शरीर के बाकी अंगों की तरह ही दांतों की साफ सफाई और देखभाल बेहद ज़रूरी है। अगर हम दांतों को हल्के में लेंगे, तो वो बहुत जल्द हमारा साथ छोड़ देंगे। इसके अलावा दांत कीड़ों(cavity) से घिर जाते हैं और मसूड़े धीरे- धीरे ढीले पड़ने लगते हैं। कभी-कभी दांतों में से खून निकलने की समस्या भी हो जाती है। ऐसी न जाने कितनी समस्याएं हैं, जो आपके दांतों को नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए अगर आप भी दांतों में किसी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं, तो ये उपाय आपके काम आ सकते हैं(how to take care of teeth and gums) ।
खाने खाने के बाद अगर आप अपने दांत साफ नहीं करते हैं, तो दांतों पर एक परत जम जाती है। इस चिपचिपी परत से जीवाणु मूंह में पनपने लगते हैं। खास बात ये है कि ये जीवाणु दांतों के बीहच में अटकने वाले खाने के प्रोटीन पर जीवित रहते हैं। इसी बीच वे मूंह के अंदर एक प्रकार का लिक्विड बनाते है, जिससे मूंह में दुर्गंध की समस्या पैदा हो जाती है। इससे कई बार दांत दर्द और मसूड़ों में सूजन भी आने लगती है।
यहां हैं 7 घरेलू उपाय जो आपके दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ्य बनाए रख सकते हैं
एक चम्मच मस्टर्ड ऑयल में बारीक छना हुआ एक चुटकी नमक मिलाएं। फिर इससे दांतों की मालिश करें। इससे न केवल आपके दांत चमकदार बनेंगे बल्कि आपके मसूढ़ों को भी इससे मज़बूती मिलती है।
तुलसी की पत्तियों को सुखा लें और फिर उसका बारीक चूरन बना लें। अब उससे रोज़ाना दांतों पर मंजन करें। इससे सांस की दुर्गंध की समस्या अपने आप दूर हो जाती है। इसके अलावा दांत में दर्द और पायरिया की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
अगर आप सेब, नाशपती, बेर और अमरूद जैसे कड़े फलों को मूंह से काटकर खाते हैं तो ये बेहद फायदेमंइ है। इन्हें चबाने से आपके दांतों का नियमित व्यायाम होता रहता है। इससे आपके दांत लंबे समय तक आपका साथ निभाएंगे और दांतों से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।
अगर आप ऑर्गेनिक तरीके से अपने दांतों को मज़बूत रखना चाहते हैं, तो इसके लिए नीम की दातुन एक कारगर उपाय है। इसके लिए दांतों को साफ करने के लिए टूथ ब्रश के स्थान पर नीम की नरम दातुन से दांतों को रगड़े। इससे दांतों पर जमा बैक्टिरियल इंफेक्शन अपने आप खत्म हो जाएगा।
अगर दांत हिलने लगें हैं, तो इसके लिए सेंधा नमक और राई के तेल का एक पेस्ट बना लें। इसे दांतों पर रात को सोने से पहले अप्लाई करें। इससे दांतों का हिलना अपने आप कम होने लगता है। इसे अलावा 1 ग्राम सेंधा नमक को 10 ग्राम लौंग में मिलाकर दांतों पर मलने से भी दांत टूटने की समस्या का सामधान हो जाता है।
अगर आप दिन भर में दो से तीन बार नींबू पानी पीते हैं, तो आपके मुंह में बैक्टीरियल इफेक्शन पनपने का खतरा कम हो जाता है। इससे जीवाणु दांतों पर प्रहार नहीं कर पाते हैं। आपके दांत न केवल चमकने लगते हैं बल्कि दांत दर्द की समस्या से भी दूर रहते हैं।
वहीं पीपल के पेड़ की छाल का चूरन बनाकर दांतों पर मलें। इसके बाद गर्म व ठंडे पानी से बार बार कुल्ला करें। इससे भी दांतों का हिलना बंद होने लगता है।
अगर आप भी दांतों सेंसिटिविटी से दो चार हो रहे हैं, तो अपने टीथ इनेमल को एक बार ज़रूर चेक करवाएं। साथ ही बहुत ज्यादा ज़ोर से दांत साफ करने से भी बचें। इसके अलावा हाई शुगर कार्ब्स, मीठे पेय पदार्थ और मीठी रेसिपीज़ दांतों के इनेमल को प्रभावित करती हैं। इससे दांतों में ठंडा और गर्म लगने की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसलिए इन चीजों से परहेज करना बेहतर होगा।
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