उबासियां आपको सुस्त साबित कर रहीं हैं, तो इन 5 उपायों से करें इन्हें कंट्रोल

जब आप ऑफिस मीटिंग में मुंह खोलकर उबासी लेने लगती हैं, तो सिचुएशन वाकई अजीब हो सकती है। तो इन घरेलू उपायों को ट्राई करें और इस स्थिति से बचें।
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उबासी से छुटकारा पाने के आसान उपाय। चित्र शटरस्टॉक।
स्मिता सिंह Updated: 14 Jun 2022, 03:58 pm IST
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अक्सर जब हम बेहद थक (Tiredness) जाते हैं, तो हमें जम्हाई या उबासी (Yawning) आने लगती है। कभी-कभी पढ़ाई करते वक्त भी उबासी आने लगती है। हमारी स्थिति तब बहुत हास्यास्पद हो जाती है, जब किसी महत्वपूर्ण बातचीत या मीटिंग के दौरान लगातार उबासी (Yawning) आने लगती है। आपको इस बात का डर लग सकता है कि आपके बॉस कहीं आपको उदासीन या ऊबा हुआ न समझ लें। गर्मी के दिनों में जम्हाई अधिक आती है, क्योंकि गर्म वातावरण में ब्रेन का टेम्प्रेचर भी बढ़ जाता है। यदि आपको भी बार-बार जम्हाई आने लगे, तो आप किसी भी हास्यास्पद स्थिति से बचने के लिए ये 5 घरेलू उपाय (How to stop yawning) को आजमा सकती हैं।

पहले जानिए क्यों आती है जम्हाई?

काम करते-करते जब हमारा शरीर थक जाता है, तो हमें नींद की अनुभूति होने लगती है। बॉडी का एनर्जी लेवल कम हो जाता है, जिसे बढ़ाने के लिए ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। मस्तिष्क इसका संकेत शरीर को भेजने लगता है, जो उबासी के रूप में सामने आता है।
यह बॉडी का ऑटोमेटिक प्रोसेस है, जिस पर हमारा नियंत्रण नहीं होता। गहराई से सांस लेने के लिए हमारा मुंह काफी अधिक खुल जाता है। जम्हाई के साथ-साथ हिचकी पर भी हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता है।

क्यों आती है सुबह-सुबह उबासी

कभी-कभी जब हम अत्यधिक तनाव में होते हैं या नींद पूरी नहीं होती है, तो उस समय भी जम्हाई लेने लगते हैं। कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स के कारण भी बार-बार जम्हाई आने लगती है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एप्लाइड एंड बेसिक मेडिकल रिसर्च के एक अध्ययन के अनुसार, जम्हाई मस्तिष्क के तापमान को कम करने में मदद कर सकती है।

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सही तकिया बेड लाइटिंग और माहौल भी है अच्छी नींद के लिए ज़रूरी चित्र: शटरस्टॉक

यहां हैं जम्हाई यानी उबासी के बारे में कुछ रोचक तथ्य

कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि जम्हाई आपके शरीर को ऊर्जावान बनाती है। इससे कठिन शारीरिक गतिविधियों के लिए शरीर तैयार होता है। जम्हाई से ब्लड प्रेशर और हार्ट बीट सही होती है। इसलिए ओलंपिक एथलीट अक्सर प्रतियोगिता से पहले जम्हाई लेते हैं। पैराट्रूपर्स कूदने से पहले जम्हाई लेने का अभ्यास करते हैं।

यहां हैं जम्हाई को रोकने के 5 घरेलू उपाय

आमतौर पर जम्हाई आने पर हम नाक से गहरी सांस लेने लगते हैं और मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ते हैं। इसके अलावा भी जम्हाई से बचने के कुछ घरेलू उपाय (How to Stop Yawning) हैं।

1 दांतों को दबाना

यदि बॉस के सामने या किसी इंपोर्टेंट मीटिंग के दौरान आपको जम्हाई आने लगे, तो आप अपनी सीट से उठकर किसी कोने में आ जाएं। वहां आप अपने दांतों को एक-दूसरे से टच करें और अपने दांत पीसने की कोशिश करें। ऐसा एक मिनट तक करें। आप पाएंगी कि आपकी जम्हाई रूक गई है।

2 सीढ़ियों पर चढ़ें -उतरें

यदि आप अत्यधिक काम करने की वजह से थक गई हैं, तो खुद को एनर्जेटिक बनाने के लिए यह उपाय कर लें। आप एक बार कुछ सीढ़ियों पर चढ़ जाएं और फिर उतरें। ऐसा एक-दो बार अभ्यास करें।
फिजियोलॉजी एंड बिहेवियर के एक अध्ययन में पाया गया है कि सीढ़ी चढ़ना उतना ही प्रभावी है जितना कि कैफीन की थोड़ी-सी खुराक। ये दोनों ही हमारी एनर्जी बूस्ट करने में मदद करते हैं। सीढ़ियों पर चढ़ते-उतरते समय अपने शरीर पर बहुत ज्यादा जोर न लगाएं। आराम से चढ़ें-उतरें।

3 थोड़ा पानी पी लें

डिहाइड्रेशन से भी व्यक्ति थका हुआ महसूस कर सकता है। खुद को हाइड्रेट करने के लिए एक गिलास पानी पिएं। एक कप हर्बल टी या नारियल पानी या नींबू पानी भी आपको तरोताजा महसूस कराएगा और आपकी जम्हाई खत्म हो जाएगी।

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चित्र : शटरस्टॉक

4 हाइड्रेट करें खुद को

यदि आपको जम्हाई आ रही है, तो ठंडा पेय भी काम कर सकता है। आप कोल्ड कॉफी या कोई कोल्ड न्यूट्रीशियस ड्रिंक भी ले सकती हैं। यदि आप ऑफिस में हैं और ये सारी चीजें मौजूद नहीं है, तो पानी में एक-दो आइस क्यूब्स डालकर पी सकती हैं। यह असरकारक होता है। ऐसा माना जाता है कि ब्रेन का टेम्प्रेचर बढ़ने पर हम जम्हाई लेते हैं। ठंडा पेय मस्तिष्क के लिए कारगर होता है। आप तरबूज या खीरे के स्लाइसेज भी खा सकती हैं। इससे भी जम्हाई भाग जाती है।

5 डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें

अन्य ट्रिक्स के अलावा, स्ट्रेस को कम करने के लिए कुछ डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज जो आपके मन-मस्तिष्क को शांत करें, उबासी रोकने में आपकी मदद कर सकती हैं। प्राणायाम के दौरान गहरी सांस लेना-छोड़ना या अनुलोम-विलोम का अभ्यास भी आपको बार-बार उबासी आने की समस्या से निजात दिला सकते हैं। यह बात ध्यान रखें कि नींद पूरी नहीं होने पर भी उबासियां आती रहती हैं। इसलिए कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें।

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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