आपको याद है पिछली बार आपने अपने साथ कब समय गुज़ारा था? “मी टाइम” का मतलब पूरा दिन किसी कैफे, सैलून या स्पा में बिताना नहीं है। “मी टाइम” का अर्थ है अपने अत्यधिक व्यस्त रूटीन से विश्राम के लिए या कुछ समय निकालना। अपने लिए समय निकालना महज़ कुछ मिनट या घंटे के लिए भी हो सकता है, जो पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है।
मी टाइम का मतलब उस समय का आनंद लेना है, जहां आप शांति से कॉफी का आनंद लेती हैं, अपने नाखून ठीक करती हैं या जिम जाती हैं। वह समय जो व्यस्त कार्यक्रम से हम खुद को रिचार्ज करने के लिए निकालते हैं। यदि आप “मी टाइम” शब्द के लिए नई हैं तो घबराइए नहीं, हम लाए हैं आपके लिए मी टाइम निकालने के कुछ बढ़िया तरीके। जिससे आप अपने खुद के साथ न सिर्फ क्वालिटी टाइम बिता पाएंगी, बल्कि खुद से अपना प्यार सही तरीके से जता सकें। मी टाइम के तरीको को बेहतर तरीके से जानने और समझने के लिए हमने बात की काउंसलर ऋषि माथुर से। तो चलिए जानें क्या हैं मी टाइम बिताने के कुछ शानदार तरीके।
पूरे सप्ताह की थकान के बाद शनिवार और रविवार को अपने लिए एक घंटा तो आप मैनेज कर ही सकती हैं कि बस कुछ देर की झपकी ले लें, बस एक घंटे निकालिए. झपकी लेना या नींद पूरी करना एक मात्र ऐसी बात है जो शायद ही किसी को दुखी करे।
दोपहर में 30 मिनट की गोल्डन नैप सर्दियों के दिनों में तो आपके मूड और शरीर दोनों को तरोताजा कर देगी। फिर देर किस बात की एक छोटी सी झपकी के साथ अपने “मी टाइम” का आनंद लीजिए।
एक पुराने दोस्त के साथ बातचीत करना बहुत सारी यादों और मजेदार पलों के साथ किसी पुरानी किताब को खोलने जैसा है। हर किसी को इस तरह का “मी टाइम” निकालना चाहिए जिसमें किसी पुराने दोस्त से बात करने को मिले। कुछ अच्छी बात और यादें साझा करने के लिए आप अपने दोस्त को ऑडियो कॉल या वीडियो कॉल भी कर सकती हैं। लेकिन, अगर आप एक ही शहर में रहती हैं, तो आप दोनों किसी कैफे या शांतिपूर्ण जगह पर मिलें।
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