सर्दी के मौसम में अधिकतर लोग पानी पीने से कतराते हैं। इसके चलते शरीर को डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ता है। ठंडी हवाओं के चलते अधिकतर लोग कैफीन युक्त पेय पदार्थ पीते हैं और ब्लेअर का इस्तेमाल करते है। इससे बार बार यूरिन पास करने की समस्या बढ़ जाती है, जिससे फ्लूइड लॉस का सामना करना पड़ता है। इसके चलते निर्जलीकरण का सामना करना पड़ता है। ऐसे में खान पान कुछ सामान्य बदलाव लाकर इस समस्या को हल किया जा सकता है। जानते हैं सर्दियों में निर्जलीकरण से बचने केलिए किन फूड्स (foods to avoid dehydration) का करें सेवन।
खांसी जुकाम और सर्दी से बचने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत आवश्यक है। इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि पानी की मदद से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही त्वचा में बढ़ने वाली ड्राइनेस की समस्या हल हो जाती है। दरअसल, शुष्क हवाएं और पानी की कमी फटे होठों और क्रैक हील्स का कारण साबित होते हैं।
वॉटर इनटेक बढ़ाने से जहां डाइजेशन बूस्ट होता है, तो बार बार होने वाली थकन से भी बचा जा सकता है। इसके लिए आहार में कैफीन इनटेक को सीमित करें और संतरा, पालक, ग्रेप फ्रूट और टमाटर समेत हाइड्रेटिंगफूड्स को आहार में शामिल कर लें।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार शरीर में तरल पदार्थ की कमी निर्जलीकरण का कारण (foods to avoid dehydration) बनता है। दवाएँ खाने, पाचन संबंधी परेशानियाँ और अत्यधिक वर्कलोड निर्जलीकरण का कारण साबित होता हैं। इसके चलते बेहोशी, चक्कर आना, प्यास लगना, थकान महसूस होती है और मुँह सूखने लगता है। इसके अलावा ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है।
इसमें मौजूद पोटेशियम ब्लड सेल्स में मौजूद आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट है। इसकी मदद से शरीर में तरल पदार्थ को संतुलित बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा मैग्नीशियम की भी प्राप्ति होती है। दरअसल, मैग्नीशियम शरीर में चौथा सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला मिनरल है। इससे मांसपेशियों के संकुचन, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने और ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद मिलती है।
नियमित रूप से संतरे का सेवन करने से 86 फीसदी पानी की प्राप्ति होती है। इससे शरीर की प्रतिक्षा प्रणाली में सुधार आने लगता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार संतरे में फ्लेवोनोइड्स और पोटैशियम की मात्रा पाई जाती है। इससे शरीर में सूजन को कम करके ब्लड सेल्स की क्षति को रोकने में मदद मिलती है। संतरे में मौजूद पानी और फाइबर की मात्रा भूख को नियंत्रित बनाए रखती है।
चुकंदर का सेवन करने से नाइट्रेट की कमी को पूरा किया जा सकता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर निर्जलीकरण को दूर किया जा सकता है (foods to avoid dehydration) । दरअसल, शरीर नाइट्रेट को नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित करता है, जिससे ब्लड वैसल्स रिलैक्स होने लगती हैं। ऐसे में शरीर में पानी का स्तर उचित बना रहता है, जिससे इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बना रहता है।
गाजर को काटकर खाने या जूस के रूप में सेवन करने से शरीर को विटामिन, मिनरल और पोटेशियम की प्राप्ति होती है। इससे शरीर को फाइबर की भी प्राप्ति होती है। शरीर स्वस्थ रहता है और पानी का स्तर उचित बना रहता है। इसके अलावा गाजर को सूप में मिलाकर पीने से भी पोषण की प्राप्ति होती है।
यूसीएलए के अनुसार खीरे में पानी की 96 फीसदी मात्रा पई जाती है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है ( foods to avoid dehydration) और कैलोरी स्टोरेज से बचा जा सकता है। खीरे को सैलेड, रायतस और डिटॉक्स वॉटर के रूप में आहार में शामिल कर सकते है। इसे खाने से शरीर में ताज़गी बनी रहती है।
आहार में चटनी, सूप या फिर सैलेड के रूप में टमाटर का सेवन करने से इम्यूनिटी बूस्टिंग विटामिन ए और सी की प्राप्ति होती है। यूएसडीए के अनुसार इसमें 94 फीसदी पानी की मात्रा पाई जाती है। इसे लो कैलोरी फूड का सेवन करने से लाइकोपिन एंटीऑक्सीडेंटस के रूप में प्राप्त होता है और फाइबर की भी भरपूर प्राप्ति होती है।
मनीषा गोयल के अनुसार 1 गिलास सेलेरी से आधे गिलास पानी की मात्रा प्राप्त हेती है। पोषण और तरल पदार्थ के मिश्रण से भरपूर इस खाद्य पदार्थ से शरीर में कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है। इससे वज़न नियंत्रित रहता है और शरीर हाइड्रेटेड रहता है ((foods to avoid dehydration) ), जिससे गट हेल्थ को भी मज़बूती मिलती हे।