बरसात के मौसम में हवा में नमी आ जाती है, जिसकी वजह से तमाम तरह की समस्याएं, जैसे अधिक गर्मी और बेचैनी महसूस होती है, साथ ही साथ बहुत ज्यादा पसीना आता है। इतना ही नहीं यह त्वचा को चिपचिपा बना देती है, जिसकी वजह से त्वचा पर धूल गंदगी आदि चिपक जाते हैं। ऐसे में त्वचा संक्रमण सहित एक्ने (acne), पिंपल (pimple), रैशेज (rashes), ब्रेकआउट (breakout) आदि जैसी समस्याएं परेशान करना शुरू कर देती हैं। हालांकि, यदि ध्यान दिया जाए तो त्वचा संबंधी समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है।
ह्यूमिडिटी बढ़ने पर स्किन केयर रूटीन में कुछ जरूरी बदलाव के साथ, आपकी त्वचा कम से कम चिपचिपी होती है और आपको बेहतर महसूस होता है। फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग, नई दिल्ली, की कंसल्टेंट, डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. महिमा अग्रवाल ने बढ़ती ह्यूमिडिटी (humidity) में त्वचा को तरोताजा रखने के कुछ खास टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं, कैसे रखना है त्वचा का ध्यान (how to keep skin fresh in humidity)।
नम मौसम में गंदगी और प्रदूषण आपकी त्वचा पर चिपक जाते हैं, जिससे एक्ने निकलना शुरू हो जाता है और ये आपकी त्वचा के नेचुरल ऑयल को प्रभावित करता है। ऐसे में नमी वाले मौसम में अपनी स्किन को डीप क्लीन करें, खास कर कहीं बाहर से आने के बाद डबल क्लींजिंग जरूर करें।
दो दिन के गैप पर अपनी स्किन को माइल्ड एक्सफोलिएट करें। रोजाना एक्सफोलिएशन से बचाना है, परंतु ऐसा भी नहीं है, कि हफ्ते में केवल एक बार ही एक्सफोलिएशन करना है।
ह्यूमिडिटी के कारण अधिक पसीना आता है, ऐसे में शरीर से पानी निकालते रहने के कारण बॉडी डिहाइड्रेटेड हो सकती है। अपनी पानी की बोतल को अपने पास रखें और पूरे दिन में कम से कम 64 औंस पानी पीने की कोशिश करें, खासकर भोजन के बीच में। पानी पीना न केवल आपकी त्वचा के लिए अच्छा है, बल्कि यह आपके मस्तिष्क, दांत, पाचन और समग्र शरीर के लिए अच्छा है।
ह्यूमिड मौसम में अपने सीरम या मॉइस्चराइज़र से पहले अपनी सुबह की स्किनकेयर रूटीन में सबसे पहले फेस मिस्ट अप्लाई करें। यह त्वचा को तरोताज़ा और मुलायम रहने में मदद करेगा। वहीं आवश्यकता अनुसार कुछ-कुछ समय पर फेस मिस्ट को त्वचा पर स्प्रे करती रहें, ताकि स्किन में ताजगी बरकरार रहे। अब चाहे तो घर पर आसानी से फेस मिस्ट तैयार कर सकती हैं।
ह्यूमिडिटी के कारण त्वचा पहले से काफी ज्यादा ऑयली और हाइड्रेटेड होती है। ऐसे में यह बेहद चिपचिपी हो जाती है। इसलिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रॉडक्ट्स का ध्यान रखना जरूरी है। लाइट और ऑयल फ्री प्रोडक्ट्स का उपयोग करें। अपनी त्वचा को अतिरिक्त ऑयल के बिना हाइड्रेट करने के लिए हल्के, तेल रहित या जेल-आधारित मॉइस्चराइज़र और सीरम का चयन करें।
अगर आपको बहुत ज़्यादा पसीना आ रहा है, खासकर त्वचा की सिलवटों और झुर्रियों में जहां नमी जमा हो सकती है, तो अपनी त्वचा को साफ तौलिये से थपथपाकर ड्राई करें। त्वचा की जलन से बचने के लिए गीले कपड़ों को फौरन बदलना जरूरी है। गीले कपड़े पहनने से इन्फेक्शन और रैशेज का खतरा बढ़ जाता है।
यह भी पढ़ें: चिलचिलाती धूप से जल गई है त्वचा, तो राहत के लिए करें लैवेंडर ऑयल का इस्तेमाल
ह्यूमिडिटी के कारण त्वचा पहले से बेहद ऑयली होती है, और यदि आप इस पर अधिक ऑयली खाना शुरू कर देती हैं, तो ऐसे में ये और ज्यादा चिपचिपी हो सकती है। फल, सब्जी और साबुत अनाज से भरपूर संतुलित आहार लें, क्योंकि पौष्टिक आहार अंदर से स्वस्थ त्वचा का समर्थन कर सकता है।
नियमित त्वचा देखभाल दिनचर्या का पालन करें और परिणामों के लिए धैर्य रखें। स्वस्थ त्वचा के लिए समय और निरंतर देखभाल की आवश्यकता होती है।
अपनी त्वचा को UV किरणों से बचाने के लिए हमेशा कम से कम SPF 30 वाला सनस्क्रीन लगाएं। सनस्क्रीन सूजन को रोकने और मुंहासों के निशान के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
अगर आपको पसीना आ रहा है, तो त्वचा को ऐसेही न छोड़ें। पसीने के बाद, बैक्टीरिया और अशुद्धियों को हटाने के लिए जितनी जल्दी हो सके अपना चेहरा साफ़ करें, यदि आप ऐसा नहीं करती हैं, तो ये एक्ने ब्रेकआउट का कारण बन सकता है।
यह भी पढ़ें: डॉर्क स्पॉट से बचाने में मदद कर सकते हैं ये 5 स्किन केयर टिप्स