ऑयली फूड्स, जंक फूड्स और फ़ास्ट फ़ूड का ट्रेंड हम सभी के लिए चिंता का एक बड़ा विषय बनता जा रहा है। इसका सेवन न केवल वजन को प्रभावित करता है, बल्कि खून में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देता है। जिसकी वजह से कई सारी समस्यायों का सामना करना पड़ता है। समय के साथ बैड कोलेस्ट्रॉल ब्लड वेसल्स में जमा होने लगता है और आर्टरीज को ब्लॉक कर देता है। ऐसे में दिल से जुड़ी बीमारियां खासकर हार्ट स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है। हालांकि, लाइफस्टाइल में कुछ जरुरी बदलाव और खानपान की सही आदत इसे कंट्रोल रखने में आपकी मदद कर सकती है (home remedies to control cholesterol)।
भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और टीवी की जानी-मानी हस्ती डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र ने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के कुछ जरुरी उपाय सुझाये हैं (home remedies to control cholesterol), तो चलिए जानते हैं इनके बारे में थोड़ा विस्तार से।
हमारा लिवर प्राकृतिक रूप से कोलेस्ट्रॉल प्रोड्यूस करता है और ये कोलेस्ट्रॉल प्रोटीन के माध्यम से पुरे शरीर में ट्रेवल करते हैं। कोलेस्ट्रॉल के दो मुख्य प्रकार हैं। एलडीएल (low-density lipoprotein) और एचडीएल (high-density lipoprotein) कोलेस्ट्रॉल। एचडीएल को गुड कोलेस्ट्रॉल (good cholesterol) के नाम से जानते हैं तो एलडीएल को बैड कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol) के तौर पर जाना जाता है।
शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की एक उचित मात्रा की मौजूदगी जरूरी है। परंतु खून में बढ़ता बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। क्युकी बैड कोलेस्ट्रॉल ब्लड वेसल्स में जमा होने लगता है। इस वजह से दिल से जुडी बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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सैचुरेटेड फैट, अनसैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट इन फैट में से सही फैट का सेवन बहुत जरुरी है सैचुरेटेड फैट मीट और डेयरी प्रोडक्ट में मौजूद होते हैं ये फैट लिवर को अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल प्रोड्यूस करने के लिए उत्तेजित करते हैं। अनसैचुरेटेड फैट को प्लांट, वेजीटेबल ऑयल, सीड्स और नट्स से प्राप्त किया जाता है।
यह खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को सिमित रखता है। वहीं ट्रांस फैट प्रोसेस्ड, फ्राइड और पैकेजड फूड्स में मौजूद होते हैं। यह सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता हैं। ऐसे में कोलेस्ट्ररोल को कंट्रोल रखने के लिए सही फैट का सेवन करना जरुरी है। पिज़्ज़ा, पास्ता, फ्राइड, पैकेज्ड और अन्य अनहेल्दी फूड्स से पूरी तरह परहेज रखें।
1 चम्मच धनिया के दानों को एक गिलास पानी में डाल दें और इसमें 5 मिनट तक उबाल आने दें। फिर इस पानी को रात भर ठाढ़ा होने के लिए छोर दें और सुबह खली पेट इसका सेवन करें। यह खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल रखने में मदद करेगा।
3. कोल्लु रसम या कुलथी की रसम
इसमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, खास कर ये आयरन और कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत है। वहीं इसमें प्रोटीन की भी एक उचित मात्रा मौजूद होती है। यह फाइबर से भरपूर होता है और इसमें फैट की मात्रा बहुत कम होती है।
इसे तैयार करने के लिए आपको चाहिए कुलथी की दाल, निम्बू का रस, लहसुन का पेस्ट, टमाटर, जीरा और काली मिर्च का पेस्ट, सरसो का बीज, ऑलिव ऑयल, कड़ी पत्ता और नमक। कुलथी की दाल को पानी में डाल कर इसमें उबाल आने दें। अब पैन को गैस पर चढ़ाएं उसमे तेल डालें और सरसो का बीज और कड़ी पत्ता दाल कर इसे भुने।
अब ऊपर से टमाटर डालें और इसे थोड़ी देर पकाएं। फिर इसमें लहसुन का पेस्ट और निम्बू का रस डाल दें साथ ही नमक और हल्का सा पानी डाल कर इसे अच्छी तरह पकने दें। कुकिंग प्रोसेस के दौरान इसे अच्छे से मसल दें। अब इसे गैस से उतारें और इसके जूस को छननी और चम्मच की मदद से छान कर अलग कर लें।
फ्लैक्स सीड्स का सेवन कोलेस्ट्रॉल को आर्टरीज में जमा नहीं होने देता। इसके साथ ही ये आर्टरीज के इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करता है। नियमित रूप से इसका सेवन आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। फ्लैक्स सीड्स को पीसकर इसका पाउडर तैयार कर लें, अब इस पाउडर को अपनी नियमित व्यंजनों में मिलाकर ले सकती हैं। वहीं इसे पानी भी फायदेमंद रहेगा।
ग्रीन टी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है। इसका सेवन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है साथ ही पुरे दिन आपको लाइट और एक्टिव रखता है। नियमित रूप से एक कप ग्रीन टी का सेवन कोलेस्ट्ररोल को कंट्रोल करने के साथ ही कई अन्य रूपों में भी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
नियमित रूप से व्यायाम का अभ्यास मोटापे को संतुलित रखने के साथ साथ बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह शरीर में गुड़ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाये रखता है। इसके साथ ही कई योगाभ्यास भी हैं जो इस स्थिति में मददगार हो सकते हैं। ऐसे में दिल की सेहत स्वस्थ रहती है और हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा नहीं होता।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार किये गए एक अध्ययन में लोगों को पूरे एक हफ्ते के लिए एरोबिक एक्सरसाइज करने को कहा गया। हफ्ते भर बाद उनके कोलेस्ट्रॉल की स्थिति में काफी सुधार देखने को मिला।
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