सावन के मौसम में झमाझम बरसात होती है और वातावरण काफी ज्यादा हरा-भरा रहता है। परंतु इस मौसम में त्वचा और बालों से जुड़ी कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं। जिसकी वजह से लोग बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं। कई लोगों को ह्यूमिडिटी और गर्मी की वजह से स्कैल्प इनफेक्शन हो जाता है। स्कैल्प इनफेक्शन आपको काफी ज्यादा परेशान कर सकता है। वहीं हेयर फॉल, हेयर ड्राइनेस और बालों की नमी छीन जाने जैसी समस्या सामान्य रूप से देखने को मिल जाती है। तो क्या आप भी ऐसी ही किसी समस्या से परेशान हैं? तो चिंता न करें, क्योंकि सावन के मौसम में परंपरा के रूप में प्रयोग किए जाने वाली मेहंदी (Mehandi hair mask) आपके इन समस्याओं का रामबाण इलाज हो सकती है।
मेहंदी बालों को न केवल प्राकृतिक रंगत प्रदान करती है, बल्कि मेहंदी की पत्तियों में पाए जाने वाले गुण आपके बालों से जुड़ी सभी समस्याओं में भी कारगर हो सकते हैं। इसके साथ ही यह आपके रूखे और बेजान बालों के लिए कंडीशनर का काम करती है और आपके बालों की नमी को बनाए रखती है। तो चलिए जानते हैं मेहंदी हेयर मास्क तैयार करने के कुछ आसान स्टेप्स।
सालों से मां हों या दादी मां बालों को मुलायम बनाए रखने के लिए मेहंदी (Mehandi for hair) का प्रयोग करती आ रही है। मेहेंदी न केबल बालों को प्राकृतिक रंगत प्रदान करती है, बल्कि इसे लंबे समय तक शाइनी और मुलायम भी बनाए रखती है। यदि आपके बाल डैमेज्ड हैं, तो मेहंदी आपके बालों के लिए प्रोटेक्टर की तरह काम करता है और आपके बालों के हेल्थ को बनाए रखता है।
मेहेंदी में बालों के लिए आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसके साथ ही मेहंदी स्कैल्प में एसिड एल्कलाइन को रिस्टोर करके रखता है। मेहंदी बालों को उलझने नहीं देती और इसे एक स्मूथ टेक्सचर देती है। यदि आपका स्कैल्प ऑयली है, तो मेहंदी आपके लिए ऑयल कंट्रोल करने का भी काम करती है। इसके साथ ही स्कैल्प ली पीएच स्तर को मेंटेन रखती है। जिसके कारण हेयर फॉलिकल्स की मजबूती बनी रहती है।
पब मेड सेंट्रल द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार मेहंदी के पत्तो में एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी मौजूद होती है। यह इंफेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया को रोकती है। बरसात के मौसम में ह्यूमिडिटी के कारण स्कैल्प इनफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में बालों के साथ-साथ स्कैल्प पर भी मेहंदी लगा सकती हैं।
यह आपके स्कैल्प हेल्थ को बनाए रखता है। वही मेहंदी एंटीबायोटिक का भी अच्छा स्रोत है, जो सामान्य रूप से क्लिनिकल प्रैक्टिस में प्रयोग किए जाते हैं। इसके साथ ही मेहंदी एसिड अल्कलाइन बैलेंस को बनाए रखती है। वहीं अन्य केमिकल प्रोडक्ट्स की तुलना में मेहंदी स्कैल्प पीएच लेवल को मेंटेन रखते हुए डर्ट और ऑयल को रिमूव करने में मदद करती हैं।
मेहंदी की तजा पत्तियां
मेथी दाने (भिगोए हुए)
दही
कॉफ़ी
पानी
स्टेप 1 : सबसे पहले मेहंदी के पत्तों को स्टेम से हटाकर अच्छी तरह धुलें। फिर इसे मिक्सर में डालें और ऊपर से थोड़ा पानी मिलाकर एक गाढा पेस्ट तैयार कर लें। मेहंदी पाउडर की जगह नेचुरल मेहंदी का प्रयोग करना ज्यादा प्रभावी साबित होगा।
स्टेप 2 : अब दूसरी ओर फूले हुए मेथी दाने और कॉफी को एक साथ मिक्सी में डालकर अच्छी तरह ब्लेंड कर लें।
स्टेप 3 : एक बाउल लें उसमे तैयार किए गए मेथी दाने और कॉफी के पेस्ट को निकालें साथ ही तैयार किए गए मेहंदी पेस्ट को बाउल में डाल कर दोनों को अच्छी तरह मिलाएं।
स्टेप 4 : इसकी कंसिस्टेंसी ज्यादा गाढ़ी और न ही ज्यादा पतली, एकदम सामान्य रखने की कोशिश करें। तैयार किए गए इस पेस्ट को 4 से 5 घंटों के लिए रखकर छोड़ दें।
स्टेप 5 : 4 से 5 घंटे बाद इसमें दो चम्मच दही डालकर इसे अच्छी तरह मिलाएं। आपका मेहंदी कंडीशनर बनकर तैयार है। अब इसे बालों पर अप्लाई कर सकती हैं।
स्टेप 6 : इसे अप्लाई करने से पहले तेल से बालों में अच्छी तरह मसाज करें। फिर हाथों मैं ग्लोब्स पहनना न भूलें। क्योंकि मेहंदी का रंग पक्का होता है और यह आपके हाथों पर पूरी तरह चढ़ सकता है।
स्टेप 7 : अब अपने बालों में अच्छी तरह मेहंदी के पेस्ट को लगाएं। इसे लगाने के बाद अपने बालों को प्लास्टिक बैग से कवर कर लें। ऐसा करने से आपकी मेहंदी मॉइश्चराइज रहती है और इसे धुलते वक्त भी आसानी होती है।
स्टेप 8 : अब इसे लगभग 1 घंटे तक इसी तरह लगाए रखें। फिर बिना शैंपू इस्तेमाल किए इसे पानी से धुलें। अब बाल सूखने के बाद यदि आप चाहें तो अपनी बालों पर ऑयल अप्लाई कर सकती हैं। साथ ही दूसरे दिन बालों में शैम्पू कर लें।
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