गर्मी शुरू होने के साथ ही देश भर के कई इलाकों में लू (Heat wave) का अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने ट्विटर (X) हैंडल पर तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के लिए गर्म लू (Heat Waves) की चेतावनी की घोषणा की है। हीटवेव की चेतावनी तब दी जाती है जब किसी स्थान का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुंच जाता है। इतने हाई टेंपरेचर में रहना मनुष्यों के लिए कई तरह की स्वास्थ्य चुनौतियां बढ़ा देता है। मौसम विभाग पहले ही देश के कई हिस्सों में लू की स्थिति को उजागर कर चुका है।
लू अत्यधिक गर्म मौसम का एक लंबा समय है। जो अक्सर अधिक गर्मी के साथ कई दिनों या उससे अधिक समय तक चलती है। यह एक क्षेत्र के औसत से काफी अधिक तापमान की विशेषता है। मौसम विज्ञान की दृष्टि से, हीटवेव को आम तौर पर लगातार तीन या अधिक दिनों तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुंचने के रूप में परिभाषित किया जाता है।
हीटवेव गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती हैं, जिसमें गर्मी से थकावट और हीट स्ट्रोक शामिल हैं। इसका कृषि, ऊर्जा खर्च होना और रोज के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। हीटवेव की बढ़ती आवृत्ति अक्सर जलवायु परिवर्तन से जुड़ी होती है।
शरीर को जला देने वाली इस गर्मी में आपको बहुत टाइट कपड़े नहीं, बल्कि हवा आने देने के लिए ढीले, सूती कपड़े पहनने चाहिए। यदि संभव हो, तो पूरे दिन पंखे या कूलर का प्रयोग करें। एक नम कपड़े का उपयोग करके या पानी से गीला करके अपनी त्वचा को हाइड्रेटेड रखें। अपने शरीर को ठंडा और आरामदायक बनाए रखने के लिए तंग कपड़ों से बचें।
चिलचिलाती गर्मी आपकी भूख को कम कर सकती है, लेकिन भूख न लगने पर भी हल्का भोजन करना महत्वपूर्ण है। आपके शरीर को रोज के काम के लिए एनर्जी की आवश्यकता होती है, जो आपको आहार से मिलती है।
मौसमी सब्जियां और फल जैसे करेला, खीरा, तरबूज, परवल और विटामिन सी से भरपूर फलों को अपनी डाइट में शामिल करें। गर्मियों के समय में रेड मीट और नमक का सेवन कम कर देना चाहिए।
खुद को ठंडा रखने के साथ-साथ आपको अपने घर को भी ठंडा रखना बहुत जरूरी है। अपने घर को काले पर्दे, पंखे और एसी के साथ ठंडा रखना चाहिए। ताकि आप घर के अंदर आरामदायक महसूस कर सकें। रात के समय पर्दे खोल देने चाहिए। ताकि ठंडी हवा अंदर आ सके।
अधिक गर्मी होने के दौरान घर के अंदर रहने और जब मौसम थोड़ा ठंडा हो तभी बाहर निकलने के लिए अपने दिन की प्लानिंग करें। यह सक्रिय दृष्टिकोण अत्यधिक तापमान के जोखिम को कम करता है, आराम सुनिश्चित करता है और गर्मी से संबंधित समस्याओं के जोखिम को कम करता है।
पूरे दिन लगातार पानी पीते हुए हाइड्रेशन बनाए रखें। अत्यधिक गर्मी या शारीरिक गतिविधि में बाहरी काम के दौरान, प्यास लगने से पहले भी नियमित रूप से पानी पियें। यह चीज करने से आप डीहाइड्रेशन को रोकने से बच सकते है। इससे आप अपने काम को सही ढंग से निपटा सकते हैं। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन न करें क्योंकि ये ड्रिंक शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं। इनसे बचें या सेवन सीमित करें।
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