खानपान की खराब आदतों के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। इनमें से एक है निम्न रक्तचाप यानी लो ब्लड प्रेशर। इसे हाइपोटेंशन(Hypotension or low blood pressure) के रूप में भी जाना जाता है आमतौर पर 90/60 मिमी एचजी (lower than 90/60 mm) को निम्न रक्तचाप माना जाता है। यह स्थिति कई लोगों को प्रभावित करती है खासकर बुजुर्गों को। इसके कारण अचानक बेहोशी, धुंधली दृष्टि, चक्कर आना जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। यदि उपचार नहीं किया जाए, तो निम्न रक्तचाप का परिणाम दिल का दौरा या स्ट्रोक हो सकता है। इससे हृदय और मस्तिष्क को दीर्घकालिक क्षति पहुंच सकती है। इसमें व्यक्ति की जान भी जा सकती है। यदि खानपान सही रखा जाए, तो लो ब्लड प्रेशर की समस्या (food for low blood pressure) नहीं हो सकती है।
निम्न रक्तचाप के कई कारण हो सकते हैं। इसमें दवा के दुष्प्रभाव और मधुमेह जैसी स्थितियां शामिल हैं। आप जो खाती हैं, उसका हृदय स्वास्थ्य और रक्तचाप पर भी उल्लेखनीय प्रभाव पड़ता है। कई डाइट ऐसे हैं, जो ब्लड प्रेशर को हेल्दी लेवल तक वापस लाने में मदद कर सकते हैं।
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ़ मेडिसिन में प्रकाशित स्टडी आलेख के अनुसार, साल्टी फ़ूड जहां हाई ब्लड प्रेशर में निषिद्ध हैं, वहीं लो ब्लड प्रेशर में फायदेमंद हैं। ये आपके रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं। साल्टी फ़ूड के लिए ओलिव या ओलिव आयल, पनीर, पैकेजड सूप, टूना मछली ले सकती हैं। आप अपनी पसंद के आधार पर अपने भोजन में टेबल साल्ट या सी साल्ट भी मिला सकती हैं।
डिहाइड्रेशन कई समस्याओं की जड़ है। जर्नल ऑफ़ हुमेन हाइपोटेनशन के शोध आलेख के अनुसार, जब आप डिहाइड्रेशन की शिकार होती हैं, तो आपके ब्लड की मात्रा भी कम हो जाती है। इससे आपका ब्लड प्रेशर भी लो हो जाता है। अधिकांश डॉक्टर हर दिन कम से कम दो लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं। गर्मी के दिनों में या एक्सरसाइज करते समय भी आपको पानी पीते रहना चाहिए। इसके अलावा फ्लूइड फ़ूड भी ब्लड प्रेशर को संतुलित कर सकते हैं।
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ़ मेडिसिन में प्रकाशित स्टडी आलेख के अनुसार, कॉफी और कैफीन युक्त चाय जैसे पेय पदार्थ हृदय गति में वृद्धि करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर में भी वृद्धि हो जाती है। यह प्रभाव आमतौर पर बहुत कम देर के लिए होता है। अमेरिकी नुट्रीशन जर्नल में प्रकाशित आलेख के अनुसार, कैफीन का सेवन सभी लोगों के ब्लड प्रेशर को बढाने में कामयाब नहीं होता है। यदि आप नियमित रूप से कॉफी का सेवन करती हैं, तो आपके शरीर पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता है।
अमिरिकन जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल न्यूत्ट्रीशन के अनुसार, विटामिन बी 12 स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं के प्रोडक्शन में मदद करते हैं । इस महत्वपूर्ण विटामिन की कमी से एनीमिया हो सकता है। इसके कारण रक्तचाप कम हो सकता है।
इसके कारण अत्यधिक रक्तस्राव के साथ-साथ न्यूरॉन की क्षति का कारण भी बन सकता है। विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य पदार्थों में अंडे, चिकन, सालमन और टूना जैसी मछली का सेवन और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट शामिल हैं।
फोलेट को विटामिन बी9 के रूप में भी जाना जाता है।यह शरीर के लिए एक जरूरी विटामिन है, जो शतावरी, ब्रोकली, एनिमल लिवर, बीन्स और लेगुम जैसे खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है। फोलेट की कमी के कारण एनीमिया हो सकता है। इससे ब्लड प्रेशर भी कम हो जाता है।
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