एग्जाम स्टडी, डेट हो या वर्क प्रेशर हांथ में एक कप कॉफी होना तो जरुरी है। लोग रोजाना लगभग 1 से 2 कप कॉफी जरूर पीते हैं। कई बार एग्जाम स्टडी में रात भर जागने के लिए तो कई बार अपने डेट के साथ प्यारी मीठी मीठी बातें करते हुए, वहीं बॉस की डांट सुनने के बाद दिमाग को हल्का करने में कॉफी आपकी मदद करती है। परंतु क्या आप यह जानती हैं, कॉफी पीने का गलत समय और गलत तरीका आपकी सेहत को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
कॉफी में भरपूर मात्रा में कैफीन मौजूद होता है ऐसे में इसका अधिक सेवन सेहत के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इन्ही असुविधाओं से बचाने के लिए आज हम आपके लिए लेकर आये हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपके नियमित कॉफी को और ज्यादा हेल्दी (how to make coffee healthy) बनाने में आपकी मदद करेंगे। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में थोड़ा और विस्तार से।
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बाजार में मौजूद आर्टिफिशियल क्रीम प्रोसेस्ड होते हैं और इनमें विभिन्न प्रकार के प्रिजर्वेटिव्स मौजूद होते हैं। जो इन्हें अनहेल्दी बना देते हैं। ऐसे में प्राकृतिक रूप से बने फुल फैट क्रीम का इस्तेमाल ज्यादा फायदेमंद रहेगा। क्योंकि इनमें कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में कॉफी बनाने में एक सीमित मात्रा में इनका इस्तेमाल कर सकती हैं।
दालचीनी सबके मन पसंदीदा मसालों में से एक है और यह खाने के स्वाद एवं फ्लेवर में चार चांद लगा देती है। इतना ही नहीं इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो इसकी गुणवत्ता को और ज्यादा बढ़ा देते हैं।
इसका सेवन शरीर में ब्लड ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सामान्य रखता है। साथ ही यह शरीर में इन्फ्लेमेशन को भी कम करने में मदद करता है। ऐसे में अपने 1 कप कॉफी को 1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर से गार्निश कर सकती हैं।
कॉफी में कई प्रकार के प्राकृतिक पोषक तत्व मौजूद होते हैं साथ ही यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता। परंतु इसके फायदों का लुफ्त उठाने के लिए इसे पीने का सही समय और उचित मात्रा की जानकारी होना भी बहुत जरूरी है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार सोने से लगभग 6 घंटे पहले से कैफीन के सेवन से दूरी बना लेनी चाहिए। अन्यथा नींद आने में परेशानी हो सकती है। कॉफी में भी पर्याप्त मात्रा में कैफीन मौजूद होता है। इसलिए दोपहर 2 से 3 बजे के बाद कॉफी के सेवन से पूरी तरह परहेज रखने की सलाह दी जाती है।
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ब्लैक कॉफी में कैलरी की मात्रा बहुत कम होती है। वहीं यह आपकी त्वचा से लेकर समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होता है। परंतु इसे बनाने में दूध और ज्यादा चीनी का इस्तेमाल इसकी गुणवत्ता को घटा देते हैं। हालांकि, शुरुआत में आपको ब्लैक कॉफ़ी का स्वाद कड़वा लगेगा परंतु समय के साथ आप इसके स्वाद की आदि हो जाएंगी।
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कस्टमाइज़ करेंखाली पेट कॉफी पीने की आदत आपके लिए हानिकारक हो सकती है। इसका सेवन पेट की लाइनिंग को डैमेज कर देता है और एंग्जाइटी को बढ़ा सकता है। इसके साथ ही कॉफी में मौजूद कैफीन सुबह सुबह खाली पेट ब्लोटिंग का कारण बनती हैं। इसलिए हमेशा कुछ खाकर ही कॉफी पीना चाहिए।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार कोको एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। ऐसे में इसका सेवन दिल से जुड़ी बीमारी की संभावना को कम कर देता है। इसके साथ ही कोको आपके कॉफी के टेस्ट में एक अलग सा फ्लेवर ऐड करने में भी मदद करेगा।
आजकल बाजार में विभिन्न प्रकार के कॉफी उपलब्ध है। ऐसे में सोच समझकर सही और आर्गेनिक कॉफी बीन्स का चयन करना जरूरी है। क्योंकि पेस्टीसाइड और अन्य हार्मफुल प्रिजर्वेटिव केमिकल्स को इस्तेमाल कर के तैयार किया गया कॉफी आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
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