चश्मा पहनना आपकी आंखों को धूल और प्रदूषण से बचा सकता है। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है यदि आप RGP (कठोर गैस पारगम्य) लेंस पहन रहे हैं, क्योंकि प्रदूषक कण आसानी से उनके नीचे जा सकते हैं। यदि वे नीचे चले गए तो आपकी आंखों को संक्रमित कर बड़ी परेशानी का कारण बन सकते हैं।

हेल्दी आईज के लिए अपने चश्मे का ख्याल रखना भी है जरूरी चित्र-शटरस्टॉक

2. उच्च गुणवत्ता वाले लेंस चुनें

डॉक्टर के सुझाव से सही और सुरक्षित लेंस चुनें। डॉक्टर द्वारा सुझाए गए अच्छी गुणवत्ता वाले लेंस से जलन होने की संभावना कम होती है और वे प्रदूषण से उत्पन्न चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। सस्ते, खराब तरीके से निर्मित लेंस से बचें, क्योंकि वे समान स्तर का आराम या सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते हैं। विशेष रूप से बढ़ते प्रदूषण की इस स्थिति में आपको सही लेंस चुनने की सलाह दी जाती है।

3. अपनी आंखों को नियमित रूप से हाइड्रेट करें

प्रदूषण के कारण आंखें ड्राई हो जाती हैं, ऐसे में आंखों को अधिक ड्राई होने से बचाने के लिए, हाइड्रेटिंग टीयर्स (hydrating tears) का इस्तेमाल करें। डॉक्टर के सुझाव से लेंस लगाने से लगभग 15 मिनट पहले हाइड्रेटिंग टीयर्स लगाएं। यह आपकी आंखों को हाइड्रेट रखने और असुविधा को कम करने में मदद करेगा।

यह भी पढ़ें : आंखों के लिए पूरी तरह हार्मलैस नहीं है कॉन्टेक्ट लैंस लगाना, एक्सपर्ट बता रहे हैं क्यों

4. किसी नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श करें

यदि आपको अपने लेंस पहनते समय अक्सर जलन या असुविधा का सामना करना पड़ता है, तो किसी नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें। वे आपकी ज़रूरतों और पर्यावरण की स्थितियों के आधार पर उपयुक्त लेंस या विकल्प सुझा सकते हैं।

अब जानिए बचाव के लिए आपको क्या नहीं करना चाहिए

1. लंबे समय तक लेंस पहनने से बचें

उच्च प्रदूषण वाले दिनों में, लेंस पहनने की अवधि को सीमित करें। जबकि सॉफ्ट लेंस आमतौर पर 18 महीने तक चल सकते हैं, प्रदूषण इसे लगभग 8 महीने तक कम कर सकता है। हमेशा लेंस को लंबे समय तक पहनने से ज़्यादा अपनी आंखों की सेहत को प्राथमिकता दें।

आंखो को बार बार हाथ लगाने से बचें। चित्र : अडॉबीस्टॉक

2. अपनी आंखों को रगड़ने से बचें

अपनी आंखों को रगड़ने से आपके लेंस फट सकते हैं, जिससे संक्रमण या गंभीर चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपको अपनी आंखों को रगड़ने की ज़रूरत महसूस होती है, तो पहले अपने लेंस को हटाएं।

3. लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें

अगर आपको रेडनेस, जलन या आंखों में लगातार असुविधा महसूस हो रही है, तो इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें। तुरंत अपने लेंस को निकालें, अपनी आंखों को साफ करें और डॉक्टर की सलाह लें।

4. इस्तेमाल की जाने वाले आई ड्रॉप को लेकर सावधान रहें

सभी आई ड्रॉप कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वालों के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं। गैर-अनुशंसित आई ड्रॉप का उपयोग करने से बचें, क्योंकि वे आपके लेंस को नुकसान पहुंचा सकते हैं और जलन को बढ़ा सकते हैं।

डॉक्टर के बताए आई ड्रॉप्स और ल्यूब्रीकेंटस को रूटीन में प्रयोग करें। चित्र : अडोबी स्टॉक

5. और क्वालिटी रिपोर्ट को नज़रअंदाज़ न करें

अपने क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के बारे में जानकारी रखें, खासकर दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान। अगर प्रदूषण का स्तर ज़्यादा है, तो अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे जैसे वैकल्पिक विकल्प ही आजमाएं। इस दौरान लेंस का इस्तेमाल जितना हो सके उतना कम करने का प्रयास करें।

यह भी पढ़ें : Eye infection in monsoon : आंखें लाल हो रही हैं और उनमें से पानी आ रहा है, तो जानिए मानसून में कैसे रखना है आंखों का ध्यान

लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं।

अगला लेख