रसोई में आसानी से मिल जाने वाला सरसों को तेल शरीर को कई प्रकार से फायदा पहुंचाता है। तासीर में ठंडा होने के कारण गर्मियों में इसका प्रयोग आसानी से किया जा़ सकता है। सदियों से सरसों के तेल की चंपी और बॉडी मसाज (Body massage) बेहद मशहूर है। मगर इन दिनों इसका स्थान कई प्रकार के असेंशियल ऑयल ने ले लिया। ढ़ेर सारे फायदों से युक्त सरसों के तेल को नाभि में लगाने से रोजमर्रा की कई तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है। आयुर्वेदिक गुणों से युक्त मसटर्ड ऑयल (Benefits of Mustard oil) को रोज़ाना इस्तेमाल करने से शुष्क त्वचा को हेल्दी और मुलायम बनाया जा सकता है।
आयुर्वेद के हिसाब से नाभि में सरसों का तेल लागने से आपका शरीर तंदरूस्त बना रहता है। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक 100 ग्राम सरसों के तेल में 59 ग्राम मोनोसैचुरेटिड फैटी एसिड, 21 ग्राम पोलिअनसेचुरेटिड फैटी एसिड और 11 ग्राम सेचुरेटिड फैटी एसिड पाया जाता है। इससे आयरन, मैगनीशियम और कैरोटीन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसे रात में सोते वक्त नाभि में लगाने से मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन के अलावा रात को नींद न आने की समस्या भी दूर हो जाती है।
एंटी बैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर सरसों का तेल बालों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और ओमेगा 3 तत्व बालों की ग्रोथ में मददगार रहता है। इसके लिए नाभि में रोज़ाना तेल लगाएं। साथ ही सप्ताह में 1 से 2 बार बालों की चंपी अवश्य करें। इससे स्कैल्प पर होने वाली खुजली और रूसी की समस्या भी हल हो जाती है। प्रतिदिन सोने से पहले अगर आप नाभि में ऑयल अप्लाई करती हैं, तो बालों की खोई चुक लौट आती है।
नाभि हमारे शरीर का केन्द्र बिंदु होता है। ऐसे में सरसों के तेल की कुछ बूंदे नाभि में टपकाने से हांठों का रूखापन दूर होने लगता है। दरअसल, गर्मी में बार बार प्यास लगती है। मगर पूर्ण रूप से प्यास न बुझने के कारण लिप्स रूखे होने लगते हैं और बार हांठों की त्वचा फटने लगती है। ऐसे में लिप्स पर तेल अप्लाई करने के अलावा नाभि में लगाने से आपे होंठ मुलायम और गुलाबी होने लगते हैं।
घर से बाहर निकलने ही भले ही आप खुद को कई तरह से प्रोटेक्ट करके चलती हैं। मगर फिर भी त्वचा सूर्य की तेज़ किरणों से झुलस जाती है। टैंनिग के अलावा त्वचा पर रूखापन दिखने लगता है। विटामिन ई से भरपूर सरसों के तेल की मालिश नहाने से पहले अवश्य करें। इससे शरीर में चिकनाहट बनी रहती है। इसके अलावा नाभि में इस तेल की 2 से 3 बूंद डालने से स्किन का रूखापन दूर होने लगता है।
अगर आप पेट में ऐंठन, कब्ज और पाचन सबंधी समस्याओं से घिर हुई हैं, तो इस तेल को नाभि में लगाने से पेट संबधी सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है। इसके अलावाउ सब्जि बनाने के लिए इस तेल का प्रयोग करने से भी स्वासथ्य का कई लाभ मिलते हैं। इसके प्रयोग से पेट संबधी समस्याओं के साथ साथ मांसपेशियों में होने वाले दर्द से भी मुक्ति मिलती है। एंटी इंफ्लामेंटरी गुणों के कारण शरीर के कई हिस्सों में होने वाली सूजन भी दूर हो जाती है।
अगर आप गर्मी के मौसम में समय कोल्ड से जूझ रही हैं, तो उसमें भी ये कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए नाभि में तेल को लगाने से गले में खराश और खांसी व जुकाम के लक्षण अपने आप दूर होने लगते हैं। इससे गले की खुश्की दूर होने लगती है।
चेहरे पर दिखने वाले दाग धब्बे स्किन का ग्लो और चार्म दोनों की छीन लेते हैं। चेहरे की खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए सरसों के तेल को आप सोने से पहले एक से दो बूंद लेकर चेहरे पर अप्लाई कर सकती हैं। इसके अलावा नाभि में भी सरसों को तेल एक सीमित मात्रा में डालने से उसका लाभ आपको जल्द मिलने लगेगा।
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