लॉग इन

प्रेगनेंसी की शुरुआत में हो रही है सीने में जलन और एसिडिटी, तो ये घरेलू उपाय दे सकते हैं राहत

मां बनने का अहसास बहुत ही खूबसूरत होता है। पर गर्भावस्था शारीरिक और मानसिक बदलाव के लिहाज से बहुत ही चुनौतीपूर्ण होती है। ज्यादातर महिलाएं इस स्थिति में सीने में जलन और एसिडिटी का सामना करती हैं।
प्रेगनेंसी में सीने में जलन हो सकती हैं। चित्र शटरस्टॉक
निशा कपूर Updated: 29 Sep 2023, 17:17 pm IST
ऐप खोलें

प्रेगनेसीं के दौरान महिलाओं को कई प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इन परेशानियों में एसिडिटी (Acidity) और सीने में जलन (Heartburn) भी शामिल है। कई बार खान-पान के कारण भी महिलाओं को प्रेगनेंसी में एसिडिटी का सामना करना पड़ता है। खाने के प्रति लापरवाही व दिनचर्या को लेकर सतर्क न होने की वजह से यह परेशानी और बढ़ जाती है।

प्रेगनेंसी के दौरान न करें ब्यूटी केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल, चित्र:शटरस्टॉक

क्या सीने में जलन प्रेगनेंसी का प्रारंभिक संकेत है?

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली में परिवर्तन होना शामिल है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर मौजूद एक स्टडी में पाया गया है कि प्रेगनेंसी में एसिडिटी होना व सीने में जलन की परेशानी या दोनों समस्याएं, शामिल हो सकती हैं। गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में सीने में जलन के साथ उल्टी व जी-मिचलाना जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं। रिसर्च के अनुसार, 17 से 45 फीसदी गर्भवती महिलाओं में यह समस्या देखने में आती है।

क्यों होती हैं गर्भावस्था में सीने में जलन

गर्भावस्था में हार्टबर्न (Heart burn) व एसिडिटी (Acidity) की परेशानी मां बनने की तैयारी के प्यारे से एहसास को भी प्रभावित करने लगती है। कई महिलाएं यह समझ नहीं पाती कि आखिर गर्भावस्था में एसिडिटी व सीने में जलन क्यों होने लगती है। तो चलिए आज हम आपको इसकी वजह बताते हैं।

सीने जलन और एसिडिटी की वजह शरीर में होने वाले हार्मोनल और अन्य शारीरिक बदलाव हैं। गर्भावस्था के दौरान प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की वजह से एसिड पेट से फूड पाइप में वापस आता है और सीने में जलन होने लगती है। अपच के कारण भी हार्टबर्न व एसिडिटी हो सकती है। गर्भावस्था में बढ़ते गर्भाशय की वजह से अंगों पर दवाब पड़ता हैं, जिससे एसिडिटी होती है।

इसके लक्षणों में खाना खाने के एकदम बाद चेस्ट के पीछे की हड्डी में जलन होना, झुकने, लेटने या खाने के बाद सीने में जलन होना, बार-बार डकारा आना, गला खराब होना, आवाज बैठना और गले में जलन होना भी शामिल है।

यह भी पढ़े- आपकी बोन हेल्थ के लिए फायदेमंद है साबूदाना, नोट कीजिए शुगर फ्री साबूदाना खीर की रेसिपी

गर्भावस्था में सीने में जलन और एसिडिटी से बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय

1 कम मात्रा में मगर बार-बार भोजन करें

प्रेगनेंसी के दौरान हार्टबर्न (Heart burn) होने पर एक बार में अधिक खाना खाने से बचना चाहिए। हार्टबर्न होने पर थोड़ा-थोड़ा और बार-बार खाएं, ताकि भोजन को पचने में आसानी हो और पेट में एसिडिटी भी न बने।

2 हार्ट बर्न को ट्रिगर करने वाली चीजों से करें परहेज

यदि कोई चीज खाने या पीने से आपके सीने में जलन बढ़ती है, तो उसके सेवन से परहेज करें। हार्टबर्न को ट्रिगर करने वाली चीजों में मिर्च वाला खाना, मसालेदार खाना व फैटी फूड जैसे फ्राइड चिकन आदि का सेवन न करें।

प्रति घंटे 1 लीटर से ज्यादा पानी न पिएं। चित्र: शटरस्टॉक

3 खाना खाते वक़्त पानी न पिएं

खाना खाते वक़्त जितना हो सके उतना कम तरल पदार्थ का सेवन करें। खाने के साथ तरल पदार्थ पीने से सीने में जलन और इससे संबंधित लक्षण बढ़ सकते हैं।

4 खाना खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें

खाना खाने के बाद तुरंत नहीं लेटना चाहिए। भोजन करने के बाद लगभग 3 घंटे तक सीधे बैठने का प्रयास करें। भोजन के तुरंत बाद लेटने से पेट में मौजूद एसिड ऊपर की ओर आता है, जिससे सीने में जलन और एसिडिटी (Acidity) होने की आशंका बढ़ सकती है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

5 सोने से कुछ घंटे पहले खाना खाएं

रात को सोने से लगभग 3 घंटे पहले खाना खाएं। ऐसा करने से जलन व एसिडिटी से बचा जा सकता है। NCBI की वेबसाइट पर मौजूद एक रिसर्च के अनुसार, सोने से तुरंत पहले खाना खाने और एसिड का वापस पेट में लौटने के बीच में सीधा संबंध है।

यह भी पढ़े- झुकी पीठ से खराब हो रहा है पोश्चर, तो हर रोज़ करें ये महत्वपूर्ण योगासन

निशा कपूर

देसी फूड, देसी स्टाइल, प्रोग्रेसिव सोच, खूब घूमना और सफर में कुछ अच्छी किताबें पढ़ना, यही है निशा का स्वैग। ...और पढ़ें

अगला लेख