पीपल का पेड़ एक औषधीय वृक्ष की श्रेणी में आता है। शहतूत परिवार मोरेसी से संबंधित पीपल के पेड़ को बड़े पत्ते होने के चलते बो पेड़ यां बोधि वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। पीपल का पेड़ जिसे ब्रॉडलीफ सदाबहार पेड़ कहा जाता है उसके पत्तों में ग्लूकोज, फेनोलिक, मेनोस समेत कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते है। वहीं इसकी छाल में विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर पीपल फटी एड़ियों से लेकर मौखिक स्वास्थ्य तक हर तरह की परेशानी में काम आने वाली एक औषधि है। आइए जानते हैं प्राकृतिक चिकित्सक अनिल बंसल से पीपल के पत्तों के फायदों से लेकर पोषक तत्वों तक।
एक वीक में आप 5 से 6 पीपल की पत्तियों को चबाकर खा सकते हैं। वहीं एक गिलास जूस आप एक सप्ताह में एक बार पी सकती हैं। अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी यां कोई अन्य रोग है, तो डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसका सेवन करें।
पीपल का पेड़ दांतों के लिए भी बहुत उपयोगी है। मुंह की दुर्गंध से लेकर दांतों की चमक तक पीपल के पत्तों से तैयार होने वाला तेल हर जगह कारगर साबित होती है। इसमें स्टेरॉयड, फ्लेवोनोइड्स और एल्कलॉइड्स नाम के बायोएक्टिव यौगिक मिलते हैं। जो ओरल हेल्थ के लिए एक संजीवनी बूटी का काम करते हैं।
गर्मी के मौसम में कई बार स्लीपर्स न पहनने के कारण हमारी एड़ियां फट जाती है, जिनमें मौसम बदलने के साथ ही दर्द और रूखापन महसूस होने लगता है। अगर आपकी एड़ियां भी फट रही हैं और उसमें से खून बह रहा है यां फिर दर्द हो रहा है, तो आप क्रैक हील्स पर पीपल की पत्तियों के पेस्ट को गुलाब जल में मिलाकर लगाएं, ताकि आपकी एड़ियां जल्द स्वस्थ हो सकें।
सर्दियों में अक्सर गर्म कपड़े पहनने से कई बार हमें स्किन एलर्जी की समस्या सताने लगती है। स्किन एलर्जी में त्वचा का लाल होना और उस पर बार बार खुजली होना सामान्य लक्षण है। अगर आपकी त्वचा भी सेंसिटिव है और उस पर रैशिज़ होने लगे है यां फिर बालतोड़ यां फोड़े फुसियां निकल रहे हैं, तो पीपल की पत्तियों को तोड़कर उन्हें धो लें और फिर उनका एक पेस्ट बना लें। अब पेस्ट बनाकर उसे फोड़े फुंसियों यां रैशेज वाली जगह पर अप्लाई करें। इसके इलावा आप पीपल की छाल की राख में नींबू और घी मिलाकर एलर्जी वाले स्थान पर लगाएं आप देंखेगे कि आपकी समस्या अपने आप हल होने लगेगी। इसके अलावा पीपन के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से भी आपकी त्वचा सबंधी समस्याएं अपने आप हल हो जाएंगी।
पीपल की पत्तियां एंटी आक्सिडेंटस से भरपूर होती है। अगर आप इन्हें सप्ताह में एक से दो बार चबाती है, तो इससे न केवल आपको तनाव से मुक्ति मिलगी बल्कि एंटी एजिंग की समस्या भी अपने आप हल हो जाएगी।
पीपल के पत्तों को उबालकर पानी पीने से शरीर डिटॉक्स हो जाता है और शरीर में जमी गंदगी बाहर आ जाती है। इसे बनाने के लिए पीपल के दो से तीन पत्तों को 250 ग्राम पानी में उबालें और फिर जब वो आधा रह जाए, तो उसे छानकर पी लें। इसे पीने से पहले डॉक्टरी सलाह लेनी बेहद ज़रूरी है।
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