प्रेगनेसीं के दौरान महिलाओं को कई प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इन परेशानियों में एसिडिटी (Acidity) और सीने में जलन (Heartburn) भी शामिल है। कई बार खान-पान के कारण भी महिलाओं को प्रेगनेंसी में एसिडिटी का सामना करना पड़ता है। खाने के प्रति लापरवाही व दिनचर्या को लेकर सतर्क न होने की वजह से यह परेशानी और बढ़ जाती है।
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली में परिवर्तन होना शामिल है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर मौजूद एक स्टडी में पाया गया है कि प्रेगनेंसी में एसिडिटी होना व सीने में जलन की परेशानी या दोनों समस्याएं, शामिल हो सकती हैं। गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में सीने में जलन के साथ उल्टी व जी-मिचलाना जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं। रिसर्च के अनुसार, 17 से 45 फीसदी गर्भवती महिलाओं में यह समस्या देखने में आती है।
गर्भावस्था में हार्टबर्न व एसिडिटी की परेशानी मां बनने की तैयारी के प्यारे से एहसास को भी प्रभावित करने लगती है। कई महिलाएं यह समझ नहीं पाती कि आखिर गर्भावस्था में एसिडिटी व सीने में जलन क्यों होने लगती है। तो चलिए आज हम आपको इसकी वजह बताते हैं।
सीने जलन और एसिडिटी की वजह शरीर में होने वाले हार्मोनल और अन्य शारीरिक बदलाव हैं। गर्भावस्था के दौरान प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की वजह से एसिड पेट से फूड पाइप में वापस आता है और सीने में जलन होने लगती है। अपच के कारण भी हार्टबर्न व एसिडिटी हो सकती है। गर्भावस्था में बढ़ते गर्भाशय की वजह से अंगों पर दवाब पड़ता हैं, जिससे एसिडिटी होती है।
इसके लक्षणों में खाना खाने के एकदम बाद चेस्ट के पीछे की हड्डी में जलन होना, झुकने, लेटने या खाने के बाद सीने में जलन होना, बार-बार डकारा आना, गला खराब होना, आवाज बैठना और गले में जलन होना भी शामिल है।
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प्रेगनेंसी के दौरान हार्टबर्न होने पर एक बार में अधिक खाना खाने से बचना चाहिए। हार्टबर्न होने पर थोड़ा-थोड़ा और बार-बार खाएं, ताकि भोजन को पचने में आसानी हो और पेट में एसिडिटी भी न बने।
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कस्टमाइज़ करेंयदि कोई चीज खाने या पीने से आपके सीने में जलन बढ़ती है, तो उसके सेवन से परहेज करें। हार्टबर्न को ट्रिगर करने वाली चीजों में मिर्च वाला खाना, मसालेदार खाना व फैटी फूड जैसे फ्राइड चिकन आदि का सेवन न करें।
खाना खाते वक़्त जितना हो सके उतना कम तरल पदार्थ का सेवन करें। खाने के साथ तरल पदार्थ पीने से सीने में जलन और इससे संबंधित लक्षण बढ़ सकते हैं।
खाना खाने के बाद तुरंत नहीं लेटना चाहिए। भोजन करने के बाद लगभग 3 घंटे तक सीधे बैठने का प्रयास करें। भोजन के तुरंत बाद लेटने से पेट में मौजूद एसिड ऊपर की ओर आता है, जिससे सीने में जलन और एसिडिटी होने की आशंका बढ़ सकती है।
रात को सोने से लगभग 3 घंटे पहले खाना खाएं। ऐसा करने से जलन व एसिडिटी से बचा जा सकता है। NCBI की वेबसाइट पर मौजूद एक रिसर्च के अनुसार, सोने से तुरंत पहले खाना खाने और एसिड का वापस पेट में लौटने के बीच में सीधा संबंध है।
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