मुंह हमारे शरीर का वह हिस्सा होता है, जिसकी सेहत और स्वास्थ्य को आमतौर पर लोग नजरअंदाज कर जाते हैं। यही कारण है कि कई लोग इस लापरवाही की वजह से मसूड़े की सूजन का सामना करते हैं। यह स्थिति खासी दर्दनाक हो सकती है। कभी-कभी तो मसूड़े की सूजन के कारण खाना-पीना तक मुहाल हो जाता है। इसलिए जरूरी है कि इसका तुरंत उपचार किया जाए। यहां हम कुछ DIY हैक्स देने वाले हैं, जो घर पर ही आपको मसूड़ों की सूजन (how to treat swollen gums) से आराम दिला सकते हैं। पर इससे पहले जान लेते हैं मसूड़ों में सूजन का कारण।
मसूड़ों में सूजन आने पर वह हिस्सा न केवल गहरा लाल हो जाता है, बल्कि उसमें खून आना, मुंह से बदबू आना और दांत का ढीला होना जैसे लक्षण भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि मसूड़े में सूजन को परिभाषित करने के लिए काेई फिक्स टर्म नहीं है। फिर भी मसूड़े के प्रभावित क्षेत्र और मसूड़े में सूजन की गंभीरता के आधार पर इसके प्रकार को समझा जा सकता है, जो कुछ इस तरह से है।
दांतों या मसूड़ों में फंसे खाद्य अंश के कारण।
मसूड़े की सूजन का घरेलू उपचार करने के लिए नमक का पानी लाभकारी हो सकता है। असल में, मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नमक के पानी से कुल्ला एक प्रचलित और प्रभावी घरेलू उपचार माना जाता है, जिसे विशेषज्ञ भी मानते हैं। वहीं, मसूड़ों की सूजन से संबंधित नमक के पानी पर की गयी NCBI (National Center for Biotechnology Information) के एक रिसर्च में भी इस बात को माना गया है।
रिसर्च में जिक्र मिलता है कि यह मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी लाभदायक हो सकता है। इसके साथ ही, रिसर्च में यह भी जिक्र मिलता है कि यह ओरल वूंड हीलिंग को बढ़ावा देने का कार्य भी कर सकता है। इस वजह से यह मसूड़े में सूजन की परेशानी को कम करने में भी कुछ हद तक कारगर साबित हो सकता है। फिलहाल, इससे जुड़े सटीक प्रमाण के लिए और रिसर्च की जरूरत है।
कैसे इस्तेमाल करें- गुनगुने पानी में नमक डालकर इस पानी से कुल्ला करें।
अधिक लाभ के लिए इस प्रक्रिया को दिन में दो बार सुबह और रात को दोहरा सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, लौंग के तेल में बैक्टीरियल इन्फेक्शन को खत्म करने, सूजन को कम करने के साथ ही दर्दनिवारक गुण मौजूद होता है। इन गुणों की वजह से ही लौंग का तेल जिंजिवाइटिस (मसूड़ों में सूजन) की परेशानी से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि मसूड़े की सूजन के उपचार के तौर पर लौंग के तेल के फायदे लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं।
सूजे हुए मसूड़ों पर लौंग का तेल लगाएं और धीरे-धीरे मसाज करें।
इसके बाद इसे अपने मसूड़ों पर ऐसे ही लगा छोड़ दें।
मसूड़ों की सूजन और दर्द से राहत पाने के लिए लौंग के तेल को काली मिर्च के साथ भी प्रयोग कर सकते हैं।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंऔर अधिक लाभ के लिए कुछ घंटों के अंतराल पर इस प्रक्रिया को दोहराया जा सकता है।
बबूल की छाल को भी मसूड़े की सूजन के उपचार के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। जर्नल ऑफ फार्मेसी एंड बायोएलायड साइंसेज द्वारा की गयी एक रिसर्च में माना गया कि बबूल मसूड़ों की सूजन में कारगर साबित हो सकता है। रिसर्च में जिक्र मिलता है कि बबूल जिंजिवाइटिस को पैदा करने वाले ओरल पैथोजेन्स (बैक्टीरिया) खत्म करने में लाभदायक साबित हो सकता है।
बबूल की छाल को लगभग पांच से सात मिनट तक पानी में उबालें।
जब पानी ठंडा हो जाए तो इस पानी को माउथवॉश के तौर पर प्रयोग करें।
बेहतर लाभ के लिए इस पानी से दिन में तीन से चार बार तक कुल्ला किया जा सकता है।
मसूड़ों की सूजन में एलोवेरा जेल के फायदे भी लाभकारी साबित हो सकते हैं। असल में, इंडियन सोसाइटी ऑफ पीरियडोनटोलॉजी द्वारा किए गए एक शोध में एलोवेराजेल को मसूड़ों की सूजन पर कारगर माना गया है। रिसर्च में, माना गया कि एलोवेरा जेल में एंटीबैक्टीरियल (बैक्टीरिया नष्ट करने वाला) और एंटीइन्फ्लामेट्री (सूजन को कम करने वाला) प्रभाव मौजूद होता है।
यह दोनों प्रभाव संयुक्त रूप से जिंजिवाइटिस कम करने में सहायक हो सकते है।
एलोवेरा की पत्ती से जेल निकालकर मसूड़ों पर लगाएं।
जितनी देर हो सके इस जेल को मसूड़ों पर लगा रहने दें।
मसूड़ों में सूजन से राहत पाने के लिए आप एलोवेरा के जेल से गरारा भी कर सकते हैं।
अधिक बेहतर लाभ के लिए इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराया जा सकता है।