गैस और पेट फूलने से परेशान हैं, तो इन 4 तरीकों से करें अजवाइन को डाइट में शामिल

यदि आप पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे अपच और गैस इत्यादि से परेशान रहती है। तो इन 4 तरीकों से अपनी नियमित डाइट में शामिल करें अजवाइन। डाइजेस्टिव हेल्थ रहेगा संतुलित।
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एसिडिटी से बचने के लिए अजवाइन लें। चित्र शटर स्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 25 Aug 2022, 23:00 pm IST
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गलत खानपान की आदत और खराब लाइफ़स्टाइल दिन प्रतिदिन पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कि गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी को बढ़ाती जा रही हैं। आजकल यह समस्या बुजुर्गो से लेकर छोटे बच्चों को भी अपना शिकार बनाती जा रही है। ऐसे में तरह-तरह की दवाइयों का इस्तेमाल करने की जगह कुछ खास घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं, उन्हीं में से एक है अजवाइन। यहां हम आपको ऐसे 4 तरीके बता (how to use ajwain for digestion) रहे हैं, जिनसे आप अजवाइन को अपनी डाइट में शामिल कर पाएंगी।

आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही अजवाइन का इस्तेमाल गैस और पाचन से संबंधित समस्याओं में होता चला आ रहा है। इसी के साथ साइंटिफिक रूप से भी इसके फायदों को प्रमाणित कर दिया गया है। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पेट से जुड़ी समस्याओं में कारगर मानी जाती है। वहीं यह पाचन क्रिया को संतुलित रखती है और डाइजेशन प्रोसेस को इंप्रूव करती है। इसी के साथ एसिडिटी, गैस, अपच, पेट फूलने की समस्या और पेट दर्द में फायदेमंद होती है।

परंतु आप सोच रही होंगी कि इसका इस्तेमाल कैसे करना है, तो चलिए जानते हैं, इसे इस्तेमाल करने के तरीके और यह किस तरह से डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है।

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अजवाइन के ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ हैं! चित्र : शटरस्टॉक

यहां जानें पाचन संबंधी समस्याओं में अजवाइन के फायदे

अजवाइन में मौजूद थाइमॉल में कार्मिनेटिव और एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पाई जाती है। जो विभिन्न प्रकार के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं जैसे कि अपच, पेट फूलना और डायरिया में मददगार होते हैं। थाइमॉल पेट मे गैस्ट्रिक जूस रिलीज करता है, जो डाइजेशन प्रोसेस को बढ़ावा देता हैं।

जर्नल ऑफ नेचुरल रेमेडी द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार अजवाइन गैस्ट्रिक एसिड और डाइजेस्टिव एंजाइम को बढ़ाती है। इस वजह से भोजन कम समय में पूरी तरह पच जाता है। वहीं रिसर्चगेट में प्रकाशित इस अध्ययन में अजवाइन डाइजेस्टिव एक्टिविटी को प्रभावी रूप से काम करने में मदद करती है।

अजवाइन से रिलीज होने वाले गैस्ट्रिक जूस पेट में फूड को ब्रेक करने में मदद करते हैं, ताकि डाइजेशन अच्छे से हो पाए। अजवाइन सभी के किचन की एक सामान्य सामग्री है। नियमित रूप से डिनर करने के बाद इसका सेवन इनडाइजेशन, हार्टबर्न और पेट दर्द जैसी समस्याओं से राहत पाने में मदद करता है।

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गैस की समस्या में कारगर है अजवाइन। चित्र : शटरस्टॉक

पाचन के लिए इन 5 तरीकों से कर सकती हैं अजवाइन का इस्तेमाल

1 अजवाइन की चाय

अपच और गैस की समस्या में अजवाइन की चाय आपके लिए एक प्रभावी उपाय हो सकता है। इसके लिए एक कप पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर पानी को अच्छी तरह बाॅइल करें। जब पानी उबल जाए तो उसमें हल्का सा नमक मिलाकर इसे छान लें। यह चाय आपके एसिडिटी और इनडाइजेशन से जुड़ी समस्याओं में काफी कारगर हो सकता है।

2 अजवाइन और अदरक पाउडर का मिक्सचर

यदि आफ अक्सर अपच और गैस से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहती हैं, तो अजवाइन और सूखे अदरक को पीसकर पाउडर तैयार करें। 1 चम्मच पाउडर को एक कप पानी में डालकर अच्छी तरह मिला लें अब इसमें एक चुटकी काला नमक मिलाएं। उचित परिणाम के लिए इसे नियमित रूप से कंज्यूम करना जरूरी है।

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अजवायन की चाय पिएं! चित्र: शटरस्‍टॉक

3 अजवाइन और नींबू का रस

यदि गैस के कारण आपका पेट फूल जाता है, तो इसमें भी अजवाइन आपकी मदद कर सकती है। इसके लिए आपको अजवाइन और नींबू के रस को एक साथ मिलाना है। अब इस मिक्सचर में चुटकी भर काला नमक मिलाएं। उचित परिणाम के लिए इसे दिन में दो बार लें। ब्लोटिंग जैसी समस्या से राहत मिलेगी।

4 अजवाइन और हींग

हींग और अजवाइन दो ऐसी सामग्री हैं, जो अपच और गैस की समस्या में काफी ज्यादा इफेक्टिवली काम करती हैं। इसे इस्तेमाल में लाने के लिए आधा चम्मच अजवाइन लें। फिर इसमें तीन से चार चुटकी हींग और चुटकी भर काला नमक मिलाएं। अब इस मिक्सचर को चबाएं और पानी की मदद से निगल जाएं। उचित परिणाम के लिए इसे नियमित रूप से लेने का प्रयास करें।

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जानिए कैसे करना है पाचन के लिए हींग का सेवन। चित्र : शटरस्टॉक

5 अन्य खाद्य पदार्थों में इसे ले सकती हैं

अजवाइन अन्य खाद्य पदार्थों में फ्लेवरिंग एजेंट की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है। आप इसे अपने नियमित चपाती में फ्लेवर एड करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार की चटनियों में भी इसका प्रयोग किया जा सकता है।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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