औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी क्वीन ऑफ़ हर्ब्स (Tulsi- queen of herbs) के नाम से जानी जाती है। सालों से इसका प्रयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के रूप में होता चला आ रहा है। वहीं इसके औषधीय गुणों को लेकर आयुर्वेद में इसे दवाइयों को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। जब भी मौसमी संक्रमण फैलता है, तो सबसे पहले याद आती है तुलसी। अब जब कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ने लगे, तब जरूरी है कि आप भी अपने आहार में तुलसी का काढ़ा (Tulsi kadha) शामिल कर लें। यह न केवल कोराेनावायरस के खिलाफ आपकी इम्युनिटी को बढ़ाता है, बल्कि मानसून में होने वाले सर्दी-जुकाम और बुखार से भी आपको ठीक करता है। आइए जानते हैं कैसे बनाना है तुलसी का काढ़ा (Tulsi kadha Recipe)।
यह काढ़ा आपकी सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का एकमात्र समाधान है। यह सर्दी खांसी, वायरल फीवर से लेकर कोरोनावायरस से भी आपको बचाए रखता है। इसके स्वास्थ्य लाभ न केवल आयुर्वेद में ही बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी प्रमाणित किए जा चुके हैं। वहीं एक्सपर्ट्स भी इसे आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं। तो चलिए जानते हैं तुलसी किस तरह सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है और यहां बताई गई हेल्दी एंड टेस्टी तुलसी के काढ़े की रेसिपी को नोट करना न भूलें।
हेल्थ शॉट्स ने ईटराइट द न्यूट्रिशन क्लिनिक, अंधेरी वेस्ट, मुंबई की नूट्रिशनिस्ट मालविका अठावले से तुलसी के फायदों पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने तुलसी और सेहत से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई।
उन्होंने बताया कि तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। यह सेहत से जुड़ी कई समस्याओं की संभावना को कम करने में मदद करती है। तुलसी में मौजूद एंटी वायरल, एंटीफंगल प्रॉपर्टी, सर्दी खांसी जैसे संक्रमणों से राहत दिलाने में मददगार है।
इसके साथ ही तुलसी इम्यूनिटी को बूस्ट करती है, जो कि सर्दी-खांसी और वायरल फीवर फैलाने वाले वायरस एवं बैक्टीरिया को हावी होने से रोकती है। वहीं एक्सपर्ट बताती हैं कि तुलसी के काढ़े का सेवन सर्दी-खांसी और बुखार से लेकर पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे की कब्ज इत्यादि में भी फायदेमंद है।
पब मेड सेंट्रल द्वारा तुलसी को लेकर प्रकाशित एक डेटा में बताया गया कि तुलसी विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, जिंक, आयरन और क्लोरोफिल का एक बेहतरीन स्रोत है। मालविका अठावले के अनुसार तुलसी में मरकरी और आयरन की मात्रा पाई जाती है, तो यदि आप तुलसी के पत्तों को सीधा चबाकर खाती है, तो हमेशा इसे खाने के बाद सादे पानी से कुल्ला करें। अपने दांतो को भी उंगलियों से साफ कर लें, क्योंकि मरकरी और आयरन आपके दांतों के एनामेल को कम कर सकते हैं।
यदि आप डायबिटीज से परेशान रहती हैं, तो तुलसी की पत्तियां इसे नियंत्रित रखने में आपकी मदद कर सकती हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार तुलसी का नियमित सेवन डायबिटीज, वेट गेन, शरीर में इंसुलिन की बढ़ती मात्रा, हाई कोलेस्ट्रॉल, इन्सुलिन रेजिस्टेंस और हाइपरटेंशन को रिड्यूस करने में कारगर होती है।
तुलसी की पत्तियां शरीर में एडेप्टोजन की तरह काम करती हैं। एडेप्टोजन एक प्रकार का नेचुरल सब्सटेंस है, जो हमें स्ट्रेस को एक्सेप्ट करने और मेंटल हेल्थ को बनाए रखने में मदद करता है। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार तुलसी की पत्तियों में एंटीडिप्रेसेंट और एंटी एंग्जाइटी प्रॉपर्टी पाई जाती हैं। यह दिमाग को संतुलित रखते हुए मन से नकारात्मक भावनाओं को दूर करने में मदद करती हैं।
तुलसी में मौजूद एंटीमाइक्रोबॉयल, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीट्यूसिव, एन्टी एलर्जी प्रॉपर्टी सर्दी खांसी जैसे संक्रमण से बचाव का काम करती हैं। एक्सपर्ट की मानें तो तुलसी में मौजूद एंटी वायरल प्रॉपर्टी फ्लू और गले से जुड़े संक्रमण को दूर करने में कारगर होती हैं।
तुलसी की पत्तियां आपकी ऑयली स्किन के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकती हैं। इसके साथ ही एक्ने और पिंपल जैसी समस्या का भी एक प्रभावी इलाज होती है। वहीं यह ब्लड को अच्छी तरह प्यूरिफाई करती है। जिसके कारण स्किन से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान नहीं कर पाती।
आप तुलसी की पत्तियों को सीधा चेहरे पर अप्लाई कर सकते हैं। साथ ही इसका सेवन व्यंजन के रूप में भी किया जाता है, जिससे त्वचा साफ और ग्लोइंग हो जाती है।
तुलसी की पत्तियां
अदरक
पानी
गुड़/शहद
काली मिर्च कुटी हुई
हल्दी पाउडर
सबसे पहले एक सॉसपैन लें और उसमें आवश्यकतानुसार पानी डालकर उसे माध्यम आंच पर बॉयल होने दें।
अब दूसरी और तुलसी की ताजी पत्तियों को हल्का सा क्रश कर लें, और फिर उबलते हुए पानी में डाल दें।
इसमे कुचला हुआ अदरक, कुटी हुई काली मिर्च और हल्दी पाउडर डालकर 4 से 5 मिनट तक उबाल आने दें।
गैस बंद करने के 30 सेकंड पहले गुड़ या फिर शहद डालकर काढ़े को अच्छी तरह मिला लें और फिर गैस बंद कर दें।
अब इसे किसी कप में छान लें और इसे गर्म-गर्म ही सिप सिप करके पिएं।
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