जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी इम्यून रेस्पॉन्स केपेबिलिटी कम होती जाती है। इसकी वजह से शरीर के संक्रमित होने और इसमें कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। यदि आप भी 40 प्लस हो रही हैं और संक्रमण के कारण लगातार सर्दी-जुकाम की शिकार हो रही हैं, तो इसका सीधा-सा मतलब है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहा है। आप इसे बूस्ट करने के तरीकों पर अभी से काम (How to boost immunity after 40) करना शुरू कर दें।
फरवरी 2021 में हुई हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी बताती है कि युवाओं की तुलना में बुजुर्गों में संक्रामक रोगों के होने की संभावना अधिक होती है। वैज्ञानिक मानते हैं कि उम्र के साथ टी सेल्स की संख्या कम होने लगती है, जिसके कारण शरीर का संक्रमण से लड़ना कठिन हो जाता है। यही वजह है कि स्टडी के दौरान इन्फ्लूएंजा वैक्सीन बच्चों की तुलना में बूढ़ों में कम कारगर साबित हुई। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की ही स्टडी बताती है कि पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेने पर इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है।
आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को रातों-रात नहीं बढ़ा सकती हैं। यह एक लंबी प्रक्रिया है। अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर और खान-पान की आदतों में सुधार लाकर ही इसे मजबूत किया जा सकता है। जब कई सप्ताह तक नियमित रूप से ढेर सारा पानी पीना, पर्याप्त नींद लेना और विटामिन सी और जिंक की खुराक ली जाती है, तो इम्यून सिस्टम मजबूत होने में मदद मिल सकती है।
हालांकि बाजार में कई ऐसे प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, जो इम्यून सिस्टम को क्विक बूस्ट करने का दावा करते हैं, लेकिन उनका दावों में दम नहीं होता है। हेल्दी लाइफस्टाइल से ही इम्यून सिस्टम मजबूत किया जा सकता है।
इम्यून सिस्टम ठीक से काम करने के लिए ब्लडस्ट्रीम में मौजूद पोषक तत्वों पर बहुत अधिक निर्भर करता है, जिसमें ज्यादातर पानी होता है। पानी के बिना इम्यून सिस्टम की कोशिकाओं और ऊतकों को वे पोषक तत्व प्राप्त नहीं हो पाते हैं, जिनकी उन्हें आवश्यकता होती है।
साथ ही इम्यून सिस्टम पानी की मदद से ही कीटाणुओं और अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल पाता है। इसलिए नियमित अंतराल पर पानी और लिक्विड डाइट लेती रहें। इससे इम्यून सिस्टम बूस्ट होगा।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी के अनुसार, शरीर को खुद की मरम्मत करने और अगले दिन तैयार होने के लिए नींद की जरूरत पड़ती है। शरीर को सक्षम बनाने के लिए साउंड स्लीप की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है।
2017 के एक अध्ययन के अनुसार, नींद की कमी शरीर को कई सारे इंफेक्शंस के प्रति संवेदनशील बना देती है। इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए रात में 7-8 घंटे की गहरी नींद बेहद जरूरी है। साउंड स्लीप के लिए लाइट म्यूजिक सुनें, निद्रायोग करें और कैफीन को बिल्कुल न कहें। कैफीन आपको डिहाइड्रेट कर सकता है।
योग और व्यायाम करने से आपके लंग्स और एयरवेज से जर्म को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है। इससे बीमार होने की संभावना भी कम हो जाती है। यह स्ट्रेस हार्मोन से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करता है।
सप्ताह में कम से कम 5 दिन योगाभ्यास या एक्सरसाइज जरूर करें। घुटनों और अन्य शारीरिक अंगों पर बहुत अधिक जोर देने वाले व्यायाम से बचें। ब्रिस्क वॉक, साइक्लिंग, स्वीमिंग, रनिंग के ऑप्शन को भी आजमा सकती हैं।
विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन डी, प्रोटीन और जिंक किसी भी संक्रमण के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूती देते हैं और शारीरिक सुरक्षा में सुधार करते हैं। इसलिए इम्यून सिस्टम के लिए ये बहुत जरूरी हैं।
इन पोषक तत्वों की कमी से मलेरिया, दस्त, निमोनिया, कोल्ड, कफ और फ्लू जैसी बीमारियाें के होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। यदि इस तरह की समस्या आपको बार-बार हो रही है, तो अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। वे आपको न्यूट्रीशियस डाइट और सप्लीमेंट्स लेने के बारे में सही जानकारी देंगे।
हार्वर्ड मेडिकल रिसर्च अनुसार, हड्डी के शोरबा से बना चिकन सूप प्रोटीन का बढ़िया स्रोत है। यह आपके श्वसन मार्ग को साफ कर देता है। यह सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है।
प्रोटीन इम्यूनिटी के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह टी-कोशिकाओं के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। टी सेल्स व्हाइट ब्लड सेल्स ही हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करते हैं।
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