शादी का दिन नज़दीक आते ही होने वाली दुल्हन चेहरे और बालों को लेकर खास चिंतित रहती है। ऐसे में नाखूनों की देखभाल नज़र अंदाज होने लगती हैं। इन दिनों एक्सटेंशन्स और केमिकल युक्त नेल पेंट लगाने से नाखून पीले और कमज़ोर हो जाते है। ऐसे में स्किन ट्रीटमेंट के अलावा नाखूनों की देखभाल भी बेहद आवश्यक है। अगर आप भी इस खास दिन पर हाथों को आकर्षक बनाना चाहती हैं, तो कुछ खास बातों का अवश्य ख्याल रखें। जानते हैं नाखूनों की देखभाल के लिए कौन सी टिप्स हैं बेहद कारगर।
समय के अनुसार बढ़ते नाखूनों की हाइजीन को बनाए रखने के लिए उन्हें आवश्यकतानुसार ट्रिम कर ले। इससे नाखूनों की स्वच्छता बनी रहती है और टूटने का खतरा कम होता है। नेल क्लिपर की मदद से ट्रिमिंग की जा सकती है। सप्ताहिक या पंद्राह दिन बाद इसका इस्तेमाल करें।
सर्दियों के मौसम में हर वक्त हाथों में रूखापन महसूस होता है और इसका प्रभाव क्यूटिकल्स पर भी दिखने लगता है। क्यूटिकल्स को मुलायम बनाए रखने के लिए उनकी नमी बनाए रखनी आवश्यक है। मॉइश्चराइज़र, एलोवेरा जेल, विटामिन ई या क्यूटिकल ऑयल से मसाज करने से मदद मिलती है।
बायोटिन से भरपूर बेस कोट को नाखूनों पर अप्लाई करने से इनकी मज़बूती बढ़ने लगती है और नाखूनों का लचीलापन बना रहता है। वे लोग जिनके नाखून नेल पेंट के इस्तेमाल से पीले हो चुके है, उन्हें इसका इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए।
गुनगुने पानी में विटामिन सी सीरम या विटामिन ई और गुलाब जल मिलाकर 10 से 15 मिनट तक भिगोकर रखने से नाखून हाइड्रेट होते हैं। साथ ही क्यूटिकल्स को पोषण की प्राप्ति होती है। इसके अलावा पानी में नारियल तेल की कुछ बूंदे और शहद मिलाकर हाथों को भिगोकर रखने से फायदा मिलता है।
शादी से 1 महीना पहले नाखूनों की खास देखभाल आवश्यक है। इसके लिए साप्तहिक नेल क्लीजिंग आवश्यक है, जिसमें क्लीनिंग से लेकर टोनिंग तक सभी कुछ मौजूद रहता है। हाथों के साथ नाखून भी शाइनी और मुलायम हो जाते हैं। इससे डेड स्किन सेल्स की समस्या हल होने लगती है
हाथों की खूबसूरती बनाए रखने और नाखूनों को टूटने से बचाने के लिए मिड लेंथ नेल्स के विकल्प को चुनें। ज्यादा लंबाई टूटने की समस्या का कारण बनने लगती है। मध्यम आकार देने से किसी चाज़ को पकड़े और कपड़ों में उलझने से भी बचा जा सकता है।
निर्जलीकरण की समस्या नाखूनों की कमज़ोरी का कारण बनने लगती है। इससे नाखूनों की उपर परत पर खुरदरापन दिखने लगता है और कुछ रेखाएं बनने लगती हैं। इसके लिए शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखें और भरपूर मात्रा में पानी पीएं।
शादी की तारीख से ठीक छ महीने पहले से अपनी डाइट में बैलेंस बनाकर रखें। नियमित रूप से आहार में विटामिन, मिनरल, और प्रोटीन को शामिल करें। इससे नेल ग्रोथ बूस्ट होती है और संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। आहार में संतरा, गाजर, स्वीट पोटेटो, दूध, हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स व सीड्स शामिल करें।
यूसीएलए की रिसर्च के अनुसार नेल बाइटिंग से स्किन टिशूज डैमेज होने लगते हैं और शरीर में बैक्टीरिया का प्रभाव बढ़ने लगता है। इसके अलावा दांतों में भी मिस अलाइनमेंट बढ़ने लगती है। वे लोग जो नियमित रूप से नेल बाइट करते है, उससे ग्रोथ प्रभावित होने लगती है।
बार बार केमिकल युक्त नेल पेंट का इस्तेमाल नाखूनों को कमज़ोर और पीला बना देता है। उनकी शाइन को बरकरार रखने के लिए कुछ दिनों के गैप के बाद नेल कलर अप्लाई करें। साथ ही नाखूनों से उतर रहे कलर को रिमूव करना आवश्यक है।