शादी के पहले हफ्ते में चिंता, तनाव, इत्यादि होना बिल्कुल आम है। यह दूल्हा और दुल्हन दोनों में से किसी को भी हो सकता है। ऐसे में घबराने के बजाए इस स्थिति को शांत दिमाग से हल करने की कोशिश करें। ऐसे में आस-पास के सभी लोग सलाह देना शुरू कर देते हैं, परंतु आपके मन को आपसे अधिक कोई और नहीं जानता। इसलिए आप इस स्थिति को सबसे बेहतर तरीके (how to deal with pre wedding stress) से संभाल सकती हैं।
अक्सर लोग अपने खास दिन के लुक्स को लेकर चिंतित रहते हैं परंतु यदि आप शादी के पहले होने वाले तनाव को नियंत्रित रखना सीख लेंगी तो आप उस दिन को लेकर ज्यादा कॉन्फिडेंट रहेंगी। हालांकि, प्री-वेडिंग स्ट्रेस (Pre wedding stress) नाॅर्मल है, परंतु इसे समय से कंट्रोल करना भी बहुत जरूरी है। मनोवैज्ञानिकों और संबंध विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी तरह के तनाव को संबोधित करना महत्वपूर्ण है। तो चलिए जानते हैं प्री वेडिंग स्ट्रेस को किस तरह रखना है नियंत्रित।
यदि आप कोई भी रिश्ता बनाने जा रही है, उसकी नींव संचार होती है। इसलिए यदि आपको अपने पार्टनर को लेकर किसी प्रकार का स्ट्रेस हो रहा है तो सबसे पहले बातचीत करके उसे हल करने की कोशिश करें। कई बार, जोड़े इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि शादी के बाद उनका जीवन कैसे रहेगा। ऐसे में सोचते रहने के बजाय उन गतिविधियों पर चर्चा करें जो आप शादी के बाद अपने पति या पत्नी के साथ करना चाहती हैं। यह आपको स्ट्रेस फ्री रहने में मदद करेगा।
नए रिश्ते की शुरुआत करते हुए किसी प्रकार की तुलना न करें। हर व्यक्ति अपने क्षमता अनुसार सोचता है और कार्य करता है। तो आप और आपके पार्टनर जरूरी नहीं कि एक तरह से सोचें इसलिए कभी भी तुलना न करें। यदि आप ऐसा करती हैं तो आपको कई चीजों का स्ट्रेस नहीं होगा।
शादी में आये गए मेहमान किस तरह का बर्ताव रखते हैं इसकी जानकारी आपको पहले से नही होती तो ऐसे में इसे लेकर परेशान होने की जगह चीजो को स्वीकार करना सीखें। अगर आपको उनसे कोई उम्मीद है तो शादी से पहले उनसे बात कर लें। क्योंकि शादी के दौरान इन बातों को लेकर तनाव लेने से बचें। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है।
शादी के दौरान घर के कामकाज से लेकर कपड़े, लुक्स, इत्यादि सभी का स्ट्रेस आपको भावनात्मक रूप से परेशान कर सकता है। वहीं इस दौरान भवनाथपुर रूप से असंतुलित होने के कारण सभी चीजें असंगठित दिखती हैं।
ब्राइड्समेड्स से लेकर साज-सज्जा तक अनुरूप नहीं दिखाई देती हैं। ऐसे में यह चीजें आपको जरूरत से ज्यादा परेशान कर सकती है। ऐसे में अपनी भावनाओं को स्वीकार करें और शांत रहने की कोशिश करें।
शादी की सभी योजनाओं को खुद संभालने की जगह लोगों में बांटना जरूरी है। यदि आप सभी कार्य का तनाव अपने ऊपर लिए रहती हैं तो आपकी प्री वेडिंग स्ट्रेस और ज्यादा गंभीरता से प्रभावित कर सकती है।
एक उचित शेड्यूल का पालन करें जैसे कि समय से सोन, स्नान करना, किताब पढ़ना, जर्नलिंग करना, संगीत सुनना आदि शामिल हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, अपने विचारों को शांत करने के लिए मेडिटेशन की मदद ले सकती हैं।
सोने से कम से कम 2 घंटे पहले गैजेट्स से दूरी बना लें। अपने बेडरूम में शांति बनाये रखें। वहीं सोने से 30 मिनट पहले कुछ भी पीने से बचें। अपनी सर्केडियन रिदम को संतुलित रखने के लिए, सुबह की धूप में लगभग 30 मिनट बिताएं।
आवश्यकता पड़ने पर विशेषज्ञ से सलाह लेने में संकोच न करें। विभिन्न प्रकार के तरीकों में से यह एक सबसे प्रभावी तरीका हो सकता है। वे आपके स्ट्रेस पैटर्न को पहचान कर मनोचिकित्सा के माध्यम से इसमें सुधार करने की कोशिश करेंगे। वहीं हिप्नोथेरेपी और एनर्जी हीलिंग (रेकी) शादी से पहले की चिंताओं को कम करने के दो सबसे प्रभावी तरीके हैं।
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